प्रेगनेंसी में एलर्जी

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 हम प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी को लेकर चर्चा कर रहे हैं. हम इस टॉपिक पर कुछ पॉइंट्स है जिनके ऊपर चर्चा करेंगे जैसे कि —

क्या प्रेगनेंसी में एलर्जी होना एक सामान्य बात है. गर्भावस्था के दौरान महिला को एलर्जी होने के क्या क्या कारण होते हैं. प्रेगनेंसी में एलर्जी होने के क्या लक्षण है या संकेत है. नाक बंद होना या एलर्जी एक ही बात है या अलग-अलग बातें हैं. एलर्जी के लिए सुरक्षित दवाएं कौन-कौन सी मानी जाती हैं. एलर्जी से कैसे बचे. 

Table of Contents

क्या प्रेगनेंसी में एलर्जी होना सामान्य है

जहां तक प्रेगनेंसी में एलर्जी की बात है, तो अक्सर प्रेगनेंसी के दौरान महिला को एलर्जी की समस्या देखने में आती है.
कभी-कभी महिलाओं को ऐसी ऐसी चीजों से एलर्जी होने लगती है, जो चीजें कभी भी महिला को नुकसान नहीं देती थी. यह सब महिला के शरीर में हार्मोन परिवर्तन के कारण हो सकता है. इसलिए कह सकते हैं, कि गर्भावस्था के दौरान अगर महिला को एलर्जी की समस्या बढ़ गई है, तो इसे आप सामान्य ही समझे.

कुछ विशेष परिस्थितियों में अगर स्थिति अधिक गंभीर है, तो इसे सीरियसली लेना चाहिए.

प्रेगनेंसी में एलर्जी

प्रेगनेंसी में एलर्जी के कारण

जैसा कि हमने बताया प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी होना सामान्य है. लगभग 25% गर्भवती महिलाओं को मौसम या खाने की वजह से एलर्जी हो जाती है, और काफी हद तक घरेलू उपायों के द्वारा भी यह ठीक हो सकती है.

अक्सर प्रेगनेंसी के दौरान नॉन एलर्जी की वस्तुओं के प्रति हाइपरसेंसटिविटी होने की वजह से एलर्जी की समस्या देखने में आती है.

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कुछ गर्भवती महिलाओं को यह अनुवांशिक रूप से भी होता है. खासकर महिलाओं का इम्यून सिस्टम थोड़ा सा कमजोर हो जाता है, तो इस वजह से महिलाओं को की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है, और एलर्जी की समस्या नजर आने लगती है. अक्सर मौसम बदलने से भी महिलाओं को एलर्जी नजर आती है.

प्रेगनेंसी में एलर्जी के लक्षण

प्रेगनेंसी में हर महिला को अलग-अलग प्रकार की एलर्जी हो सकती है, और उसके अलग-अलग संकेत होते हैं.
जैसे कि —  

  • सिर में भारीपन छींके आना
  • नाक का बंद हो जाना
  • आंखों में खुजली होना
  • पेट पर खुजली होना
  • त्वचा पर लाल चकत्ते नजराना
  • चेहरे पर या शरीर के दूसरे अंगों पर सूजन की समस्या

यह सब एलर्जी के लक्षण माने जाते हैं. जैसे किसी जहरीले कीट ने काट लिया या मच्छर ने काट लिया तो पूरे शरीर पर पित्ति उछल जाती है. सामान्य अवस्था अर्थात प्रेगनेंसी नहीं होने पर भले ही यह नहीं हो लेकिन प्रेगनेंसी की अवस्था में एलर्जी का असर अधिक नजर आ सकता है.

और भी कई प्रकार की एलर्जी महिलाओं को नजर आ सकती है, जिसका अलग-अलग असर महिलाओं के शरीर पर होता है. जैसे कि पेट दर्द गैस बदहजमी ऐसी समस्याएं भी कभी-कभी एलर्जी के लक्षण के रूप में नजर आती है.

