प्रेगनेंसी के दौरान च्यवनप्राश खाने को लेकर चर्चा कर रहे हैं. चर्चा करेंगे
क्या प्रेगनेंसी के दौरान च्यवनप्राश खाना सुरक्षित रहता है. प्रेगनेंसी में कब च्यवनप्राश नहीं खाए. क्या च्यवनप्राश गर्मियों में खाया जा सकता है. कितनी मात्रा में च्यवनप्राश प्रेगनेंसी में खाना चाहिए.
च्यवनप्राश एक ऐसा पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए जाना जाता है.
सर्दी खांसी, जुखाम और बुखार जैसी बेसिक प्रॉब्लम्स जो इम्यून सिस्टम की कमजोरी की वजह से नजर आती है. इसमें यह रामबाण की तरह काम करता है.
प्रेगनेंसी के दौरान भोजन में गर्म तासीर के खाद्य पदार्थों से बचा जाता है, लेकिन च्यवनप्राश की तासीर काफी गर्म मानी जाती है.
क्या ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान च्यवनप्राश को खाना चाहिए या नहीं खाना चाहिए, यह भी एक प्रश्न उठता है.
दूसरा प्रश्न यह भी उठता है कि क्या अगर प्रेगनेंसी में च्यवनप्राश खा भी सकते हैं, तो क्या इसे मात्र जाड़ों के मौसम में लेना चाहिए या इसे हम गर्मी के मौसम में भी ले सकते हैं यह कुछ पॉइंट है.
यहां हम आपको बताना चाहेंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको च्यवनप्राश खाना भी चाहिए और नहीं खाना भी चाहिए. दोनों ही बातें है, यह कुछ बातों पर निर्भर करता है.
प्रेगनेंसी में कब च्यवनप्राश नहीं खाए
प्रेगनेंसी में कब च्यवनप्राश नहीं खाए
हम जानते हैं, कि प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी गर्म तासीर का भोजन नहीं खाना चाहिए. च्यवनप्राश भी गर्म तासीर का भोजन है, और बहुत ज्यादा पौष्टिक भी होता है. उसकी बहुत सारे गुण महिलाओं को चाहिए भी होते हैं, तो ऐसे में महिलाएं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रेगनेंसी के शुरू के 3 महीने महिलाओं को चवनप्राश का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है.
क्योंकि इस दौरान शिशु काफी कमजोर होता है. इसलिए महिलाओं को 3 महीने से लेकर 6 महीने तक च्यवनप्राश का सेवन करना चाहिए. कैसे करना है, कितना करना, आगे बात करेंगे.
जिन महिलाओं को बार बार गर्भपात होने की संभावना बनी रहती है या पहले हो गया है तो उन महिलाओं को नहीं लेना चाहिए.
जिन महिलाओं की प्रेगनेंसी में किसी भी प्रकार की कॉम्प्लिकेशंस हो उन्हें च्यवनप्राश खाने से बचना चाहिए. क्योंकि यह तासीर में गर्म होता है. दूसरी बात आप अपनी प्रेगनेंसी और अपने शरीर के नेचर के अनुसार डॉक्टर से सलाह करके भी च्यवनप्राश ले सकते हैं.
गर्भवती कितनी मात्रा में च्यवनप्राश खाएं
गर्भवती कितनी मात्रा में च्यवनप्राश खाएं
च्यवनप्राश गर्म तासीर का होता है, इसलिए महिलाओं को दूध के साथ ही च्यवनप्राश लेना चाहिए. इसके लिए महिलाएं जाड़ों के मौसम में ज्यादा से ज्यादा एक चम्मच चवनप्राश का सेवन कर सकती हैं. वह भी दिन में मात्र एक बार दूध के साथ और वहीं महिलाएं गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा आधा चम्मच चवनप्राश का सेवन कर सकती हैं, वह भी दूध के साथ.
जिन महिलाओं को ब्लडिंग की समस्या हो या बार-बार गर्भपात होने की समस्या हो या उनकी प्रेगनेंसी मंं किसी प्रकार की कॉम्प्लिकेशंस हो तो उन्हें च्यवनप्राश नहीं लेना चाहिए.
अगर आप गर्भवती हैं तो आप अपने डॉक्टर से पूछ कर च्यवनप्राश खाएं क्योंकि वह आपकी प्रेग्नेंसी के नेचर या उसकी प्रकृति को देखकर, आपके शरीर की प्रकृति को देख कर आपको सजेस्ट कर सकता है, कि आपको वह कितनी मात्रा में लेना है.
यह भी हो सकता है कि डॉक्टर आपको च्यवनप्राश खाने से मना करें. क्योंकि अलग-अलग महिलाओं की प्रेगनेंसी भी अलग-अलग होती है.
अगर डॉक्टर को ऐसा लगता है की चवनप्राश आपकी प्रेगनेंसी के लिए बेहतर नहीं होगा तो वह इसे लेने से मना भी कर सकते हैं.