वैक्सीनेशन सेंटर से कोरोनावायरस नहीं चाहिए, तो इन बातों का ध्यान रखें

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जैसे
जैसे देश के अंदर संक्रमण
बढ़ता चला जा रहा है.
वैसे वैसे ही देश का
हर नागरिक वैक्सीन लगवाने में इंटरेस्टेड नजर रहा है.

देश
के अंदर 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष
तक के युवा लोगों
के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है.
ढाई करोड़ से अधिक लोगों
ने 1 मई से पहले
ही वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन
करवा दिया है. जो कि अपने
आप में एक रिकॉर्ड है.

वैक्सीनेशन
सेंटर पर लोग बहुत
बड़ी मात्रा में वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच
रहे हैं. जहां 45 वर्ष से ऊपर के
लोगों का रजिस्ट्रेशन वैक्सीनेशन
सेंटर पर ही हो
रहा है. ऐसे में वह लोग भी
रहे हैं. जिन्हें पहले से ही कोरोना
है, या फिर कोरोना
तो है लेकिन उन्हें
लक्षण नजर नहीं रहे हैं.

 

वैक्सीनेशन सेंटर से कोरोनावायरस नहीं चाहिए, तो इन बातों का ध्यान रखें

ऐसे
में कोरोना से छुटकारा पाने
के लिए की गई कोशिश
में अधिकतर लोग कोरोना घर लेकर
रहे हैं. यह बात तब सामने आई जब वैक्सीनेशन
करवाने के तुरंत बाद बहुत से लोगों को कोरोनावायरस की समस्या दिखाई दी.

इसलिए एक्सपर्ट
द्वारा लोगों को चार सावधानियां
रखने के लिए कहा
गया है. अगर कोई व्यक्ति वैक्सीनेशन करवाने के लिए वैक्सीनेशन
सेंटर पर पहुंचता है,
तो उसे यह चार सावधानियां
रखना आवश्यक है.

डबल मास्क लगाएं

डबल मास्क लगाएं

वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीनेशन के
लिए अत्यधिक भीड़ एकत्र रहती है. ऐसे भी बहुत सारे
व्यक्ति होते हैं, जिन्हें कोरोनावायरस हो सकता है.
लोग बहुत आपस में बातें भी करते हैं,
छींकना खासना आम बात है.

ऐसे में कोरोनावायरस वातावरण में जा सकता है.
इसलिए वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचने वाले
हर व्यक्ति के पास मास्क होना चाहिए, बल्कि उसे डबल मास्क लगाकर आने की सलाह दी
गई है.

 इससे दो फायदे होते हैं

एक तो वायरस सांसों के द्वारा आपके
शरीर में नहीं पहुंच सकता है.
दूसरा
अगर आपको कोरोनावायरस का इन्फेक्शन पहले
से ही है तो आपके द्वारा दूसरा व्यक्ति संक्रमित होने से बच जाएगा.यूज एंड थ्रो ग्लब्स पहने

यूज एंड  थ्रो ग्लब्स पहने

एक्सपर्ट के द्वारा दूसरी
सलाह यही है कि कोरोना
वैक्सीन लेने के लिए आने
वाले हर व्यक्ति के
हाथ में प्लास्टिक के ग्लब्स अवश्य
होना चाहिए.  क्योंकि
वैक्सीनेशन सेंटर पर स्थित किसी
भी कुर्सी मेज पर,  दीवार
पर या सरफेस पर कोरोनावायरस हो
सकता है. और आपको आवश्यकता
अनुसार इन्हें छूने की आवश्यकता हो सकती है.
 इसलिए
यूज एंड थ्रो ग्लब्स आपकी मदद अवश्य करेंगे.


अपने शरीर
को पूर्ण रूप से ढक कर रखें

वैक्सीनेशन
सेंटर पर पहुंचने वाले
व्यक्ति को इस बात
को कंफर्म करना चाहिए कि उसके शरीर
का एकएक हिस्सा
पूर्ण रूप से ढका हुआ
है और किसी भी
अवस्था में वायरस का अंश उसके
शरीर से नहीं छूना
चाहिए.


मुंह
, नाक को हाथ लगाने से बचें

वायरस
मुख्यतः आंख, कान, मुंह, नाक के माध्यम से
ही शरीर में प्रवेश करता है. इसलिए इस बात का
विशेष ध्यान रखने के लिए कहा
गया है, कि जब तक
व्यक्ति अपने हाथ को सैनिटाइज या
साबुन से धो नहीं
लेता है तब तक
आंख, नाक, मुंह इत्यादि को बिल्कुल भी
हाथ नहीं लगाना है.

हैंड सैनिटाइजर साथ लेकर जाएं


टीका लगवाने जाते वक्त हर एक व्यक्ति को अपने साथ हैंड सैनिटाइजर ले जाने की आवश्यकता
है पता नहीं कब शरीर के दूसरे अंगों को हाथों से छूने की आवश्यकता पड़ जाए इससे पहले
हैंड सैनिटाइजर करना अत्यधिक आवश्यक हो जाता है

बात नहीं करें


एक्सपर्ट के अनुसार
वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचने वाले लोगों को आपस में बिल्कुल भी बात नहीं करनी चाहिए
अगर हो सके तो इशारों से अपनी बातों को समझाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करें.


घर पहुंच कर सभी कपड़े बदले


वैक्सीनेशन करवाने के बाद सीधे घर पहुंचे और अपने सभी कपड़े तुरंत निकाल कर धोने
के लिए डाल दें. उसके बाद अपने ग्लब्स और मास्क अगर यूज एंड थ्रो है तो उन्हें पॉलिथीन
में बंद करके कूड़ेदान में डाल दें, अन्यथा उन्हें भी सैनिटाइजर करें.



 

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