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प्रेगनेंसी में एलर्जी और बंद नाक में अंतर

गर्भावस्था के दौरान नाक बंद होना बहुत आम है क्योंकि इस समय हॉर्मोनल बदलावों के कारण म्यूकस का स्राव बढ़ जाता है. तो अक्सर नाक बंद होने की समस्या दिखाई पड़ती है.

 लेकिन नाक बंद होना एलर्जी की वजह से भी होता है. परंतु उसके साथ साथ आंखों में खुजली लालपन और नाक के अंदर खुजलाहट यह सब भी होता है.

एलर्जी की बेस्ट मेडिसिन

प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी की बेस्ट मेडिसिन एंटीहिस्टामाइन मेडिसिंस है. लेकिन प्रेगनेंसी एक थोड़ा सेंसिटिव मामला होता है, तो इसलिए सबसे सही तो यही है कि आप डॉक्टर से सलाह करके ही इस संबंध में दवाई ले तो सबसे सही रहता है.

नाक बंद होने पर भी कुछ ड्रॉप्स लेने की सलाह डॉक्टर देते हैं लेकिन कुछ ड्रॉप नुकसानदायक भी होती है. क्योंकि इन मेडिसिंस के अंदर जो साल्ट प्रयोग में लाया जाता है. कुछ प्रेगनेंसी में नुकसानदायक होते हैं. कुछ बहुत कम इफेक्ट डालते हैं. इसलिए डॉक्टर की राय जरूरी है.

एलर्जी का देसी इलाज – घरेलू उपाय और सावधानियां

  • एलर्जी उत्पन्न करने वाली चीजों को पहचानें और उन चीजों से दूरी बनाएं. इससे आपकी समस्याएं कम हो सकती हैं. पॉलन, गंदगी और जानवरों के बालों से भी एलर्जी हो जाती है इसलिए इनसे भी दूर रहें.
  • दिन में घर से बाहर कम निकलें. सिर के बालों को साफ रखें. धुएं, तेज गंध से दूर रहें.
  • नियमित रूप से व्यायाम और प्राणायाम करें. प्राणायाम से मौसम की वजह से हुई एलर्जी में जल्दी आराम होता है.
  • हल्दी एक नेचुरल एंटीसेप्टिक है. हल्दी के पानी की भांप लेने से नाक की सूजन कम हो जाती है. हल्दी तासीर में गर्म है. इसलिए प्रेगनेंसी में सोच समझ कर ही खाएं, या खाने से बचें भाप लेना नहीं है.
  • आप भरपूर मात्रा में पानी जरूर पीएं, इससे शरीर के अंदर बनने वाले टॉक्सिक एलिमेंट रिलीज होते रहते हैं, और शरीर स्वस्थ बना रहता है.
  • आप अपने घर के पर्दे, बिस्तरों पर चादरे इत्यादि को जल्दी-जल्दी धोया करें और आप हमेशा साफ-सुथरे कपड़े ही पहन कर रखें.
  • आपके खिड़की दरवाजों और घर के फर्श की सफाई भी नियमित तौर पर होनी चाहिए.
  • आप ऐसे वातावरण में जाने से बचे जहां धूल और धुआं रहने का अंदेशा सबसे ज्यादा रहता है.
  • घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे को मास्क से अवश्य ढके.
  • इन सब छोटी छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आप जल्दी से एलर्जी की चपेट में नहीं आएंगे. अगर आपको लगता है कि आप एलर्जी की गिरफ्त में आ चुके हैं, तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें. 
  • क्योंकि एलर्जी से बहुत नुकसान तो नहीं होता है लेकिन परेशानी बहुत ज्यादा होती है. महिला अपने आपको कंफर्ट महसूस नहीं करती है, अगर छींक आती है तो यह नुकसानदायक है.

