किसी भी महिला के पीरियड मिस होना अपने आप में काफी बड़ी बात होती है. इसलिए महिला को इस बात का पता होना आवश्यक है, कि उसके पीरियड क्यों मिस हुए हैं.
किसी भी महिला के लिए उसके पीरियड संयमित होना उसके स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अत्यधिक आवश्यक होता है. यह उसके शरीर में उपस्थित हारमोंस की स्थिति सही होने की तरफ इशारा करता है. अगर महिला गर्भवती नहीं है और उसके पीरियड मिस हो गए हैं तो यह उसके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है. यह महिला के खराब स्वास्थ्य की तरफ इशारा करता है.
इसके लिए महिला को तुरंत चिकित्सीय सहायता लेना अत्यधिक आवश्यक होता है.
जब महिला के पीरियड शुरू होते हैं, और उस वक्त महिला के पीरियड अनियमित हो जाते हैं, तो इसे कोई बड़ा इशू नहीं माना जाता है, क्योंकि अभी महिला की उम्र भी काफी कम होती है और उसका शरीर अभी डेवलपिंग स्टेज में होता है.
लेकिन 18 वर्ष के बाद महिला के पीरियड मिस होना बिल्कुल भी सही नहीं होता है. अगर इस उमर के बाद महिला के पीरियड मिस होते हैं, तो आगे चलकर महिला को मां बनने में समस्या आ जाती है.
बिना प्रेगनेंसी की भी अगर महिला के पीरियड 1 से 2 महीने मिस हो जाते हैं तो इसे डॉक्टर सामान्य ही मानते हैं. लेकिन अधिक महीने तक मिस होने पर इसे गंभीर समस्या माना जाता है.
पीरियड मिस होने के कारण
पीरियड मिस होने के कारण
अत्यधिक फास्ट फूड खाना
जो जवान महिलाएं फास्ट फूड पर निर्भर रहती है, उनके साथ इस प्रकार की समस्या काफी अधिक आती है, और उन्हें मां बनने में समस्या का सामना करना पड़ता है.
लेजी लाइफ़स्टाइल
जो महिलाएं बिल्कुल भी शारीरिक मेहनत नहीं करती और उनकी डाइट काफी अधिक होती है. ऐसी महिलाओं को पीरियड मिस होने जैसी समस्याएं देखने में आती है. पीरियड से संबंधित समस्या जल्दी होती है.
तनाव के कारण
आजकल लाइफस्टाइल बिजी हो गई है. इस टाइम जवान बच्चों से लेकर बड़े बूढ़ों तक में काफी अधिक मानसिक तनाव आ गया हैं. मानसिक तनाव की वजह से महिलाओं में पीरियड से संबंधित समस्याएं सामने आने लगी है. उनके पीरियड अनियमित और मिस हो जाते हैं.
अधिक मोटापा
जिन महिलाओं को अधिक मोटापे की समस्या होती है उनकी पीरियड भी अक्सर अनियमित रहते हैं बार-बार मिस हो जाते हैं.
थायराइड की समस्या
थायराइड की समस्या एक हारमोंस से संबंधित समस्या है. जिन महिलाओं को थायराइड अधिक या कम रहता है. उनके साथ भी पीरियड मिस होने की समस्या रहती है.
हारमोंस अनियमित होना
जिन महिलाओं के हार्मोन अनियमित रहते हैं. उनके पीरियड की बार-बार में सो जाते हैं.
प्रेगनेंसी होना
जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी होती है उन महिलाओं के पीरियड 9 महीने के लिए या उससे अधिक समय के लिए मिस हो जाते हैं.
वजन कम होने पर
जिन महिलाओं में कम वजन होने की समस्या होती है. जिनके शरीर में चर्बी कम होती है. उन महिलाओं के शरीर में खून की मात्रा भी कम होती है. इसलिए कम वजन वाली महिलाओं को पीरियड मिस की समस्या काफी ज्यादा देखने में आती है.
अधिक शारीरिक मेहनत
जो महिलाएं अधिक से अधिक शारीरिक मेहनत करती हैं, अधिक व्यायाम करती हैं. एथलीट है, यह मेहनत कश है, मेहनत मजदूरी करती हैं. ऐसी महिलाओं की भी पीरियड अक्सर मिस हो जाते हैं.
बर्थ कंट्रोल पिल्स
बर्थ कंट्रोल पिल्स में ऐसी कुछ मेडिसिंस होती हैं, जो महिला के शरीर में उत्पन्न होने वाले हारमोंस को डिस्टर्ब करने की क्षमता रखती है, इस वजह से पीरियड डिस्टर्ब हो जाते हैं.