प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए - Pregnancy Tips Part #4
नमस्कार दोस्तों जैसे ही कोई महिला गर्भवती होती है तो उसका जीवन उम्मीदों से भर जाता है साथ ही साथ उसे चिंता भी होने लगती है अपने गर्भस्थ शिशु की इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि प्रेगनेंसी वह समय है जब महिला को सबसे ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है महिला जो भी खाती है जो भी करती है उसका सीधा असर उसके घर पर शिशु पर आता ही है दोस्तों आज हम अपने इस POST के माध्यम से कुछ प्रेगनेंसी टिप्स पर चर्चा करने जा रहे हैं जो कि गर्भस्थ शिशु और महिला के लिए काफी फायदेमंद होने वाली है चर्चा करते हैं.
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किसी भी महिला को प्रेग्नेंसी के समय कभी भी लंबी लंबी यात्राएं नहीं करनी चाहिए लंबी यात्रा करने से गर्भ शिशु को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है होता क्या है कि महिला इस वजह से एक ही मुद्रा में काफी समय बैठी रहती है जिसकी वजह से उसके शरीर का ब्लड सरकुलेशन थोड़ा सा डिस्टर्ब हो सकता है
और गलती से कभी कभी महिला ऐसी स्थिति में भी आ सकती है जिससे की गर्भ शिशु को अनु कंफर्टेबल महसूस हो सकता है अगर उस स्थिति में महिला ज्यादा समय तक लगातार बैठे रहे तो भी यह परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्रा करने से महिला के खाने पीने का शेड्यूल बिगड़ जाता है जो की परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्राओं की वजह से महिला को आराम करने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है.
गर्भावस्था के दौरान थकान बहुत जल्दी होती है क्योंकि शरीर को डबल कार्य करना पड़ता है ऐसी स्थिति में आराम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है.
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आप अगर ट्रैफिक में फस जाती है तो आपको एक ही जगह पर काफी लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठना पड़ेगा जो कि गर्भावस्था के दौरान नुकसानदायक होता है.
ऐसी जगह पर फसने में महिला को बाथरूम की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है.
अगर महिला ट्रैफिक में फस जाती है तो इस कारण से वहां पर बहुत ज्यादा पोलूशन फैल जाता है और ऐसी जहरीली हवा में सांस लेना गर्भवती महिला के लिए बहुत नुकसानदायक होता है.
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अगर दो-तीन महीने छोड़ दिया जाए तो भारत में अक्सर गर्मियों का मौसम ही रहता है बहुत ही कम हिस्से में सर्दियां पड़ती हैं प्रेग्नेंसी के समय महिला को अपने शरीर को ठंडा रखने की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है ऐसे में महिला को ठंडे भोजन खाने चाहिए अगर आपके आसपास का वातावरण गर्म होता है तो यह भी आपके शरीर में गर्मी पैदा करने में सहायता करता है महिला को चाहिए कि वह ऐसे मौसम से बचे या ऐसे एनवायरमेंट में जाने से बच्चे जहां पर ज्यादा गर्मी हो.
बच्चे के पोषण के लिए कार्य करने की क्षमता भी शरीर की कम हो जाती है. तो हमेशा महिला ऐसी जगह रहे जहां पर उसे वातावरण से ऑक्सीजन सही तरीके से मिलती रहे.
छोटे कमरे में रहने से महिला को दम घुटने जैसा महसूस हो सकता है गर्मी के मौसम में तो महिला को बेहोशी तक आ सकती है और छोटे कमरे में रहने से महिला के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है तो हमेशा खुली और शांत जगह में रहने का प्रयास करें.
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अगर महिला जॉब करती है तो कभी-कभी क्या होता है कि सभी के पास छोटे-छोटे कैबिन होते हैं ऐसे में गर्भवती महिला को चाहिए कि वह अपनी सीट ऐसी जगह पर लगवाए जहां पर काफी खुली जगह हो बड़ी जगह हो. अगर उसे इस प्रकार का केबिन मिलता है जिसमें हवा का वेंटिलेशन प्रॉपर तरीके से है तो फिर कोई दिक्कत की बात नहीं होती है.
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लंबी यात्राएं - Avoid Lambi Yatra
किसी भी महिला को प्रेग्नेंसी के समय कभी भी लंबी लंबी यात्राएं नहीं करनी चाहिए लंबी यात्रा करने से गर्भ शिशु को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है होता क्या है कि महिला इस वजह से एक ही मुद्रा में काफी समय बैठी रहती है जिसकी वजह से उसके शरीर का ब्लड सरकुलेशन थोड़ा सा डिस्टर्ब हो सकता है
और गलती से कभी कभी महिला ऐसी स्थिति में भी आ सकती है जिससे की गर्भ शिशु को अनु कंफर्टेबल महसूस हो सकता है अगर उस स्थिति में महिला ज्यादा समय तक लगातार बैठे रहे तो भी यह परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्रा करने से महिला के खाने पीने का शेड्यूल बिगड़ जाता है जो की परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्राओं की वजह से महिला को आराम करने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है.