आपके प्रश्न

Q. क्या प्रेगनेंसी में एलर्जी हो सकती है?

Ans. प्रेगनेंसी के दौरान महिला का इम्यून सिस्टम कमजोर रहता है इस वजह से अगर महिला को किसी भी चीज से एलर्जी होती है तो वह प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ जाए इसकी संभावना बहुत अधिक रहती है साथी साथ महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हारमोंस भी बढ़ने लगते हैं जो की न्यूनतम मात्रा में रहते हैं इस कारण से भी कभी-कभी एलर्जी बढ़ने में सहायता मिलती है

Q. प्रेगनेंसी में एलर्जी क्यों होती है?

Ans. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी बढ़ने के मुख्य दो ही कारण होते हैं एक तो महिला कानून सिस्टम कमजोर रहता है इस वजह से मौसमी एनर्जी बढ़ जाती है दूसरा महिला के शरीर में कई सारे नए हारमोंस प्रेगनेंसी के दौरान बनते हैं इस वजह से भी शरीर में एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है.

Q. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी के लक्षण क्या हो सकते हैं?

Ans. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी के काफी सारे लक्षण आपको नजर आ सकते हैं जैसे कि खांसी जुखाम हो जाना नाक से पानी बहना त्वचा पर जलन होना त्वचा पर चकत्ते पड़ जाना अधिक गंभीर मामलों में सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं भी नजर आती है.

Q. प्रेगनेंसी में एलर्जी के उपचार क्या हो सकते हैं?

Ans. मुख्यतः एलर्जी को लाइलाज माना जाता है. इसमें उन कार्यों से परहेज किया जाता है, उन भोज्य पदार्थों से परहेज किया जाता है जिनकी वजह से एलर्जी बढ़ जाती है.

एलर्जी बढ़ने का क्या कारण है, इसके विषय में अभी तक अधिक खोज नहीं हुई है. शरीर में हिस्टामिन नामक तत्व की वजह से ऐसा होता है. यह एलोपैथिक और होम्योपैथिक मेडिसन में माना जाता है.

इसके उपचार के लिए सदैव डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है.

Q. प्रेगनेंसी में एलर्जी से बचाव कैसे किया जा सकता है?

Ans. एलर्जी के विषय में कहा जाता है कि बचाव ही इसका सबसे अच्छा उपचार होता है खासकर आहार और वातावरण बदलने से एलर्जी की संभावना बढ़ जाती है ऐसे में आप इन सब छोटी छोटी बातों का ध्यान रखें प्रेगनेंसी में एलर्जी के इलाज में दवाओं का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है?

एलर्जी से बचाव के लिए डॉक्टर की सलाह पर ही कोई मेडिसन लेनी चाहिए क्योंकि प्रेगनेंसी में हर प्रकार की मेडिसन नहीं ली जा सकती है डॉक्टर को इस विषय में अवश्य बताएं कि आप गर्भवती हैं

Q. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी कैसे नियंत्रित की जा सकती है?

Ans. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी के नियंत्रण के लिए आपको एलर्जी के कारण से बचाव का प्रयत्न करना है, और साथ ही साथ एलर्जी हो जाने पर डॉक्टर की सलाह पर ही इसका इलाज लेना है. अपनी मर्जी से स्वयं के ज्ञान के आधार पर किसी भी प्रकार की दवाई प्रेगनेंसी के दौरान नहीं लें.

Q. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी के इफेक्ट्स कितने समय तक रह सकते हैं?

Ans. एलर्जी कितने समय तक प्रभावी रहेगी यह अलग-अलग महिला के साथ अलग-अलग होता है. कुछ महिलाओं को एलर्जी के कारण जैसे ही समाप्त होते हैं वैसे ही एलर्जी की समस्या भी समाप्त होने लगती है. लेकिन कुछ महिलाओं को यह समस्या पूरी प्रेगनेंसी के दौरान रह सकती है.

Q. प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी के लिए सावधानियां क्या हैं?

Ans. मुख्यता एलर्जी के कारणों का व्यक्ति को पता होता है. इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान इस प्रकार के कार्य से बचें जिस वजह से आपको एलर्जी होने की संभावना बनी रहती है.  ऐसा भोजन खाने से बचें जो एलर्जी के कारक हैं.

अगर आप एलर्जी के लिए कोई दवाई लेते हैं तो प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर से सलाह करके ही दवाई कंटिन्यू करें.

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