प्रेग्नेंट होने के लक्षण है, लेकिन प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव है

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एक बड़े ही कॉमन समस्या जैसे की प्रेगनेंसी है, लेकिन प्रेगनेंसी नेगेटिव आ जाती है. ऐसा क्यों हो जाता है.

इस
संबंध में चर्चा करने जा रहे हैं. कभी-कभी गलतफहमी हो जाने की वजह से
प्रेगनेंसी होते हुए भी महिला ध्यान नहीं रखती है. और उसका खामियाजा आगे
चलकर भुगतना पड़ता है.

ऐसे ही कुछ फैक्टर है. जिनकी वजह से प्रेगनेंसी होते हुए भी प्रेगनेंसी चेक करने पर प्रेगनेंसी नेगेटिव आती है.
हम
जब भी प्रेगनेंसी चेक करते हैं तो उसका आधार हमारे ब्लड के अंदर और हमारे
यूरिन के अंदर प्रेगनेंसी हारमोंस ही होता है. अगर प्रेगनेंसी हारमोंस की
उपस्थिति होगी तो प्रेगनेंसी मानी जाएगी. हम प्रेगनेंसी हारमोंस को एचसीजी
हार्मोन के नाम से भी जानते हैं.

आप प्रेगनेंसी चेक कर रहे हैं और प्रेगनेंसी है लेकिन नेगेटिव आ गई है इसके पीछे कुछ कारण होते हैं उन पर एक बार बात कर लेते हैं.

समय से पहले प्रेगनेंसी चेक करना

हमें
सबसे पहले यह समझना होगा कि प्रेगनेंसी हमें कब चेक करनी चाहिए. डॉक्टर
कहते हैं कि आप प्रेगनेंसी चेक उस वक्त कर सकते हैं. जब महिला को
प्रेगनेंसी हुए 5 दिन हो जाते हैं.

उसके बाद इतना प्रेगनेंसी
हारमोंस महिला के यूरिन या ब्लड में आ जाता है, कि आप प्रेगनेंसी चेक कर
सकते हैं. लेकिन यह बात पूर्ण रूप से सत्य नहीं है.

ऐसा हो सकता है
कि कुछ महिलाओं के यूरिन में इतनी मात्रा में प्रेगनेंसी हारमोंस आ जाए कि
वह प्रेगनेंसी चेक करें तो उन्हें सही रिजल्ट प्राप्त हो जाए. लेकिन यह बात
हर एक महिला के साथ नहीं होती है. कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी हारमोंस की
पर्याप्त मात्रा यूरिन में प्राप्त करने के लिए 10 से 15 दिन का समय भी लग
सकता है. इसलिए डॉक्टर मुख्यतः यह सजेशन देते हैं, कि पीरियड मिस होने के
एक हफ्ते बाद आप प्रेगनेंसी चेक करें.

क्योंकि इस वक्त पर्याप्त
मात्रा में प्रेगनेंसी हारमोंस महिला के यूरिन में आ जाता है. कुछ महिलाएं
समय से पहले ही प्रेगनेंसी चेक करने की कोशिश करते हैं. और रिजल्ट नेगेटिव आ
जाता है. हालांकि उस वक्त उनके गर्भ में शिशु होता है.

लक्षण के आधार पर

जब
कोई महिला गर्भवती होती है, तो उसे बहुत सारे लक्षण नजर आते हैं. यह लक्षण
महिला के अंदर हार्मोन अल परिवर्तन के कारण नजर आते हैं. यह लक्षण इस बात
पर भी निर्भर करते हैं, कि महिला का शरीर उन हारमोंस के प्रति कितना
संवेदनशील है. अगर शरीर अधिक संवेदनशील होता है, तो लक्षण जल्दी और अधिक
नजर आते हैं. लेकिन कुछ महिलाओं में बिल्कुल भी लक्षण नजर नहीं आते हैं, तो
इसका मतलब यह नहीं है, कि वह गर्भवती नहीं है.
कभी-कभी महिलाएं लक्षण नहीं होने की वजह से अपने आप को गर्भवती नहीं मानती है. जबकि वह गर्भवती होती है.

