नमस्कार दोस्तों किसी भी स्त्री
का मां बनना ईश्वर की तरफ से उसे सबसे बड़ा तोहफा होता है. जब उसका शिशु पहली बार कोई
हरकत करता है, और उसे हरकत महसूस होती है.
गर्भस्थ शिशु की हलचल से ही महिला को मातृत्व का एहसास होता है. और दोनों के बीच में एक अटूट रिश्ता कायम होने लगता है.
गर्भस्थ शिशु की हलचल से ही महिला को मातृत्व का एहसास होता है. और दोनों के बीच में एक अटूट रिश्ता कायम होने लगता है.
अक्सर वह महिलाएं जो पहली बार
मां बन रही होती है. उन्हें इस बात का बड़ा बेसब्री से इंतजार रहता है, कि उनका
शिशु कब से हलचल करेगा. उन्हें कब शिशु की हलचल महसूस होगी.
हमारे पास अक्सर बच्चों की हलचल से संबंधित काफी सारे प्रश्न आते हैं जैसे कि ---
7 month me baby ki movement kam hona
आठवे महीने मे गर्भस्थ शिशु की हलचल के विषय में बताइए
8 month me baby movement kam hona
नौ महीने की गर्भावस्था बच्चे की हलचल के विषय में बताइए
9 month me baby movement kam hona
9 month pregnancy me baby ki movement kam hona
baby movement kam feel hona
baby ki movement kam hona
baby ki halchal kam hona
pregnancy me baby movement kam hona
baby ki movement kam feel hona
baby ka movement kam hona
pregnancy me movement kam hona
इन सभी अवस्थाओं में क्या करें. कब हलचल कम होना समस्या होती है और कब हलचल कम होना समस्या नहीं होती इन्हीं सभी विषय पर बात करते हैं.
7 month me baby ki movement kam hona
आठवे महीने मे गर्भस्थ शिशु की हलचल के विषय में बताइए
8 month me baby movement kam hona
नौ महीने की गर्भावस्था बच्चे की हलचल के विषय में बताइए
9 month me baby movement kam hona
9 month pregnancy me baby ki movement kam hona
baby movement kam feel hona
baby ki movement kam hona
baby ki halchal kam hona
pregnancy me baby movement kam hona
baby ki movement kam feel hona
baby ka movement kam hona
pregnancy me movement kam hona
इन सभी अवस्थाओं में क्या करें. कब हलचल कम होना समस्या होती है और कब हलचल कम होना समस्या नहीं होती इन्हीं सभी विषय पर बात करते हैं.
इन्हें भी पढ़ें : महिला की पेट और कमर को देखकर कैसे पता करे गर्भ में बेटा है या बेटी
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में फल कब और कैसे खाने चाहिए
माता को शिशु की हलचल कब महसूस होती है
जो महिलाएं पहले भी मां बन चुकी
है. उनके लिए अपने शिशु की हलचल को महसूस करना इतना मुश्किल नहीं होता है. जितना मुश्किल
पहली बार मां बन रही महिलाओं के लिए होता है.
क्योंकि उन्हें पहले भी अनुभव होता है. जिस अनुभव के आधार पर वह जान लेती है. अगर महिला पहली बार मां बन रही है. उसे कैसे पता चलेगा ही की उसके शिशु ने हलचल शुरू कर दी है.
क्योंकि उन्हें पहले भी अनुभव होता है. जिस अनुभव के आधार पर वह जान लेती है. अगर महिला पहली बार मां बन रही है. उसे कैसे पता चलेगा ही की उसके शिशु ने हलचल शुरू कर दी है.
ज्यादातर महिलाएं जो की पहली
बार मां बन रही होती है. 20 हफ्ते तक मैं अपने बच्चे की हलचल महसूस करना शुरू कर देते
हैं. लेकिन जो महिलाएं पहले भी मां बन चुकी है. वह 18 हफ्ते से पहले भी यह हलचल महसूस
कर सकती हैं.