गर्भावस्था के दौरान थकान बहुत जल्दी होती है क्योंकि शरीर को डबल कार्य करना पड़ता है ऐसी स्थिति में आराम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है.
प्रदूषण की समस्या - Pradooshan kee Samasyaप्रदूषण की समस्या एक ग्लोबल समस्या बनती जा रही है आजकल वातावरण काफी दूषित हो चुका है खासकर बड़े शहरों में तो हवा ऐसी हो गई है कि उसमें सांस तक नहीं लिया जा सकता है ऐसे में अगर महिला दूषित हवा में किसी कारणवश चली जाती है तो यह उसके और उसके गर्भस्थ शिशु के लिए काफी नुकसानदायक होता है क्योंकि हवा के अंदर बहुत से जहरीले तत्व होते हैं, जो सीधा सांसों के द्वारा के द्वारा महिला के शरीर में और महिला के शरीर से वह बच्चे तक बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं.
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भारी ट्रैफिक से बचें - Bhari Trafic se Bachenदोस्तों इस प्रकार की समस्या छोटी जगहों छोटे शहरों में नहीं आती है यह समस्या मुख्यतः मेट्रो और बड़ी सिटीज में ही देखने में आती है गर्भवती महिलाओं को हमेशा ऐसे समय पर घर से निकलने से बचना चाहिए जबकि सड़कों पर बहुत हैवी ट्रैफिक होता है इससे कुछ समस्याएं महिला के लिए उत्पन्न हो सकती हैं.
आप अगर ट्रैफिक में फस जाती है तो आपको एक ही जगह पर काफी लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठना पड़ेगा जो कि गर्भावस्था के दौरान नुकसानदायक होता है.
ऐसी जगह पर फसने में महिला को बाथरूम की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है.
अगर महिला ट्रैफिक में फस जाती है तो इस कारण से वहां पर बहुत ज्यादा पोलूशन फैल जाता है और ऐसी जहरीली हवा में सांस लेना गर्भवती महिला के लिए बहुत नुकसानदायक होता है.
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अतिरिक्त गर्मी से बचे हैं - Extra Garmi se Safe rahe
अगर दो-तीन महीने छोड़ दिया जाए तो भारत में अक्सर गर्मियों का मौसम ही रहता है बहुत ही कम हिस्से में सर्दियां पड़ती हैं प्रेग्नेंसी के समय महिला को अपने शरीर को ठंडा रखने की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है ऐसे में महिला को ठंडे भोजन खाने चाहिए अगर आपके आसपास का वातावरण गर्म होता है तो यह भी आपके शरीर में गर्मी पैदा करने में सहायता करता है महिला को चाहिए कि वह ऐसे मौसम से बचे या ऐसे एनवायरमेंट में जाने से बच्चे जहां पर ज्यादा गर्मी हो.
छोटे बंद कमरे में ना रहे - Chote Room me Na raheगर्भवती महिलाओं को हमेशा खुले और वेंटिलेशन वाले कमरे में ही रहना चाहिए जिसमें की हवा का आदान-प्रदान सही तरीके से होता रहे शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है ऑक्सीजन से ही शरीर में एनर्जी का प्रभाव बना रहता है अगर शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है तो महिला को बहुत जल्दी थकान होने लगती है. कमजोरी महसूस होने लगती है और
बच्चे के पोषण के लिए कार्य करने की क्षमता भी शरीर की कम हो जाती है. तो हमेशा महिला ऐसी जगह रहे जहां पर उसे वातावरण से ऑक्सीजन सही तरीके से मिलती रहे.
छोटे कमरे में रहने से महिला को दम घुटने जैसा महसूस हो सकता है गर्मी के मौसम में तो महिला को बेहोशी तक आ सकती है और छोटे कमरे में रहने से महिला के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है तो हमेशा खुली और शांत जगह में रहने का प्रयास करें.
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अगर महिला जॉब करती है तो कभी-कभी क्या होता है कि सभी के पास छोटे-छोटे कैबिन होते हैं ऐसे में गर्भवती महिला को चाहिए कि वह अपनी सीट ऐसी जगह पर लगवाए जहां पर काफी खुली जगह हो बड़ी जगह हो. अगर उसे इस प्रकार का केबिन मिलता है जिसमें हवा का वेंटिलेशन प्रॉपर तरीके से है तो फिर कोई दिक्कत की बात नहीं होती है.
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