प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Pregnancy Tips Part #10

0
14
नमस्कार दोस्तों आज के इस Article के माध्यम से हम चर्चा करने वाले हैं एक बार फिर से महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस विषय पर दोस्तों इस के ऊपर हमने पहले भी काफी सारे Article बनाए हैं.बहुत सारे टॉपिक कवर किए हैं आज भी हम अपने इस Article के माध्यम से कुछ और टॉपिक लेकर आए हैं. जिन पर महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. आइए चर्चा करते हैं.

Quick pregnancy tips, pregnancy tips in hindi

महिलाओं को अपनी प्रेगनेंसी में कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए

You May Also Like : प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Pregnancy Tips Part #9 
You May Also Like : प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Pregnancy Tips Part #8

बड़बोलापन न दिखाएं – Pregnancy me Badbolapan na Dekhaye

प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी महिला अपनी पूरी कैपेसिटी के साथ कोई भी काम नहीं कर सकती है अगर कर भी सकती है तो उसे —
बच्चे की सेहत को देखते हुए उसके पोषण को देखते हुए  उसकी आवश्यकता ओं को देखते हुए उसकी सुरक्षा को देखते हुए करने से मना किया जाता है.

कभी-कभी महिला समाज में ऑफिस में या घर में अपने बड़बोले तन की वजह से इतनी बड़ी बात कह देती है कि जिसके कारण उसकी गर्भावस्था को देखते हुए भी ऑफिस के, घर के, या समाज के लोग उसकी मदद करने से कतराते हैं जिसके कारण उसे सारा काम स्वयं ही करना पड़ सकता है.

गर्भावस्था के दौरान किसी भी महिला को इस मुश्किल दौर में कम से कम अपने परिवार वाले लोगों का तो भरोसा, साथ बनाकर रखना ही चाहिए. यह बहुत आवश्यक होता है इसलिए अपनी वाणी पर संयम रखें.

pregnancy care tips, pregnancy care tips in hindi

You May Also Like : पल्स विधि द्वारा जेंडर प्रिडिक्शन 
You May Also Like : प्रेगनेंसी में निम्बू पानी फायदे का सौदा या घाटे का

मेकअप से बचें – Makeup se bache 

प्रेग्नेंसी के समय महिला के शरीर में काफी बड़ी मात्रा में हार्मोन परिवर्तन होते हैं जिसकी वजह से महिला की स्क्रीन पर कई तरह की परेशानियां नजर आती है.

हमने एक POST में बताया था लगभग 12 तरह की परेशानियां नजर आती है हर महिला को तो नहीं लेकिन कुछ महिलाओं को कुछ परेशानियां हो सकती हैं. महिलाओं की त्वचा पर दाग धब्बे हो सकते हैं.

सभी महिलाएं तो नहीं लेकिन कामकाजी महिलाएं कभी-कभी इस समस्या के लिए मेकअप का सहारा लेने लगती हैं.

आजकल बाजार में मिलने वाले सौंदर्य प्रसाधनों  के अंदर बहुत ज्यादा केमिकल पदार्थों का प्रयोग किया जाता है, जो आपकी त्वचा से आपके शरीर में पहुंचकर गरबा शिशु को नुकसान पहुंचाने में सक्षम होते हैं.

आप बाजारो प्रोडक्ट का इस्तेमाल कम से कम करें या ना करें और घरेलू उबटन इत्यादि का प्रयोग करके अपनी त्वचा की समस्याओं को दूर करने की कोशिश करें.

एकांत में रहने से बचें – Ekaant mein rahane se Bachen

वैसे जो महिलाएं मजबूत मानसिक स्तर की होती है. उन्हें एकांत में रहने से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.

लेकिन अधिकतर महिलाएं थोड़ा सॉफ्ट कॉर्नर रखे हुए होती है, और बहुत ज्यादा सोचने वाली होती हैं. ऐसी महिलाओं को चाहिए कि वह एकांत में रहने से बचे.

क्योंकि अगर वह एकांत में रहेंगे तो उनके मन में तरह-तरह के विचार आ सकते हैं. कुछ ऐसे विचार भी आ सकते हैं, जो उनके मन को बहुत ज्यादा तनाव ग्रसित कर सकते हैं.

और कुछ महिलाओं को अनावश्यक तनाव लेने की हैबिट भी होती है, तो इन सब से बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है, कि आप एकांत में ना रहे बिजी रहे.

प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Pregnancy Tips  Part #10

भारी सामान ना उठाएं – Heavy Saamaan na Oothaye

गर्भवती स्त्रियों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें किसी भी प्रकार का भारी सामान उठाने से बचना चाहिए भारी सामान उठाने से सबसे ज्यादा जोर महिला के मांसपेशियों और बॉडी स्ट्रक्चर पर पड़ता है अर्थात हड्डियों पर पड़ता है.

मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से उन में खिंचाव आएगा क्योंकि वह वजन को उठाने में सहारा देंगे तो मांसपेशियों के बीच में नाजुक सा गर्भस्थ शिशु होगा उस पर आघात हो सकता है.

अधिक वजन उठाने से शरीर की अधिक ऊर्जा का नाश होता है और कहीं ना कहीं शिशु के लिए आवश्यक ऊर्जा में से ही एक हिस्सा उस कार्य के लिए अवश्य लगेगा तो यह भी एक नुकसान है

You May Also Like : प्रेगनेंसी में दही खाना चाहिए कि नहीं खाना चाहिए 
You May Also Like : जानें क्यों प्रेगनेंसी में सौंफ खाने से किया जाता है मना

झुक कर कार्य न करें – Jhuk kar Kaam na Karen

प्रेग्नेंसी के समय किसी भी महिला को किसी के भी द्वारा चाहे वह डॉक्टर हो जाए घर की कोई महिलाओं कर कार्य न करने की सलाह हमेशा दी जाती है.

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में तो इस बात का कोई प्रभाव नजर नहीं आता है लेकिन जैसे-जैसे गर्भ
मेंच्योर होता जाता है,
बड़ा होता जाता है,
ज्यादा जगह घेरने लगता है ऐसे में झुकने से उसके ऊपर बहुत ज्यादा दवाब आने की संभावना रहती है. गर्भस्थ शिशु को आघात लगने का डर हमेशा बना रहता है.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें