प्रश्न कुछ इस प्रकार से है जैसे-जैसे महीना करीब आता है तो शरीर में बहुत ज्यादा थकावट महसूस होने लगती है, और हमें लगता है, कि प्रेगनेंसी हो गई है. क्योंकि यह प्रेगनेंसी का लक्षण है लेकिन पीरियड आ जाते हैं.
साथ ही एक प्रश्न यह भी है कि हाथ पैरों में, मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या भी पीरियड आने से कुछ दिनों पहले शुरू हो जाती है, जो कि प्रेगनेंसी का ही लक्षण माना जाता है.
पीरियड आ जाते हैं, तो ऐसा क्यों हो रहा हैं.
यह प्रश्न और भी बहुत सारी महिलाओं को होगा उन्हें भी यह समस्या हो रही होगी तो इस पर चर्चा करते हैं
हर महिला का शरीर अलग अलग होता है, और अलग अलग हार्मोन का महिला के शरीर पर अलग-अलग प्रकार से प्रभाव पड़ता है.
कुछ महिलाओं को हारमोंस की कमी के कारण जो लक्षण नजर आते हैं, तो ऐसा हो सकता है, कि कुछ महिलाओं को हारमोंस की अधिकता के कारण वह लक्षण नजर आ सकते हैं.
अर्थात हर एक महिला का शरीर किसी भी हारमोंस के साथ अलग प्रकार से रिस्पांस देता है. कुछ महिलाओं को यह लक्षण नजर आते हैं, तो कुछ महिलाओं को इसके अलावा भी नजर आते हैं.
एक बात यह भी है, कि यह लक्षण प्रेगनेंसी के लक्षण नहीं होते हैं. यह हारमोंस की अधिकता या कमी के कारण महिला के शरीर में लक्षण नजर आते हैं.
लेकिन मुख्यतः हारमोंस में उथल-पुथल प्रेगनेंसी की वजह से ही होता है, तो यह लक्षण प्रेगनेंसी के लक्षण बता दिए जाते हैं.
पर असल में यह लक्षण हारमोंस की कमी अधिकता के लक्षण है.
आपने कई बार यह भी देखा होगा कि कुछ लक्षण महिला को जो प्रेगनेंसी के होते हैं, प्रेगनेंसी के बिना भी नजर आते हैं.
जैसे कि महिला को दूध बनने लगता है, और बिना प्रेगनेंसी के बनने लगता है. तो यह उस हारमोंस की वजह से है, जो हारमोंस प्रेगनेंसी के दौरान दूध बनाने के लिए बढ़ता है.
अब हम मान रहे हैं, कि प्रेगनेंसी हारमोंस की वजह से महिला को थकावट आ जाती है, तो यह थकावट भी हारमोंस की अधिकता या कमी के कारण ही होती है.
कुछ महिलाओं को इसकी अधिकता की वजह से थकावट आ सकती है, और कुछ महिलाओं को उसकी कमी की वजह से भी थकावट आ सकती है.
क्योंकि हम महिला के शरीर में हर एक चीज एक निश्चित अनुपात में होना बहुत जरूरी होता है. यही बात अगर महिला की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, तो उस पर भी लागू होती है.
महिला के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में प्रोजेस्ट्रोन हारमोंस की काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस हारमोंस के घटने और बढ़ने से ही महिला को पीरियड आते हैं और इस हारमोंस के घटना बढ़ने से महिला के शरीर में काफी सारे लक्षण भी नजर आते हैं. उनमें से यह दोनों लक्षण भी इसी हार्मोन की वजह से नजर आते हैं.
अब यह जो लक्षण नजर आ रहे हैं, यह प्रेगनेंसी में भी नजर आते हैं. बिना प्रेगनेंसी के भी नजर आते हैं, तो कैसे जाने कि यह लक्षण प्रेगनेंसी है. इसके लिए आपको इसके होने के समय को गौर से नोट करना होगा तभी आप इस बात का पता लगा सकते हैं.
थकावट के कुछ लक्षण है जो आपको नजर आ सकते हैं जैसे कि -------
छोटे-छोटे कामों से आप थक जाएंगे
काम करने का मन नहीं करेगा
आराम करने का मन करेगा
मन थोड़ा सा ठीक नहीं रहेगा
शरीर में भारीपन सा रहेगा
यह सब थकावट के लक्षण है. अगर यह लक्षण आपको लास्ट पीरियड के 25 दिन के आसपास नजर आने शुरू होते हैं, तो यह प्रेगनेंसी के लक्षण आप मान सकते हैं.
क्योंकि इस वक्त आपके शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हारमोंस की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ने लगी है, लेकिन अगर यह लक्षण आपको 28 दिन के बाद नजर आते हैं, तो यह पीरियड शुरू होने से पहले वाली थकावट है.
क्योंकि अब तक इस प्रोजेस्ट्रोन हारमोंस की मात्रा शरीर में एकदम से कम हो जाती है, जोकि पीरियड आने से पहले आवश्यक है.
यही बात तब भी लागू होती है, जब आपके हाथ पैर में खिंचाव महसूस होता है अगर 25 दिन के बाद क्या महसूस हो रहा है तो यह प्रेगनेंसी के कारण हो सकता है और अगर यही कि आप 28 दिन के बाद शुरू होता है तो यह पीरियड से पहले का लक्षण मान सकते हैं.