हमारे पास कई बार यह प्रश्न आया है, कि महिला के पीरियड के दौरान मिलन कर लेते हैं, तो क्या प्रेगनेंसी होने की संभावना होती है. इसको लेकर काफी भ्रामक जानकारियां इंटरनेट पर आपको मिल जाएंगी.
असल में कुछ जानकारियां तो बिल्कुल भ्रामक हैं जिनका कुछ आधार ही नहीं है. कुछ जानकारियां इसलिए गलत हो गई है क्योंकि उन्हें सही तरीके से एक्सप्लेन नहीं किया गया है. आइए हम इस टॉपिक पर चर्चा करते हैं.
जब महिला के बच्चेदानी का मुंह खुला होता है उस वक्त अगर पुरुष के सेल महिला के शरीर में आते हैं, तो वह उस सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाते हैं जहां उन्हें अंडा मिलता है और जिसे वह निषेचित करके प्रेगनेंसी को आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं.
अगर महिला के बच्चेदानी का मुंह नहीं खुला होता है तो उस वक्त कोशिश करने से प्रेगनेंसी की संभावना की कुल भी नहीं बिल्कुल भी नहीं होती है.
हम आपको बता दें जब महिला का पीरियड चल रहा होता है तो उस वक्त महिला के बच्चेदानी का मुंह खुला होता है और ऐसे में पुरुष के सेल उस स्थान तक पहुंचने में सक्षम हो जाते हैं , जहां से वह प्रेगनेंसी को आगे बढ़ाने में सक्षम होते हैं.
लेकिन प्रेगनेंसी को आगे बढ़ाने में तो महिला के अंडे का भी उतना ही योगदान होता है. महिला के शरीर में अंडे का उत्सर्जन महिला के ओवुलेशन पीरियड के दौरान ही होता है.
यहां आपको कुछ छोटी-छोटी बातें समझ नहीं होंगी —
पहला गर्भावस्था के लिए पुरुष के शुक्राणु का महिला के अंडे से मिलन जरूरी होता है.
दूसरी बात महिला के शरीर में पुरुष के सेल अर्थात शुक्राणु कम से कम 3 दिन तक तो जीवित रहते हैं और कुछ मामलों में यह 7 दिन तक जीवित रह सकते हैं.
यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसके सेल की जीवन ऊर्जा जितनी अधिक होगी , उतने ही अधिक समय तक उनके जीवित रहने की संभावना होती है.
लेकिन उसके बाद भी 7 से 8 दिन तक तो मैक्सिमम समय है उससे अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं और वह भी किसी किसी पुरुष के ही.
अगर महिला की पीरियड साइकिल नॉर्मल है अर्थात 28 दिनों की है या उससे अधिक है तो महिला का ओवुलेशन पीरियड 10 से 12 दिन के बाद ही आता है.
ऐसे में पीरियड के दौरान अगर पुरुष का सेल महिला के शरीर में रह भी जाता है, तो वह ओवुलेशन पीरियड तक जीवित नहीं रह पाए गा, प्रेगनेंसी की संभावना बिल्कुल जीरो होती है.
जिन महिलाओं का पीरियड साइकिल 35 से 40 दिन के बीच में आता है तो उनका ओवुलेशन पीरियड 18 दिन के बाद भी होता है.
ऐसा नहीं है कि पीरियड के दौरान अगर महिला के साथ संबंध बनाई जाए तो महिला बिल्कुल भी गर्भवती नहीं हो सकती, महिला गर्भवती हो सकती है उसकी एक ही कंडीशन है.
अगर महिला का पीरियड साइकिल 20 – 22 दिनों का है तो ऐसे में उसका ओवुलेशन पीरियड लगभग 7 दिन के बाद आ जाता है, और इतने समय तक अगर पुरुष के शुक्राणु महिला के शरीर में जीवित है तो उस अवस्था में महिला गर्भवती हो सकती है.
बहुत ही कम मामलों में ऐसा पाया जाता है, लेकिन महिलाएं गर्भवती हो सकती है. इसलिए यह बात कही जाती है. अगर महिला के साथ संबंध रजोकाल के दौरान बनाए जाए तो वह गर्भवती हो जाती है. इसका मुख्य कारण यही है कि इस दौरान महिला की बच्चेदानी का मुंह खुला होता है.
मेडिकल की टेक्निकल भाषा में इसे कुछ और कहते हैं, लेकिन साधारण मानस की समझ के लिए इसे हम बच्चेदानी का मुंह खुला कह रहे हैं.
तो आप बहुत अच्छे से समझ गए होंगे कि महिला पीरियड के दौरान किस परिस्थिति में गर्भवती हो जाती है.