दोस्तों प्रेगनेंसी के दौरान अपने लाइफ स्टाइल में किस प्रकार के परिवर्तन लाए किन किन बातों का ध्यान रखें, जिससे कि बच्चे का विकास शरीर के अंदर सही तरीके से हो, उसके मस्तिष्क के विकास में किसी भी प्रकार की बाधा ना आए. उस पर हमने चर्चा की हैं.
इसी टॉपिक पर दूसरा Article आपके साथ हम शेयर कर रहे हैं. जिसके अंदर हम आपसे बात करेंगे कि प्रेगनेंसी में क्या-क्या खाना चाहिए, जिससे कि बच्चे के बौद्धिक विकास पर पॉजिटिव (सकारात्मक) प्रभाव पड़े. बच्चे का बौद्धिक विकास उचित प्रकार से हो.
बहुत से लोग अपने इंटरनेट पर दावा करते हैं, कि बच्चे का दिमाग कंप्यूटर से तेज चाहिए तो आप उनके बताए उपाय अपनाएं.
हमारे पास ऐसी कोई जादू की छड़ी नहीं है, जो ऐसा हो सके. मात्र कुछ उपाय हैं जिनका प्रयोग करके आप अपने बच्चे की बौद्धिक क्षमताओं को एक सकारात्मक वातावरण दे सकते हैं, जिसके अंदर बौद्धिक विकास उचित प्रकार से हो.
कुछ भोज्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिनके अंदर पाए जाने वाले तत्व बच्चे की बौद्धिक क्षमताओं के विकास में सहायता करते हैं.बच्चे का दिमाग तेज होगा.
हाई न्यूट्रिएंट और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कद्दू के बीज आपको एक इंटेलीजेंट बच्चा पैदा करने में मदद करेंगे.
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चुकंदर का सेवन करें
माना जाता है महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान चुकंदर का प्रयोग अपने भोजन में लगातार करना चाहिए. ऐसे में पैदा होने वाला बच्चा आगे चलकर पढ़ाई में काफी तेज रहता है. अर्थात उसकी मेमोरी मजबूत रहती है.
सूरज की रोशनी में बैठे
जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन डी का स्तर कम रहता है. उनके बच्चे का आईक्यू कमजोर होता है. इसलिए 15 मिनट सुबह धूप में बैठे, और साथ ही साथ चीज का प्रयोग अपने भोजन में करें.
मसूर की दाल की जरूर खाएं
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती स्त्रियों को मसूर की दाल का प्रयोग उचित मात्रा में करना चाहिए. इसके अंदर फोलिक एसिड होता है जो बच्चे के मस्तिष्क विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है.
बींस का इस्तेमाल करें
गर्भवती स्त्रियों को अपने भोजन में बींस का इस्तेमाल करना चाहिए. शिशु के ब्रेन में, शरीर द्वारा ऑक्सीजन को नर्व सेल्स तक पहुँचाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है. फलियों (बींस) में अच्छी मात्रा में आयरन होता है.
हरी पत्तेदार सब्जियां
प्रेगनेंसी के दौरान हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन महिलाओं को लगातार करते रहना चाहिए. यह बच्चे के दिमाग के विकास में काफी मदद करती है.
हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन की उचित मात्रा होती है. यह मस्तिष्क के विकास में मदद करता है.
उबले हुए अंडे का सेवन
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को उबले हुए अंडे का प्रयोग करना चाहिए. इसके अंदर कोलीन नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो मस्तिष्क के विकास और मेमोरी को बढ़ाने में मददगार होता है.
कैल्शियम युक्त भोज्य पदार्थ
बच्चे के दिमाग के विकास के लिए कैल्शियम भी अत्यधिक आवश्यक होता है. कैल्शियम बच्चों को चतुर तथा स्वस्थ मस्तिष्क वाला होने में मददगार होता है. इसलिए महिलाओं को कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ और दूध का सेवन भी लगातार करना चाहिए.
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शरीर में पानी की कमी नहीं हो
महिलाओं के शरीर में पानी की बिल्कुल भी कमी नहीं होनी चाहिए इससे कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं.
गर्मियों में एक कटोरी ताजा दही रोज खाएं
गर्भवती स्त्रियों को गर्मियों के मौसम में एक कटोरी ताजा दही रोजाना अपने नाश्ते के दौरान लेनी चाहिए.
आंवला भोजन में शामिल करें
महिलाओं को आंवले से बने उत्पाद अपने भोजन में शामिल करने चाहिए यह मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं.
ड्राई फ्रूट
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बादाम, मूंगफली और अखरोट खाने की सलाह दी जाती है. इनके अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे कि ओमेगा 3 फैटी एसिड और दूसरे तत्व मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण होते हैं.
गाय का देसी घी खाएं
महिलाओं को गाय का देसी घी अपने भोजन में शामिल करना चाहिए. यह पर हम बाजार का मिलावटी गाय का देसी घी आता है. उसकी बात नहीं कर रहे हैं.
महिलाओं को गाय का दूध भी पीना चाहिए. जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे भी गाय का घी और गाय का दूध पिलाना चाहिए.
दूध से बने हुए भोज्य पदार्थ
प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के बौद्धिक विकास के लिए दूध से बनी चीजें जैसे कि दही पनीर और दूसरी खाद्य वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए.
पौष्टिक दलिया
प्रेगनेंसी के दौरान ओटमील अर्थात दलिया भी अपने भोजन में शामिल करना चाहिए. यह भी काफी पोस्टिक और फायदेमंद होता है. इसके अंदर आप एक चम्मच गाय का घी मिलाकर प्रयोग करें.
मछलियों का सेवन
जो महिलाएं नॉनवेज लेती हैं, उनके लिए मछली का प्रयोग अपने बच्चे की बौद्धिक विकास के लिए करना बड़ा ही आसान रहता है.
मछली के अंदर ओमेगा 3 फैटी एसिड उचित मात्रा में पाया जाता है.
कुछ मछलियों में आयोडीन भी अच्छी मात्रा में होता है, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें, कि जिन मछलियों के अंदर मरकरी पाया जाता है, उनका प्रयोग बिल्कुल भी ना करें. क्योंकि मरकरी जहर के समान है.
महिलाओं को अपने भोजन में इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए, कि उनका वजन संतुलित रहना चाहिए. अगर महिलाओं का वजन अधिक है, तो उन्हें अधिक फैट बढ़ाने वाले भोजन से किनारा करना चाहिए, और अगर महिलाओं का वजन कम है, तो उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह करके ऐसे खाद्य पदार्थों को भी अपनाना चाहिए.
जिससे कि महिला का वजन सही रहे. महिला का सही वजन बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए और मस्तिष्क के विकास के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है.