प्रेगनेंसी किट द्वारा सही समय पर प्रेगनेंसी चेक नहीं करने पर

प्रेगनेंसी
हो जाने पर महिला के शरीर में परिवर्तन स्पष्ट नजर आते हैं. लेकिन यह 2 या
3 महीने के बाद नजर आते हैं. तो उस वक्त बड़ी आसानी से पता चल जाता है, कि
महिला गर्भवती है.

लेकिन हम प्रेगनेंसी उस वक्त जानने की कोशिश
करते हैं. जब प्रेगनेंसी की शुरुआती अवस्था होती है. जिस समय महिला के शरीर
को देखकर कुछ भी पता नहीं चलता है. शुरुआती समय में महिला के शरीर में
प्रेगनेंसी हारमोंस कम मात्रा में बनते हैं. कभी-कभी हम ऐसे समय प्रेगनेंसी
चेक कर लेते हैं. जब महिला के यूरिन में  प्रेगनेंसी हारमोंस नाममात्र को
होते हैं. उस वक्त भी रिजल्ट गलत आ सकता है.

जब भी आप प्रेगनेंसी
चेक करें तो आप मॉर्निंग के पहले यूरिन से ही प्रेगनेंसी चेक करें. इस वक्त
महिला के यूरिन में प्रेगनेंसी हारमोंस की मात्रा सबसे अधिक होती है. और
सही रिजल्ट मिलने की संभावना भी सबसे अधिक होती है.

किट का खराब होना

आप
जो भी प्रेगनेंसी किट खरीदें कोशिश करें कि उसकी एस्पायरी डेट अभी नहीं
निकली हो, और यह भी कोशिश करें कि जो भी प्रेगनेंसी किट खरीदें, वह
रिसेंटली ही मैन्युफैक्चरर की गई हो. उसके सही रिजल्ट देने की संभावना सबसे
ज्यादा रहती है.

प्रेग्नेंट होने के लक्षण है, लेकिन प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव है

कभी-कभी खराब मटेरियल की वजह से, या
मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की वजह से, या रखरखाव में किसी कमी की वजह से
प्रेगनेंसी किट खराब भी हो सकती है. ऐसी किट से भी रिजल्ट सही नहीं आता है.

घरेलू तरीकों द्वारा प्रेगनेंसी चेक करना

काफी सारे घरेलू तरीकों से भी महिलाएं प्रेगनेंसी चेक करती हैं. और इस नतीजे पर पहुंच जाती है, कि वह गर्भवती नहीं है.

हालांकि
वह गर्भवती होती हैं. जो भी घरेलू तरीके हैं. वह घर में पाए जाने वाले
पदार्थों और यूरीन के माध्यम से प्रेगनेंसी चेक करते हैं. तो कभी-कभी इस
बात में शक रह जाता है, कि आप यूरिन के साथ जो भी पदार्थ मिलाकर प्रेगनेंसी
चेक कर रहे हैं, क्या उसके अंदर वह गुण हैं, कि वह प्रेगनेंसी को सही
तरीके से बता सके.

क्योंकि घर में पाए जाने वाले पदार्थ अलग-अलग
कंपनियों द्वारा अलग-अलग तरीकों से मैन्युफैक्चर किए जाते हैं.  तो कभी कभी
उनके अंदर वह गुण नहीं होता कि वह प्रेगनेंसी का पता लगा पाए. पुराने होने
की वजह से वह कभी-कभी अपना गुण भी खो देते हैं. तब भी गलत सूचना प्राप्त
हो सकती है.

यह तो वह कारण जिसकी वजह से हम प्रेगनेंसी चेक करते हैं. लेकिन प्रेगनेंसी होते हुए भी हमें प्रेगनेंसी होने का पता नहीं चलता है.

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