प्रेग्नेंसी के लिए हेयर वॉश ट्रिक | कैसे काम करती है

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एक हेयर वाश ट्रिक आपके लिए लेकर आए हैं अगर आप इस ट्रिक को अपना लेती है तो आपको प्रेगनेंसी होने की संभावना हो जाती है.

आइए चर्चा करते हैं कि यह ट्रिक किन किन परिस्थितियों में काम नहीं करेगी और कहां-कहां काम कर सकती है.
दोस्तों किसी भी महिला को गर्भवती होने के लिए एक पूरी की पूरी प्रोसेस होती है और उस प्रोसेस के अंदर कहीं भी कोई दिक्कत अगर आ जाती है तो प्रेगनेंसी में समस्या आती है. अर्थात आप इसे ऐसा समझ सकते हैं, कि एक चेन है जो  कड़ी यों से मिलकर बनी है. अगर कोई भी कड़ी टूट जाती है, तो फिर चेन काम नहीं करती है. 

 

प्रेग्नेंसी के लिए हेयर वॉश ट्रिक

हमारे कहने का मतलब यहां पर यह है की प्रेगनेंसी नहीं होने के बहुत सारे कारण होते हैं और हर एक कारण के लिए इलाज भी और तरीका भी अलग अलग होता है.

अगर प्रेगनेंसी पुरुषों के शुक्राणुओं की कमजोरी की वजह से नहीं हो रही है जो महिला के शरीर में आते ही दम तोड़ देते हैं तो फिर हेयर वॉश टेक्निक काम नहीं करेगी.

अगर महिला की ट्यूब से बंद है या गर्भाशय या गर्भाशय छोटा है तो फ्री है टेक्निक काम नहीं करेगी अगर महिला के शरीर में अपरिपक्व को अंडे है तो यह टेक्निक काम नहीं करेगी.

हेयर वाश टेक्निक कुछ विशेष अवस्था में काम करती है. यह कुछ हारमोंस की मात्रा को कम होने से रोकती है, जो प्रेगनेंसी हारमोंस को बनाने में मदद करते हैं.

 कई बार क्या होता है कि प्रेगनेंसी प्रॉपर हारमोंस नहीं होने की वजह से होने के बाद भी समाप्त हो जाती है और पीरियड के माध्यम से फ़्लैश हो जाती है और महिला को पता भी नहीं चलता है. तो उस अवस्था में यह टेक्निक काम करती है.

क्योंकि एक साधारण महिला को इस बात का पता नहीं होता है कि प्रेगनेंसी क्यों नहीं हो रही है इस बात को पता लगाने के लिए बहुत सारे टेस्ट होते हैं बहुत सारा पैसा खर्च होता है तो उससे पहले क्यों ना कुछ घरेलू उपाय अपना लिए जाए उसमें से यह भी एक तरीका है.

हेयर वॉश टेक्निक प्रेगनेंसी में कैसे मदद करती है

हमारे शरीर में कई सारी ग्रंथियां होती है एक ग्रंथि है पीयूष ग्रंथि इससे बहुत सारे हारमोंस निकलते हैं जो शरीर के विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्य करते हैं.

 ऐसे ही इससे कुछ हारमोंस निकलते हैं जो प्रेगनेंसी को संभालने के लिए काफी आवश्यक होते हैं इससे निकलने वाले FSHऔर LS हारमोंस शरीर में प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजन हारमोंस की मात्रा को बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं.

जब महिला का परिपक्व अंडा पुरुष के शुक्राणु के साथ मिलकर एक भ्रूण का निर्माण करता है, जो कि प्रारंभिक अवस्था में होता है तो उसको पालने , उसकी सुरक्षा का कार्य एस्ट्रोजन हार्मोन प्रोजेस्टेरोन हार्मोन द्वारा किया जाता है अर्थात इनकी मात्रा बढ़ ना उस वक्त काफी जरूरी होता है अगर इनकी मात्रा नहीं बढ़ती है तो यह प्रेगनेंसी समाप्त हो जाती है.

पीयूष ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन का कार्य प्रेगनेंसी हारमोंस की मात्रा को बढ़ाने का होता है. इनके बिना प्रेगनेंसी हारमोंस की मात्रा नहीं बढ़ती है. इसलिए इनका प्रॉपर तरीके से उत्सर्जन आवश्यक होता है.

वैसे तो सिर को पानी से भिगोने पर पीयूष ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन की मात्रा पर प्रभाव ना के बराबर ही आता है. लेकिन जब यह हारमोंस कम बन रहे होते हैं तो उस अवस्था में प्रभाव आ सकता है क्योंकि आपको प्रेगनेंसी नहीं रुक रही है तो यह संभावना होती है.

तो इसलिए कहा जाता है कि किसी भी गर्भधारण करने वाली माता को अपने ओवुलेशन पीरियड से अगले 10 दिन तक सिर को पानी से नहीं भिगोना चाहिए.

 क्योंकि पीयूष ग्रंथि में सिकुड़न पैदा हो जाती है जिसकी वजह से इससे निकलने वाले हारमोंस के प्रवाह पर प्रभाव पड़ता है, जो प्रेगनेंसी हारमोंस में कमी कर सकती है और गर्भ खराब हो सकता है और पीरियड आ जाते हैं.

आपको हम और बता दें कि आप गूगल में जाकर सर्च कीजिए कैलकुलेट ओवुलेशन पीरियड तो आपको ऐसे बहुत सारे ऑनलाइन टूल मिल जाएंगे जो आपको यह बता देंगे कि आपका ओवुलेशन पीरियड कब है इसमें आपको अपनी कुछ डिटेल्स डालनी होंगी जो आपको पता होती है इसमें है आपकी डेट और आपकी मंथली साइकिल की लंबाई.

 इन इंफॉर्मेशन के साथ आप अपना एग्जैक्ट डेट निकाल सकती है कि आने वाले दिनों में आप का ओवुलेशन पीरियड कब से है.
 

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