नमस्कार दोस्तों आज हम चर्चा करने वाले हैं प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती स्त्री की डाइट को
लेकर. प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी महिला की डाइट बहुत ज्यादा आवश्यक करती है क्योंकि
महिला जो भी भोजन खाद्य पदार्थ भोजन के रूप में ग्रहण करती है उससे जो पोषक तत्व प्राप्त
होते हैं उसी से बच्चे का विकास सही तरीके से होता है इसलिए महिला का भोजन बहुत ज्यादा
जरूरी हो जाता है.
लेकर. प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी महिला की डाइट बहुत ज्यादा आवश्यक करती है क्योंकि
महिला जो भी भोजन खाद्य पदार्थ भोजन के रूप में ग्रहण करती है उससे जो पोषक तत्व प्राप्त
होते हैं उसी से बच्चे का विकास सही तरीके से होता है इसलिए महिला का भोजन बहुत ज्यादा
जरूरी हो जाता है.
किसी भी गर्भवती स्त्री को जितने भी पोषक तत्व की आवश्यकता गर्भावस्था से पहले पड़ती थी,
लगभग बहुत सारे पोषक तत्व जिसमें की मिनरल्स, विटामिंस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा
इत्यादि आते हैं, प्रेग्नेंसी के समय और की अधिक आवश्यकता होती है. इसलिए महिलाओं को
अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है.
लगभग बहुत सारे पोषक तत्व जिसमें की मिनरल्स, विटामिंस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा
इत्यादि आते हैं, प्रेग्नेंसी के समय और की अधिक आवश्यकता होती है. इसलिए महिलाओं को
अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है.
प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्वों की मात्रा प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग चाहिए
होती है, सामान्य अवस्था
की तुलना में उसे उसे कुछ पोषक तत्व डबल चाहिए होते हैं,
कुछ पोषक तत्वों से डेढ़ गुना चाहिए होते हैं,
कुछ पोषक तत्व उसे उतने ही चाहिए होते हैं जितनी आवश्यकता प्रेगनेंसी से पहले थी,
कुछ पोषक तत्व की आवश्यकता प्रेग्नेंसी के समय नॉर्मल अवस्था की तुलना में कम चाहिए
होती है तथा कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं जो प्रेगनेंसी को नुकसान पहुंचाते हैं उनकी आवश्यकता
बिल्कुल भी नहीं होती है.
होती है, सामान्य अवस्था
की तुलना में उसे उसे कुछ पोषक तत्व डबल चाहिए होते हैं,
कुछ पोषक तत्वों से डेढ़ गुना चाहिए होते हैं,
कुछ पोषक तत्व उसे उतने ही चाहिए होते हैं जितनी आवश्यकता प्रेगनेंसी से पहले थी,
कुछ पोषक तत्व की आवश्यकता प्रेग्नेंसी के समय नॉर्मल अवस्था की तुलना में कम चाहिए
होती है तथा कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं जो प्रेगनेंसी को नुकसान पहुंचाते हैं उनकी आवश्यकता
बिल्कुल भी नहीं होती है.
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प्रेगनेंसी के दौरान हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि हमें ऐसा भोजन संयमित मात्रा में खाना है, जिस की तासीर गर्म होती है, क्योंकि गर्म तासीर के भोजन से समय से पहले संकुचन की स्थिति बन सकती है, अर्थात लेबर पेन हो सकते हैं.
दोस्तों ऐसे ही हमें बहुत सारी और बातों का ध्यान रखना होता है जो कि प्रेगनेंसी के दौरान काफी
महत्वपूर्ण होते हैं.जैसे कि :
महत्वपूर्ण होते हैं.जैसे कि :
हमें यह बात भी जानी होगी कि कौन से ऐसे हानिकारक तत्व होते हैं जो कि प्रेगनेंसी को काफी
ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं और वह किस प्रकार के भोजन में पाए जाते हैं. एग्जांपल के
हम बता दें मरकरी और कैफीन यह दोनों काफी नुकसानदायक होते हैं जो कि गर्भस्थ शिशु के
विकास को रोक देते हैं.
ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं और वह किस प्रकार के भोजन में पाए जाते हैं. एग्जांपल के
हम बता दें मरकरी और कैफीन यह दोनों काफी नुकसानदायक होते हैं जो कि गर्भस्थ शिशु के
विकास को रोक देते हैं.
