बच्चे की धड़कन और महिला के पेट से कैसे पता करे गर्भ में बेटा है

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हमने आपको गर्भ में बेटा होने के बहुत सारे लक्षणों के संबंध में, बेटी होने के बहुत सारे लक्षणों के संबंध में आपको बताया है.
दोस्तों उन लक्षणों के अलावा भी कुछ और लक्षण महिला के शरीर में नजर आते हैं. जिनसे हम गर्भ में बेटा है या बेटी इस बात का पता लगा सकते हैं. दोस्तों यह मात्र लक्षण है. और लक्षण कभी कभी ऑपोजिट जेंडर में भी आ जाते हैं.
बच्चे की धड़कन और महिला के पेट से कैसे पता करे गर्भ में बेटा है
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इसलिए हम इनके हंड्रेड परसेंट सही होने का दावा नहीं कर सकते हैं. बस हम यह कह सकते हैं, कि अधिकतर समय ऐसा होता है.

चर्चा कर लेते हैं किस प्रकार से हम घर में बेटा है इस बात को जानने की कोशिश कर सकते हैं.

जेंडर प्रिडिक्शन गर्भ में लड़का है या लड़की है – Gender Prediction – Garbh me Ladka hai Ya Ladki Hai

  • अगर किसी गर्भवती महिला को उल्टी कम आती है. उसका जी मिचलाना कम होता है. तो अनुमान लगाया जाता है. गर्भवती महिला के गर्भ में बेटा है. लेकिन दोस्तों हंड्रेड परसेंट ऐसा नहीं होता है. 
  • अगर गर्भ में पल रहे बच्चे की धड़कन 140 प्रति मिनट से कम होती है. तो वह लड़का होता है. लेकिन दोस्तों शुरू के महीनों में तो हर बच्चे की धड़कन 140 से ऊपर ही होती है. लेकिन बात के 2 महीनों में अगर यह 140 से कम आ जाती है, तो यह लड़का होने की निशानी है.

  • अगर प्रेगनेंट महिला का पेट गोल नहीं है. बल्कि आगे की तरफ निकला हुआ है. नीचे की तरफ झुका हुआ है. तो गर्भ में पुत्र होगा ऐसा माना जाता है. 
  • अगर महिला के पैरों के बाल तेजी से बढ़ते हैं, तो यह पुत्र प्राप्ति का संकेत माना जाता है.
कैसे पता करे गर्भ में बेटा है
  • अगर प्रेगनेंसी में महिला को अक्सर सर दर्द रहता है तो यह भी पुत्र प्राप्ति का सिम्टम्स ही माना जाता है आप अनुमान लगा सकते हैं कि महिला के गर्भ में बेटा है.

इन्हें भी पढ़ें: स्तनपान से शिशु को होने वाले लाभ – Breast Feeding BenefitsBaby Care

  • अगर प्रेगनेंसी के समय महिला खट्टा खाना ज्यादा पसंद करती है. नमकीन खाना ज्यादा पसंद करती है. तो यह आप अनुमान लगा सकते हैं, कि गर्भ में बेटा है. लेकिन कुछ लोगों का मानना है, कि जब गर्भ में बेटा होता है तो महिला मीठा ज्यादा खाती है.

विज्ञान के अनुसार और बहुत सारी महिलाओं के अनुभव के अनुसार गर्भस्थ शिशु की धड़कन  कभी-कभी सही प्रकार से जेंडर प्रिडिक्शन करने में सक्षम नहीं होती है, और धड़कन  उस क्षण समय की होती है जिस वक्त उन्हें मापा गया है. इसलिए कभी-कभी इनके द्वारा रिजल्ट सही नहीं निकलता है, अपवाद हमेशा रहता है.

और भी बहुत सारे दूसरे तरीके जेंडर प्रिडिक्शन के हमने अपने दूसरे आर्टिकल्स में बताएं हैं, आप उनसे भी जरूर रेफरेंस लें ताकि आप इस बात को लेकर कंफर्म हो सके कि आप के गर्भ में लड़का है या लड़की है. लेकिन दोस्तों यह मात्र आप की उत्सुकता को शांत करने के लिए ही है. भारत के कानून के अनुसार जेंडर प्रिडिक्शन करना और गर्भपात कराना दोनों कानूनन जुर्म है.

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