गर्भावस्था के पांचवें महीने में महिला को रोज़ाना 340 अतिरिक्त कैलोरी लेने की सलाह दी जाती है। साथ ही, आप कैलोरी लेने के लिए जो भी खाएं, वो पौष्टिकता से भरपूर होना चाहिए. जहां तक वजन बढ़ने का सवाल है तो महिला का 2 किलो वजन पांचवे महीने में बढ़ना सामान्य माना जाता है.
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को साबित अनाज बहुत फायदेमंद होता है आप गेहूं चावल और अपने भोजन में शामिल करें.
हरी सब्जियां भी खाना आपके लिए बहुत फायदेमंद है चाहे आपको इन्हें खाने का मन करें या ना करें आपने जरूर खाएं. यह आपके शिशु के लिए अत्यधिक फायदेमंद होती. आप ब्रोकली पालक और दूसरे प्रकार की हरी सब्जियां खा सकती हैं.
प्रेग्नेंसी के समय आपको भरपूर मात्रा में विटामिन खनिज फाइबर इत्यादि की आवश्यकता होती है इसके लिए आप सेब केला संतरा की जैसे फूलों को अपने खानपान में शामिल करें और जो दूसरे प्रकार के मौसमी फल होते हैं अपने डॉक्टर की सलाह से उन्हें भी आप प्रयोग कर सकती हैं.
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान आवश्यक योगा- 5 months pregnant yoga
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंसी के पांचवे महीने स्कैन और टेस्ट
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के 5 महीने की सावधानियां
इन्हें भी पढ़ें : पांचवे महीने में शिशु का विकास – 17 सप्ताह, 18 सप्ताह
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी का छठा महीना शारीरिक लक्षण और बदलाव
जैसे कि महिला को पहले महीने से ही यह हिदायत दी जाती है कि वह अपने शरीर में पानी की कमी ना होने दें अपने आप को हाइड्रेट रखें यह बात इस महीने पर भी लागू होती है आप जूस और पानी या और किसी प्रकार का तरल अपने भोजन में जरूर ले.
प्रेगनेंसी में गैस की समस्या को दूर करने के लिए महिलाओं को अपने भोजन में सलाद का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए. इससे फाइबर मिलेगा सलाद के तौर पर आप गाजर टमाटर खेलें जैसी सब्जियां शामिल कर सकती हैं, लेकिन ध्यान रहे आप को सब्जी कच्चे खानी है इसलिए उन्हें अच्छी तरह से धोकर ही खाएं.
किसी भी गर्भवती महिला को एक स्वस्थ गर्भावस्था के दौरान दूसरी और तीसरी तिमाही में 21 ग्राम अतिरिक्त प्रोटीन खाने की सलाह दी जाती है. इसके लिए महिला को अपने भोजन में प्रोटीन युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए. इसके लिए महिलाएं दाल, पनीर, सोयाबीन, अंडा, अंडा उबला हुआ, इसका सेवन कर सकती है.
ऐसा नहीं है कि प्रेगनेंसी में खाने पर जोर दिया जाता है तो आप कुछ भी खा ले बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो गर्भ शिशु को नुकसान पहुंचाने का दमखम रखते हैं ऐसी चीजों को खाने से हमेशा बचना चाहिए—
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को कोल्ड ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए. इसमें कैफीन और शुगर अतिरिक्त मात्रा में होता है. कैलोरी भी अतिरिक्त होती है. यह शिशु को नुकसान पहुंचाने के लिए बहुत है. इसकी जगह आप ताजे फलों का रस पी सकते हैं, जो सिर्फ आपको ताकत देंगे साथ ही साथ मिनरल और विटामिन की कमी को भी दूर करेंगे.
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कच्चा पपीता अनानास खाने से बचना चाहिए यह गर्भपात कराने की क्षमता रखते हैं.
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के समय कौन कौन से फल खा जाने चाहिए
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में फल कब और कैसे खाने चाहिए
प्रेग्नेंसी के समय किसी भी महिला को चाय, कॉफी, चॉकलेट आदि से बचना चाहिए इसके कारण से शिशु को अनिद्रा की समस्या हो सकती है.
बाहरी जंक फूड जैसे कि बर्गर, पिज्जा, और दूसरे प्रकार के जंक फूड इसमें चाट पकौड़ी भी आती है, समोसा इन सब का परहेज करें,
जैसा कि हमने पहले महीनों में भी बताया है महिलाओं को कच्चा किसी भी प्रकार का भोजन नहीं खाना चाहिए. इसके अंदर कच्चा अंडा और कच्चा मांस मुख्य रूप से आते हैं इनके अंदर खतरनाक बैक्टीरिया से होने का अंदेशा रहता है जो गरबा शिशु के विकास को रोकने की क्षमता रखते हैं.
महिला को नशीले पदार्थों का सेवन और धूम्रपान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए यह सब के सब शिशु के विकास में बाधक होते हैं.