नमस्कार दोस्तों, आज हम प्रेगनेंसी के 16 हफ्ते को लेकर चर्चा करने जा रहे हैं. यह हफ्ता प्रेगनेंसी के नजरिए से काफी इंपोर्टेंट होता है.
इस दौरान शिशु के मस्तिष्क का विकास काफी तेज गति से हो रहा होता है. प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में शिशु अत्यधिक नाजुक होता है, तो सारा ध्यान महिला का शिशु के ऊपर ही होता है.
लेकिन अब दूसरी तिमाही शुरू हो चुकी है, महिला को शिशु के साथ-साथ अब अपना भी ध्यान उतना ही रखना है यह जरूरी है.
आजकल प्रेगनेंसी को ध्यान में रखते हुए काफी सारे टेस्ट करवाए जाते हैं. अगर आपने वह टेस्ट नहीं करवाए हैं तो आप डॉक्टर से सलाह करके उन टेस्टों को करवा लें.
अगर आप की प्रेगनेंसी सही चल रही है, और डॉक्टर के अनुसार भी सही है तो फिर आप उस टेस्टों को इग्नोर भी कर सकते हैं.
महिलाओं के शरीर में परिवर्तन
- इस वक्त आपका शरीर गोल मटोल होने लगा है, और आपकी प्रेगनेंसी स्पष्ट नजर आ रही है. आपके कपड़े टाइट हो चुके हैं. आपको अब प्रेगनेंसी स्पेशल कपड़े पहनना शुरू कर देना चाहिए. आपको टाइट कपड़े पहनने से एकदम परहेज करना है.
- आपको अपने शरीर में होने वाले परिवर्तन दर्द या आप की मनोदशा उसमें जो भी परिवर्तन आ रहा है. उसे लेकर आप अपने डॉक्टर से लगातार बात करती रहे.
- अब धीरे-धीरे आपके भ्रूण का वजन बढ़ रहा है. उसकी वजह से आपकी पीठ में दर्द हो सकता है.
- आप के स्तनों का आकार निश्चित रूप से बढ़ रहा है, और इनमें हल्की कोमलता बनी रहेगी.
- अक्सर आपको कब्ज की समस्या भी देखने में आएगी इसलिए आप अपने भोजन का विशेष ध्यान रखें हल्का सुपाच्य भोजन ले.
- आपकी आंखें भी हार्मोन अल परिवर्तन के कारण संवेदनशील होंगी. उनकी सुरक्षा पर ध्यान दें.
- कुछ महिलाओं के साथ ऐसा भी होता है, कि वह छोटी-छोटी बातें भूलने लगती हैं. यह सब हार्मोन अल परिवर्तन की वजह से है. जैसे ही यह नॉर्मल आएगा, आप अपनी ओरिजिनल स्थिति में आ जाएंगे.
इस हफ्ते महिलाओं को कुछ चीजों पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है यह जरूरी नहीं कि यह हर महिला के लिए हो जैसे कि —
- महिला को अपने वजन के बारे में पता होना चाहिए कितना बढ़ गया है.
- महिला का ब्लड प्रेशर भी डॉक्टर चेक करेगा.
- ब्लड में शुगर और प्रोटीन की जांच की आवश्यकता पड़ सकती है.
- शिशु के हृदय गति कितनी है यह डॉक्टर चेक कर सकते हैं.
- यूट्रस संबंधी चेकअप भी हो सकता है. इस दौरान आपके हाथ और पैरों पर सूजन की समस्या हो सकती है, तो इससे संबंधित टेस्ट हो सकते हैं.
खाने में क्या ध्यान रखें
आपको चाय कॉफी चॉकलेट से बचना है. थोड़ी मात्रा में ही लेना है. आप अपने स्वाद के लिए थोड़ी सी चॉकलेट ले सकती हैं. लेकिन आप को नियमित रूप से फलों का जूस फल दही इत्यादि का सेवन करना है. यह पाचन में मदद करते हैं, और पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं.