20 हफ्ते मतलब 4 महीने 10 दिन
के आसपास का समय. इस समय आपको हल्की-फुल्की सी हलचल महसूस होगी है. लात मारना जैसे थोड़ा
सा स्ट्रांग हलचल महसूस नहीं होगी. इस समय आपको काफी ध्यान लगाकर हलचल महसूस करनी
पड़ेगी.
धीरे-धीरे यह हलचल बढ़ने लगेगी.
आपको थोड़े से स्ट्रांग हलचल महसूस होने लगेगी. लात मारना, हाथ मारना आपको स्पष्ट समझ
में आएगा. शरीर के अंदरूनी हिस्से में भी फड़कना महसूस होगा.
आप एक विशेष बात का ध्यान जरूर
रखें. अगर शिशु की हलचल 24 हफ्ते तक भी आपको समझ में नहीं आ रही है.
एक तो ऐसा हो सकता है कि आप ना समझ पा रहे हैं.
दूसरा यह भी हो सकता है, कि हलचल ना के बराबर हो रही हो. एक बार डॉक्टर से जाकर चेकअप जरूर करा ले ताकि आप यह तसल्ली कर सके कि आपका शिशु स्वस्थ है.
एक तो ऐसा हो सकता है कि आप ना समझ पा रहे हैं.
दूसरा यह भी हो सकता है, कि हलचल ना के बराबर हो रही हो. एक बार डॉक्टर से जाकर चेकअप जरूर करा ले ताकि आप यह तसल्ली कर सके कि आपका शिशु स्वस्थ है.
यह 24 हफ्ते से मतलब है. लगभग
5 महीने 20 दिन, अगर इतने दिनों तक हलचल समझ में ना आए तो डॉक्टर से मिले.
इन्हें भी पढ़ें : पहले 3 माह में मिसकैरेज होने के कुछ मुख्य कारण पार्ट -1
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी का अच्छे से ध्यान रखने के बाद भी बच्चे में विकलांगता क्यों आ जाती है
इन्हें भी पढ़ें : यह सपने बताते हैं घर में पुत्र होगा या पुत्री
इन्हें भी पढ़ें : पहले 3 माह में मिसकैरेज होने के कुछ मुख्य कारण पार्ट -1
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी का अच्छे से ध्यान रखने के बाद भी बच्चे में विकलांगता क्यों आ जाती है
इन्हें भी पढ़ें : यह सपने बताते हैं घर में पुत्र होगा या पुत्री
शिशु की हलचल कब सबसे ज्यादा महसूस होनी चाहिए
आपके शिशु की हलचल प्रेगनेंसी
के बढ़ने के साथ-साथ लगातार बढ़ती जाएगी, और यह लगभग 7 महीने 15 दिन के आसपास तक काफी
अच्छी रहेगी. और आठवे महीने मे गर्भस्थ शिशु की हलचल धीरे-धीरे कम होने लगेगी. क्योंकि अब धीरे धीरे उसके पास जगह
की कमी पड़ने लगेगी. उसके विकास के कारण तो शिशु के लिए स्पेस कम पड़ने लगता है.
जब आप किसी काम में व्यस्त होंगी, तब हो सकता है कि
इस तरफ आपका ध्यान न जाए और शिशु की हलचल को पहचान न पाएं। ज्यादातर शिशु, गर्भवती
के सोने के दौरान हलचल करते हैं.
तीसरी तिमाही में शिशु ज्यादा सक्रिए हो जाता है. और इसके अंत तक एक घंटे में 16 से 45 बार तक हलचल कर सकता है.
तीसरी तिमाही में शिशु ज्यादा सक्रिए हो जाता है. और इसके अंत तक एक घंटे में 16 से 45 बार तक हलचल कर सकता है.
