आज हम आपको फ्रोजन फूड के संबंध में बात करने जा रहे हैं. यह फूड प्रेगनेंसी के दौरान महिला को खाना कितना फायदेमंद है, कितना नुकसान दायक है.
हमारी रसोई में फ्रोजन फूड बहुत बड़ी मात्रा में प्रयोग होने लगे हैं. खासकर बड़े शहरों में तो हमारी रसोई इसके बिना पूरी नहीं होती है.
जैसे-जैसे भारतीय लोग आधुनिकता की दौड़ में दौड़ने लगे हैं. वैसे-वैसे उनके पास समय की कमी होने लगी है, और इतनी कमी होने लगी है, कि अब उनके पास अपना खाना बनाने का भी समय नहीं रहता है. इसका मुख्य कारण एकल परिवार है, और काम के कारण घर से बाहर रहना.
फ्रोजन फूड अब हमारे भोजन का हिस्सा बन चुके हैं और ऐसे में अगर महिला गर्भवती है तो उसे क्या इस प्रकार के भोजन का प्रयोग करना चाहिए इसके लिए इसके लाभ और हानि पर हम एक बार आपसे विस्तार में बात कर लेते हैं और आप फिर अच्छे से इस बात को समझ जाएंगे.
अगर आप आयुर्वेदा की बात करते हैं तो फ्रोजन फूड किसी भी कीमत पर व्यक्ति को नहीं खाने चाहिए इसके कुछ नुकसान बहुत स्पष्ट तौर पर नजर आते हैं.
50% तक पौष्टिकता में कमी
फ्रोजन फूड के अंदर 50% तक पौष्टिकता में कमी आ जाती है. यह एक बहुत बड़ी मात्रा है. किसी भी गर्भवती महिला के लिए अगर भोजन की 50% तक पौष्टिकता कम हो जाती है, तो इसका सर उसके घर पर शिशु के विकास पर अवश्य पड़ता है, हमेशा कहा जाता है, महिला को ताजा और शुद्ध भोजन ही ग्रहण करना चाहिए.
हाई ब्लड प्रेशर
फ्रोजन फूड खराब नहीं हो इसके लिए इसमें कुछ हानिकारक केमिकल्स मिलाए जाते हैं. जैसे कि मोनोसोडियम ग्लूटामैट और सोडियम कार्बोनेट इन सभी का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा हो जाती है, और प्रेगनेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर ठीक नहीं होता है.
हार्ट और लीवर के लिए नुकसानदायक
फ्रोजन फूड लीवर और हार्ट के लिए काफी नुकसानदायक माने जाते हैं. इसकी लाइफ बढ़ाने के लिए इसमें कई प्रकार के प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं. जो लीवर और हार्ट के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक माने जाते हैं.
खतरनाक केमिकल का प्रयोग
फ्रोजन फूड को आकर्षक और सुंदर दिखाने के लिए भी कई प्रकार के विषाक्त केमिकल का प्रयोग इसके अंदर किया जाता है. वैसे तो बहुत सारे देशों में इस प्रकार के केमिकल पर पूरी तरह से कानून बनाकर रोक लगाई गई है, लेकिन हिंदुस्तान के अंदर तो आप सभी जानते हैं कि इस पर किसी भी प्रकार की रोक नहीं है.
अगर कानून के तहत इस पर रोक भी है तो उसका पालन यहां बिल्कुल नहीं होता है. इसलिए फ्रोजन फूड लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का मिश्रण नहीं होना चाहिए.
यह बातें उस के पैकेट पर अंकित होती है, लेकिन हिंदुस्तान में अगर यह चीजें अंकित भी है, तो तब भी कोई गारंटी नहीं होती है. प्रेगनेंसी के नजरिए से इन्हें खाने से ही बचे.
बैड कोलेस्ट्रॉल
फ्रोजन फूड के अंदर कई प्रकार के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को हमारे शरीर के अंदर बढ़ाने का कार्य करते हैं. यह बैड कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के अंदर मोटापा और कई प्रकार के बड़े रोगों को पैदा करने में सक्षम होते हैं.
अगर प्रेगनेंसी के अंदर पौष्टिक भोजन की बात की जाए तो फ्रोजन फूड उसके अंदर कहीं भी नहीं आते हैं हालांकि अत्यधिक मजबूरी में आप इनका प्रयोग कर सकते हैं लेकिन वह भी काफी संभलकर, जहां तक इनके फायदे की बात है तो इनका फायदा सेहत को लेकर बिल्कुल भी नहीं है. इनका फायदा बस इतना सा है कि
- यह बहुत कम समय में तैयार हो जाते हैं
- यह बहुत ही ज्यादा टेस्टी होते हैं और
- इन्हें खाकर आपको एनर्जी महसूस होती है.
लेकिन शरीर में एनर्जी के अलावा भी बहुत सारे दूसरे पोषक तत्वों की आवश्यकता भी होती है.
तो कुल मिलाकर प्रेग्नेंसी के नजरिए से फ्रोजन फूड उतने सही नहीं माने जाते हैं जितना आपको लगता होगा क्योंकि पेट भरना ही काफी नहीं है पौष्टिक भोजन लेना जरूरी होता है,.