गैस को दूर करने के लिए आज हम गैस की रामबाण दवा अजवाइन के विषय में बात कर रहे हैं. गैस को दूर करने के लिए हमें अजवाइन का प्रयोग कैसे करना. यह एक घरेलू नुस्खा है.
लेकिन इससे पहले आपको इस बात का विश्वास भी होना चाहिए कि अजवाइन आपकी समस्या को दूर कर सकता है. अजवाइन गैस के लिए क्यों प्रयोग में लाया जाता है. इसलिए अजवाइन के बारे में बात करेंगे इसके गुणों के बारे में बात करेंगे ताकि आप इसका प्रयोग और अच्छी तरीके से गैस और दूसरी समस्याओं में कर सकें.
भारत में अजवाइन को कई नामों से जाना जाता है और यह जरूरी नहीं कि आप हिंदुस्तान के जिस हिस्से में रह रहे हो अजवाइन को उसी नाम से आपके क्षेत्र में जाना जाता हो. इसलिए हम आपको अजवाइन के दूसरे नाम भी बता रहे हैं.
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जब हम नुस्खे बताते हैं तो हमसे कई बार यह प्रश्न किया जाता है कि भारत कि अमुक क्षेत्र में इसे किस नाम से जाना जाता है या इसे किसी भाषा विशेष में किस नाम से संबोधित किया जाता है तो हम उस हिस्से को भी यहां थोड़ा सा शामिल कर रहे हैं.
गैस की रामबाण दवा : अजवायन
अजवाइन एक ऐसा मसाला है जिसे लगभग भारत के हर हिस्से में प्रयोग में लाया जाता है और अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
- हिन्दी में अज़वाइन, अजमायन, जवाइन, जबायन, अजोवां,
- गुजराती में अजमो,
- तमिल में ओमुम,
- बंगाली में यमानी या जोवान,
- मराठी में अजमा, यवान ,
- अंग्रेजी में एजोबा सीड्स, कैरम (carum),
- अरबी में कमूने मुलुकी आदि
अगर आप मार्केट से अजवाइन खरीदने गए हैं और वह उसे अजवाइन के नाम से नहीं जानता है तो इन बताए गए नामों में से कोई एक नाम वह जरूर जानता होगा.
अजवाइन के अंदर काफी सारे पोषक तत्व होते हैं. जिनके नाम भी काफी डिफिकल्ट है. अजवाइन में अवाष्पशील तैल, क्युमिन, कैम्फीन, डाईपेन्टीन, मिरसीन, फिनोल, लिनोलीक, ओलिक, पॉमिटिक, निकोटिनिक अम्ल, राइबोफ्लेविन, β-पाइनिन तथा थाइमिन पाया जाता है. विभिन्न प्रकार के रोग होने पर इन पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है.
अजवाइन के औषधीय गुण
चर्चा करते हैं अजवायन के औषधीय गुणों को लेकर…
अभी तक तो आप समझ ही गए होंगे कि इतने पोषक तत्व वाले अजवाइन के औषधीय गुण भी बेशुमार होंगे.
अजवाइन के बीज में एंटीसेप्टिक, स्टीमूलेंट, ऐंटीमाइक्रोबायल, एंटीवायरल और दूसरे प्रकार के बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं. साथ ही अजवाइन का एंटी-कैरोजेनिक गुण मुँह में बैक्टिरीया को पनपने से रोकता है. जिससे ओरल हेल्थ बेहतर होता है.
अजवाइन में थायमोल, एंटी-बैक्टीरिया गुण होता है, जो ओरल हेल्थ के फायदेमंद होता है. आपके मुंह में अधिक बैक्टीरिया पनपते हैं तो यह गैस बनाने में भी हेल्प करते हैं.
अजवाइन डाइजेस्टिव स्टीमूलेंट होता है जो गैस्ट्रिक एसिड, बाइल एसिड्स और डाइजेस्टिव एंजाइम के कार्यविधि को बेहतर बनाकर खाना को हजम करने में मदद करती है. इस वजह से हम गैस की समस्या में अजवाइन का प्रयोग करते हैं.
आयुर्वेद में अजवाइन को पाचक औषधि के रूप में जाना जाता है. ये कहा जाता है कि अकेला अजवाइन सैंकड़ो प्रकार के अन्न को हजम करवाने में सक्षम है. अजवाइन पाचक जूस के सिक्रेशन को बढ़ाने के साथ-साथ डाइजेस्टिव एन्जाइम के एक्टिविटी को बढ़ाकर हजम करने के शक्ति को बेहतर करने में मदद करती है.
दोस्तों आजकल बाजार में लगभग हर प्रकार के मसाले के अर्क उपलब्ध होते हैं आप बाजार से अजवाइन का अर्क खरीद सकते हैं और आप चार से पांच बूंद अर्क लंच और डिनर के बाद पानी में मिलाकर ले सकते हैं. इससे आपकी गैस की समस्या में काफी मदद मिलेगी.
अर्क कितना कंसंट्रेट है इस पर निर्भर करता है कि इसकी कितनी बूंदे आपको लेनी है आप जब बाजार से परचेस करेंगे तो उसकी शीशी पर या रेफर पर उसे लेने की विधि भी लिखी होती है. या आप किसी आयुर्वेदाचार्य से इस संबंध में बात भी कर सकते हैं.
काला नमक, हींग और अजवाइन
गैस होने पर एक चुटकी हींग, एक चुटकी अजवाइन और आधा चम्मच काला नमक लें और उसे गुनगुने पानी की मदद से निगल लें. आपको इसे चबाना नहीं है, निगलना है.
अरेबियन जर्नल ऑफ केमिस्ट्री में प्रकाशित शोध के अनुसार अजवाइन में एंटी एसिडिक प्रॉपर्टी होती हैं जो एसिड को कम करती है. साथ ही हींग और अजवाइन पाचन में सहायक होती हैं. इससे आपका खाना आसानी से पच जाएगा और आपको पेट दर्द में आराम मिलेगा.
आप आधा चम्मच अजवायन को थोड़ा सा कूटकर उसे 250ml पानी के अंदर उबाल लें और ठंडा करके गैस की समस्या में दो तीन बार उसका प्रयोग कर सकते हैं.
कई बार घर में तवे पर अजवाइन को थोड़ा भून लिया जाता है. लगभग आधा चम्मच और उसे ताजे पानी के साथ गैस बनने की स्थिति में या एसिडिटी होने की स्थिति में ऐसे ही चबा कर खा लिया जाता है.