बस परिवार के मन में महिला के मन में एक उत्सुकता होती है. उनके घर में आने वाला मेहमान क्या है. बस उसी के मध्य नजर हम इस Article को आपके सामने लेकर आए.
दोस्तों यह कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है. बस समाज में प्रचलित है. तरीका बताने से पहले हम आपको एक दो बातें बता देना चाहते हैं.
इन्हें भी पढ़ें : इसे खाने से बांझ को भी पुत्र पैदा होता है – Putra Prapti Part #1
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंट होने के तुरंत बाद यह लक्षण आते हैं गर्भ में लड़का या लड़की
इन्हें भी पढ़ें : महिला की पेट और कमर को देखकर कैसे पता करे गर्भ में बेटा है या बेटी
महिला के पेट को देखकर जेंडर प्रिडिक्शन
माना जाता है कि महिला किस शरीर का दाहिना हिस्सा पुत्र और महिला के शरीर का बायां हिस्सा पुत्री की ओर संकेत करता है.
हमने पहले भी अपने वीडियोस में आपको बताया है, कि पुत्र जब गर्भ में होता है, तो महिला का दाहिना हिस्सा बाएं हिस्से से ज्यादा बढ़ा और वजनी या हैवी होता है. पुत्री अगर गर्भ में हो तो बायां हिस्सा हैवी होता है.
महिला के स्तन के आकार से जेंडर प्रिडिक्शन
जैसे-जैसे प्रेगनेंसी आगे बढ़ती है वैसे-वैसे महिला के स्तनों का विकास भी होने लगता है और आकार बढ़ने लगता है. अगर महिला यह देखे कि उसका दाहिना स्तन बाएं स्तन से बड़ा है, तो यह गर्भ में पुत्र होने की तरफ इशारा करता है.
महिला के चलने के तरीके से जेंडर प्रिडिक्शन
आप महिला को इस बारे में कुछ भी ना बताइए, कि वह आप क्या जानना चाह रहे हैं. आप पांच-छह दिन इस चीज पर ध्यान दें, कि जब महिला चलना शुरू करती है, तो वह कौन सा पैर पहले उठाकर आगे रखती है.
अगर महिला अधिकतर समय अपना दाहिना पैर उठाकर चलना शुरू करती है. महिला के गर्भ में बेटा है, ऐसा माना जाता है.
वहीं अगर महिला पहले बाया पैर उठाकर चल चलना शुरू करती है. और वह अधिकतर समय ऐसे ही चलती है, तो महिला के गर्भ में बेटी है.
इन्हें भी पढ़ें : गर्भ में बेटा या बेटी जानने का मिस्र का तरीका
इन्हें भी पढ़ें : बेकिंग सोडा और यूरिन से कैसे करते हैं जेंडर प्रेडिक्शन केवल 1 मिनट में
इन्हें भी पढ़ें : अल्कोहल से जेंडर प्रिडिक्शन 1 मिनट में
इन्हें भी पढ़ें : स्तन के आकार से जाने गर्भ में लड़का है या लड़की
इन्हें भी पढ़ें : महिला के पेशाब के रंग से कैसे जाने गर्भ में क्या पल रहा है
इन्हें भी पढ़ें : महिला के फेस की रीडिंग करके कैसे जाने गर्भ में लड़का है या लड़की है
महिला के उठने बैठने के तरीके से जेंडर प्रिडिक्शन
यह भी आपको गर्भवती स्त्री को बिना बताए नोटिस करना है, जब महिला जमीन पर बैठती है, या किसी चेयर पर बैठी है. और वह जब उठती है, तो आपने कौन से हाथ से सहारा लेकर उठती है. इस बात को आप को ध्यान से देखना है.
अगर महिला उठते समय अपने दाहिने हाथ को टीका कर उठती है. मतलब उसके शरीर का दाहिना हिस्सा भारी है. पुत्र प्राप्ति की संभावना होती है.
और अगर वहीं महिला अपना बाया हाथ टीका कर खड़ी होती है. तो महिला के गर्भ में एक बेटी है.
लेकिन दोस्तों यह भी नहीं है कि आप पहले दूसरे महीने में ही इस तरह से चेक करना शुरू कर दे, तो कुछ भी हाथ नहीं आएगा. यह प्रयोग आपको तभी करने हैं. जब महिला की प्रेगनेंसी 4 माह की हो जाए, कुछ महिलाओं में यह लक्षण 4 महीने के बाद भी नजर आते हैं .