प्रेगनेंसी में खाए जाने वाले नमकीन खाद्य पदार्थ जरूर ले. इसके अंदर कैल्शियम और प्रोटीन उचित मात्रा में होता है.
आपको अपने आहार में सब्जियां काफी अच्छी मात्रा में शामिल करनी है. यह बच्चे के विकास के लिए आवश्यक तत्व आपको प्रदान करती हैं और सुपाच्य भी होती हैं.
अगर आप मांस लेते हैं तो लीन मांस, मछली अंडे, लाल मांस आप अपने भोजन में शामिल कर सकती हैं.
आप अपने भोजन में दालों को शामिल करना बिल्कुल भी नहीं भूले लेकिन छोले चना राजमा आपको दिन के समय ही लेने हैं उड़द भी आपको दिन के समय ही खाने हैं.
आपको ध्यान रखना है, कि आप को अपने आहार में विटामिन सी कैल्शियम और आयरन उचित मात्रा में शामिल करना है.
क्या करें क्या नहीं करें
- शीतल पेय पदार्थ अपने भोजन में शामिल रखें यह आप को हाइड्रेट रखेगा.
- भरपूर आराम करें पर्याप्त नींद लें.
- अपनी पीठ और पैरों के दर्द से राहत पाने के लिए व्यायाम करना और पैदल चलना फायदेमंद रहता है. लेकिन यह सब किसी डॉक्टर के परामर्श के बिना ना करें.
- आप अपने लिए नहीं बल्कि 2 लोगों के लिए भोजन कर रही है, इसलिए भोजन की पौष्टिकता पर ध्यान देना आवश्यक है.
- धूम्रपान और नशे की अगर कोई बुरी आदत आपको है, तो यही उसे छोड़ने का सबसे उचित समय है.
- खुद को दूषित क्षेत्रों से दूर रखें पॉल्यूशन भरे वातावरण से बचें.
- तेज धूप में घर से बाहर निकलने से बचें.
- इस बात का बिल्कुल ध्यान रखें कि आप गर्भवती हैं.
- आप अपने आप को तनाव रहित रखें.
- इस बात का की तैयारी हमेशा रखें कि अगर आपको किसी की मदद की जरूरत है तो वह आप तक समय पर पहुंचे.
- कोई भी ज्यादा भारी काम आपको बिल्कुल नहीं करना है.
- अधिक समय तक आपको एक स्थिति में नहीं रहना है.
शिशु का विकास
- शिशु की ग्रोथ को लेकर चर्चा करें तो शिशु स्तर से लेकर नितंब तक लगभग 11.6 सेंटीमीटर लंबा हो चुका है. इसकी लंबाई इंच में 4.6 इंच के आसपास है और इसका आकार एक नाशपाती के बराबर हो गया है और यह लगभग 100 ग्राम वजन का है.
- अगले 3 हफ्ते में शिशु का विकास बहुत तेज गति से होगा. वह लगभग अपने आकार का और वजन का दुगना हो जाएगा.
- जैसे-जैसे शिशु बढ़ता है, वैसे-वैसे अपरा बढ़ती जाती है, और शिशु के विकास में सहयोग प्रदान करती है.
- आपकी शिशु की गर्दन और पीठ की हड्डियां बन चुकी है, और वह अब मजबूत हो रही हैं.
- बच्चा सी के आकार का था, और वह धीरे-धीरे लंबवत आकार में जा रहा है.
- बच्चे की उंगलियां इतनी विकसित हो चुकी है, कि वह हाथ से चीजों को पकड़ सकने में सक्षम है.
- अब आप के शिशु का श्वसन प्रणाली तंत्र पूरी तरह से कार्य कर रहा है, वह 28 लीटर रक्त हर रोज इस शरीर में प्रभावित प्रवाहित कर रहा है.