शिशु की हलचल कम होने के कारण - Bacche ka movement kam hona
- आप एक बात का और ध्यान रखें अगर
आपको लग रहा है कि आपका शिशु सामान्य से ज्यादा हलचल कर रहा है फड़कन हो रही है. तो
यह भी शिशु को किसी तरह की परेशानी का सिग्नल होता है. तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना
चाहिए. जैसे कि अगर आहार नाल बच्चे के गले में फंस जाए. उसे परेशानी होगी हलचल अधिक करेगा.
- अगर आप का शिशु जैसा कि आपको पता है उसके अनुसार कम हरकत कर रहा है. हलचल कम हो रही है. तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. क्योंकि इसके कई कारण हो सकते हैं.
- शिशु अगर हरकत कम कर रहा है, तो इसका एक कारण यह भी होता है, कि आपका भोजन पोस्टिक नहीं है. आपके शिशु को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त नहीं हो रहे हैं. जिसकी वजह से उसके शरीर की एनर्जी कम है. या कह सकते हैं कि शिशु कमजोर है.
- आपके द्वारा किसी प्रकार का इनफेक्शन बच्चे को लग जाता है. वह बीमार हो जाता है. तो भी बच्चे की हलचल कम हो जाती है.
इन्हें भी पढ़ें : गर्भ में पुत्र या पुत्री होने के सटीक 4 लक्षण
इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था के सपने जो ये बताते है गर्भ में बेटा ही है
इन्हें भी पढ़ें : सपने में बच्चे दिखाई पड़ना जानिए गर्भ में क्या है बेटा या बेटी
इन्हें भी पढ़ें : गर्भवती द्वारा सपने इन फलों का देखे जाना पुत्र प्राप्ति दिखाता है
इन्हें भी पढ़ें : गर्भवती द्वारा सपने इन फलों का देखे जाना पुत्र प्राप्ति दिखाता है
-
अगर आपका लाइफ स्टाइल आपके गर्भस्थ
शिशु को पसंद नहीं आ रहा है. अर्थात आपका लाइफ स्टाइल बच्चे के पालन पोषण में आड़े आ
रहा है. आपको अपने लाइफ़स्टाइल पर फिर से ध्यान देना होगा. आपके द्वारा किए जाने वाले ऐसे कार्य को जाने जो आपके शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.
-
कभी-कभी जींस के कारण या शरीर
में आवश्यक मिनरल्स विटामिन की कमी के कारण बच्चे का मस्तिष्क या शरीर पूर्ण रूप से
विकसित नहीं हो पाता है. ऐसा तो बहुत कम ही होता है. लेकिन इस वजह से ही बच्चे कभी कभी
गर्भ में कम हलचल करते हैं.
स्थिति कोई भी हो अगर आपको यह
लगता है, कि गर्भस्थ शिशु की हलचल आवश्यकता से कम हो गई है या हो रही है. तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. अपना चेकअप कराना चाहिए. जैसा भी वह आपको सजेशन दें.
आपके प्रश्न
Q. नौ महीने की गर्भावस्था बच्चे की हलचल कैसी होती है?
ANS: 9 महीने की गर्भावस्था के दौरान गर्भस्थ शिशु का आकार काफी ज्यादा बढ़ जाता है ऐसे में उसे हलचल के लिए जगह काफी कम पड़ जाती है और उसकी हलचल कम होती है. 9 month pregnancy me baby ki movement kam hona सामान्य माना जाता है.Q. 6वें महीने में बच्चे की हलचल के बारे में बताइए?
ANS: प्रेग्नेंसी के छठवें महीने में बच्चे की हलचल अपने चरम पर होती है बच्चा काफी विकसित हो चुका होता है और उसका आकार भी थोड़ा कम होता है तो ऐसी अवस्था में हलचल के लिए काफी जगह रहती है अगर इस दौरान बच्चे की हलचल आपको कम नजर आ रही है तो फिर एक बार डॉक्टर से अवश्य कंसल्ट करें.
Tags
Pregnancy Issue