प्रेगनेंसी के दौरान अगर गर्भस्थ शिशु का वजन कम रहता है, तो उस अवस्था में हम कैसे पता करें, कि गर्भ में शिशु का वजन कम है. और दूसरा गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने के लिए महिला को अपने भोजन में किस-किस प्रकार की चीजों का समावेश करना चाहिए.
साथ ही साथ वह ऐसा क्या करें कि गर्भस्थ शिशु का वजन बढ़ जाए. कुछ घरेलू टिप्स आपको देने जा रहे हैं. आप मेडिकल हेल्प के साथ-साथ इन घरेलू टिप्स को भी अपना कर चले यह भी आपकी बहुत ज्यादा मदद करेंगे.
मेडिकल चेकअप के द्वारा आजकल बड़ी आसानी से गर्भस्थ शिशु के वजन का पता चल जाता है अल्ट्रासाउंड के माध्यम से भी यह सुविधा आपको प्राप्त हो जाती है.
Table of Contents
दोस्तों अगर प्रेगनेंसी के दौरान आपको यह पता चलता है, कि आपके गर्भस्थ शिशु का वजन कम है, तो आपको डॉक्टरी हेल्प तो लेने की आवश्यकता पड़ेगी ही. साथ ही साथ आपको डॉक्टर के संपर्क में रहना होगा.
सबसे पहले आपको इस बात का पता लगाना होगा कि यह क्यों हो रहा है. इसके लिए जो भी चेकअप डॉक्टर आपको बताते हैं. आपको लेने होंगे . क्योंकि जब तक समस्या का पता नहीं चलता है, तब तक समस्या जड़ से समाप्त नहीं होती है. इसके लिए डॉक्टर आपकी मदद करेंगे, लेकिन आप अपने भोजन के माध्यम से भी इस समस्या पर काफी हद तक सफलता प्राप्त कर सकती है.
आपके भोजन की बात करें, उससे पहले हम आपको छोटी सी एक बाकी है. बताना चाहेंगे कि आप सबसे पहले पॉजिटिव रहें. खुश रहें. किसी भी प्रकार का तनाव नहीं लें. प्रेगनेंसी को इंजॉय करें. यह बहुत जरूरी है.
आपका तनाव ही आपकी 50% से अधिक समस्याओं का कारण होता है. इसे अपने दिमाग से निकाल कर बाहर फेंके. इसके लिए आप मेडिटेशन और योगा का सहारा ले सकती हैं आप पुस्तकें पढ़ सकती हैं संगीत सुन सकती हैं जो भी आसानी से किया जाने वाला कार्य है आप उसमें अपने मन को लगाएं.
आइए बात करते हैं आपके भोजन को लेकर
- भरपूर मात्रा में पानी पिए
- प्रेगनेंसी के दौरान पानी पीना बहुत आवश्यक होता है.
- यह आपको हाइड्रेट रखेगा
- आपके शरीर के तापमान को संयमित रखेगा
- पानी के अंदर कई प्रकार के मिनरल्स होते हैं जो गर्भ शिशु के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
- आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए
- पसंदीदा खाद्य पदार्थ ढूंढें
हार्मोन के परिवर्तन के कारण महिलाओं के मुंह का स्वाद बड़ा ही खराब रहता है. ऐसे में महिला को बहुत सी चीजें खाने का या पीने का मन नहीं करता है. इसलिए आप पानी के साथ-साथ फलों का जूस सब्जियों का जूस दूध जांच इत्यादि भी अपने भोजन में शामिल करें यह भी बहुत पौष्टिक होते हैं.
आराम बहुत जरूरी
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आराम करना बहुत जरूरी होता है. क्योंकि जब महिला आराम करती है, तो उस वक्त गर्भस्थ शिशु का विकास सबसे ज्यादा होता है. साथ ही साथ महिला आराम करती है तो उसकी एनर्जी भी बचती है.जो कि गर्भस्थ शिशु के लिए काम आ सकती है.
नियमित रूप से प्रीनेटल विटामिनस का सेवन करें. यह आपके शरीर में पोषण की कमी को दूर करता है और आपको और आपके शिशु को अच्छी खुराक देता है.
अपने आहार में मेवे और नट्स को भी शामिल करें.
आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपको कब्ज की समस्या नहीं होनी चाहिए खासकर प्रेगनेंसी हारमोंस की वजह से महिलाओं को कब्ज रहता है.
ऐसा भोजन करें जो फाइबर युक्त हो और आपको कभी नहीं होना चाहिए कब्ज होने से भोजन अच्छे तरीके से शरीर में नहीं पचता है, और घर पर शिशु के लिए पर्याप्त पोषण प्राप्त नहीं होता है.
गर्भावस्था के सातवा, आठवा और आखिरी तिमाही दर्शाता है कि थोड़े ही समय बाद आपका बच्चा आपके हाथों में होगा.
इसलिए आपको अपना ज्यादा ध्यान रखना होता है. जब आप अपने गर्भावस्था के सातवें महीने में होती है, तब आपका खानपान आपके शिशु के हिसाब से होना चाहिए.
उनके सही और स्वस्थ विकास के लिए आपको हर रोज संतुलन मे खाना खाना होगा. क्योंकि इस समय में गर्भाशय आपके पेट में अपनी जगह बनाने लगता है. इस समय में आपके आहार में भरपूर मात्रा में आयरन और प्रोटीन के साथ कैलशियम, मैग्निशियम, फाइबर, फोलिक एसिड और डी एच ए की भरपूर मात्रा होनी चाहिए। तेज नमक और ज्यादा मीठे वाले खाने से दूर रहे.