कैफ़ीन मुख्यतः चाय कॉफी में पाई जाती है.
कोल्ड ड्रिंक्स और चॉकलेट के अंदर होती है. तो इसकी 200 मिलीग्राम की मात्रा ही हम 1 दिन में अधिकतम ले सकते हैं.
कोल्ड ड्रिंक्स और चॉकलेट के अंदर होती है. तो इसकी 200 मिलीग्राम की मात्रा ही हम 1 दिन में अधिकतम ले सकते हैं.
मरकरी एक ऐसा तत्व है जिसका हमें जरा सा भी अंश अपने भोजन में नहीं लेना है, और यह कुछ विशेष
प्रकार की मछलियों में पाया जाता है. तो जो लोग मांसाहार का सेवन करते हैं. मछली का
सेवन करते हैं, उन लोगों को यह पता होना चाहिए कि कौन सी मछली प्रेगनेंसी में खाई जाने
लायक होती है.
प्रेगनेंसी के दौरान भोजन ग्रहण करते समय हमें अपनी डाइट पर तो विशेष ध्यान देना ही है कि हमें कौन कौन से भोजन खाने हैं और कितनी मात्रा में खाने हैं. साथ ही साथ हमें यह भी पता
इस बात का भी ध्यान रखना है कि ——
हमें बासी भोजन नहीं करना है
फास्ट फूड नहीं खाने हैं
ताजा बना भोजन ही हमें खाना है
भोजन को कच्चा बिल्कुल भी नहीं खाना है चाहे वह कितना भी पोस्टिक क्यों ना हो क्योंकि
संक्रमण का खतरा होता है.
कोशिश करना है कि पैक्ड फूड ना खाएं अगर खाए भी तो अच्छे ब्रांड का भोजन ही लें और
उसके एक्सपायर होने की डेट को भी अच्छी तरह से चेक करें.
हमें बासी भोजन नहीं करना है
फास्ट फूड नहीं खाने हैं
ताजा बना भोजन ही हमें खाना है
भोजन को कच्चा बिल्कुल भी नहीं खाना है चाहे वह कितना भी पोस्टिक क्यों ना हो क्योंकि
संक्रमण का खतरा होता है.
कोशिश करना है कि पैक्ड फूड ना खाएं अगर खाए भी तो अच्छे ब्रांड का भोजन ही लें और
उसके एक्सपायर होने की डेट को भी अच्छी तरह से चेक करें.
कोशिश करना है कि पैक्ड फूड ना खाएं. अगर खाए भी तो अच्छे ब्रांड का भोजन ही लें, और उसके
एक्सपायर होने की डेट को भी अच्छी तरह से चेक करें.
एक्सपायर होने की डेट को भी अच्छी तरह से चेक करें.
फलों का जूस बहुत ज्यादा पौष्टिक होता है और प्रेगनेंसी में जरूरी भी होता है. तो लेकिन
घर पर ही जूस निकालकर पीना है. बाजार का निकला हुआ जूस नहीं पीना है, और पैक्ड जूस
से भी बचना है. साथ ही साथ हमें यह भी पता होना चाहिए कि हमें कितनी मात्रा में जूस
का प्रयोग करना है.दोस्तों यह जो छोटी-छोटी बातें हैं हमें प्रेगनेंसी में तो ध्यान में रखनी ही है, लेकिन यह
घर पर ही जूस निकालकर पीना है. बाजार का निकला हुआ जूस नहीं पीना है, और पैक्ड जूस
से भी बचना है. साथ ही साथ हमें यह भी पता होना चाहिए कि हमें कितनी मात्रा में जूस
का प्रयोग करना है.दोस्तों यह जो छोटी-छोटी बातें हैं हमें प्रेगनेंसी में तो ध्यान में रखनी ही है, लेकिन यह
हमें अपने जीवन में हमेशा ही ध्यान में रखनी चाहिए, तभी कोई व्यक्ति महिला या पुरुष
स्वस्थ रह सकता है और यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है.लेकिन जहां तक प्रेगनेंसी की डाइट का सवाल है तो इसके लिए महिलाओं को विशेष ध्यान देने
की आवश्यकता होती है.
स्वस्थ रह सकता है और यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है.लेकिन जहां तक प्रेगनेंसी की डाइट का सवाल है तो इसके लिए महिलाओं को विशेष ध्यान देने
की आवश्यकता होती है.
प्रेगनेंसी डाइट को मैनेज करने के लिए कुछ ऑप्शन इस प्रकार से हैं
· गर्भवती स्त्री अपने डॉक्टर से इस संबंध में सवाल कर सकती है कि उसे कैसा भोजन खाना है.
·
गर्भवती स्त्री अपने घर की बड़ी महिलाएं जो कि एक्सपीरियंस है उनसे इस संबंध में बात कर सकती
है कि वह उसकी डाइट को संतुलित रखने में मदद करें.
गर्भवती स्त्री अपने घर की बड़ी महिलाएं जो कि एक्सपीरियंस है उनसे इस संबंध में बात कर सकती
है कि वह उसकी डाइट को संतुलित रखने में मदद करें.
· गर्भवती स्त्री डाइट एक्सपर्ट से भी सलाह ले सकती है कि उसे प्रेगनेंसी में किस प्रकार का भोजन
खाना चाहिए.
खाना चाहिए.
तीनो के तीनो बहुत ही बेस्ट ऑप्शन है इनका प्रयोग हर एक महिला को करना चाहिए लेकिन कभी-कभी
महिलाओं को कोई भी ऑप्शन नहीं मिल पाता है. अगर कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें डाइट प्लानिंग
की सलाह बिल्कुल भी नहीं मिल पा रही है, या तो वह एकल फैमिली में रहती हैं, या उनके
आसपास कोई डाइट प्लानर उपलब्ध नहीं है और डॉक्टर से भी समय-समय पर कम ही मुलाकात होती
है तो ऐसी महिलाओं के लिए एक ऑप्शन और उपलब्ध होता है
महिलाओं को कोई भी ऑप्शन नहीं मिल पाता है. अगर कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें डाइट प्लानिंग
की सलाह बिल्कुल भी नहीं मिल पा रही है, या तो वह एकल फैमिली में रहती हैं, या उनके
आसपास कोई डाइट प्लानर उपलब्ध नहीं है और डॉक्टर से भी समय-समय पर कम ही मुलाकात होती
है तो ऐसी महिलाओं के लिए एक ऑप्शन और उपलब्ध होता है
वह प्रेगनेंसी डाइट बुक का इस्तेमाल कर सकती हैं.
आप ऐसी कोई भी किताब किसी भी माध्यम से खरीद सकती हैं जो आपको प्रेगनेंसी डाइट के बारे में विस्तार से बता
सके और आपको गाइड कर सके कि आप को किस प्रकार का भोजन अपनी प्रेगनेंसी के दौरान करना
है. इस प्रकार की किताबें आपको भोजन के अलावा और भी बहुत सारे चीजों के बारे में बताती
हैं जो कि आपको प्रेग्नेंसी के समय काम आएंगी . प्रेगनेंसी डाइट प्लान बुक्स के बारे में अमेजन पर अधिक जानें
आप ऐसी कोई भी किताब किसी भी माध्यम से खरीद सकती हैं जो आपको प्रेगनेंसी डाइट के बारे में विस्तार से बता
सके और आपको गाइड कर सके कि आप को किस प्रकार का भोजन अपनी प्रेगनेंसी के दौरान करना
है. इस प्रकार की किताबें आपको भोजन के अलावा और भी बहुत सारे चीजों के बारे में बताती
हैं जो कि आपको प्रेग्नेंसी के समय काम आएंगी . प्रेगनेंसी डाइट प्लान बुक्स के बारे में अमेजन पर अधिक जानें
प्रेगनेंसी डाइट बुक के लिए महिला अपने घर के आस-पास किसी बुक स्टॉल पर जाकर इसके लिए बुक परचेज
कर सकती है. और एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन दूसरा है महिला इसके लिए इंटरनेट के माध्यम
से प्रेगनेंसी डाइट प्लेनर बुक खरीद सकती है.
कर सकती है. और एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन दूसरा है महिला इसके लिए इंटरनेट के माध्यम
से प्रेगनेंसी डाइट प्लेनर बुक खरीद सकती है.