प्रेगनेंसी का 19वां हफ्ता

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प्रेगनेंसी के 19वें हफ्ते को लेकर चर्चा करने जा रहे हैं.
19वें हफ्ते में शिशु का विकास कितना हो जाता है, उसकी लंबाई चौड़ाई और वजन कितना होता है, और दूसरे कौन-कौन से परिवर्तन शिशु में होते हैं.
महिलाओं को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
महिला के शरीर में कौन-कौन से परिवर्तन आते हैं.

इन सब बातों को लेकर चर्चा कर रहे हैं —

शिशु का विकास

शिशु का विकास अब काफी तेज गति से हो रहा है. गर्भाशय का आकार भी अब बढ़ रहा है. अब तक गर्भाशय का ऑपरेशन अभी तक पहुंच गया है. और हर सप्ताह यह 1 सेंटीमीटर ऊंचा होता जाता है. शिशु की सिर से लेकर नितंब तक की लंबाई 15.3 सेंटीमीटर है इसे आप लगभग 6 इंच लंबा मान सकते हैं और इसका वजन 240 ग्राम के आसपास हो गया है.

प्रेगनेंसी का 19वां हफ्ता और माता

प्रेगनेंसी का 19वां हफ्ता और माता

  • अब आप शिशु का आकार लगभग 1 बड़े सेब के समान मान सकते हैं. शिशु की भुजाएं और टांगे अब सही अनुपात में आ गई है. उसके सिर की त्वचा पर पतले पतले बाल उगाए हैं. उसके मस्तिष्क का विकास बहुत तेज गति से हो रहा है. अब उसके मस्तिष्क में गंध को, स्वाद को, सुनने और देखने और छूने की जो इंद्रियां है. उनका कंट्रोल सिस्टम डिवेलप हो रहा है. अब तक अधिकतर मां अपने शिशु के हिलने डुलने और फड़फड़ा हट की हलचल महसूस करने लगती है.
  • जो महिलाएं पहली बार मां बन रही है, तो ऐसा भी हो सकता है, कि वह अब तक अपने शिशु की हलचल को ना समझ पाए. जबकि शिशु एक्टिविटी कर रहा है, यह कंफर्म है.
  • कभी-कभी पहली पहली बार मां बनने वाली महिलाएं बच्चे की फड़फड़ा हट को गैस समझकर इग्नोर कर देती हैं. हालांकि इस दौरान कब्ज की समस्या रहती है, तो गैस और एसिडिटी रहती है. इस वजह से यह हलचल को वह नहीं समझ पाती है.
  • शरीर के लगभग सभी इंटरनल अंग जो मुख्य मुख्य अंग है, वह बन गए हैं. अब उनका विकास हो रहा है, हर हफ्ते कुछ ना कुछ मजबूती हर एक अंग के अंदर आती जा रही है.
  • इस हफ्ते शिशु का अगर अल्ट्रासाउंड कराया जाता है तो आप देखेंगे कि शिशु मूत्र का त्याग कर रहा है और उसकी काफी मात्रा एमनियोटिक द्रव के अंदर नजर आती है बच्चे के गुर्दे बहुत अच्छी तरीके से काम कर रहे हैं और वह रक्त को शुद्ध कर रहे हैं.

महिला के शारीरिक परिवर्तन और लक्षण

  • महिला के शरीर में धीरे-धीरे काफी सारे परिवर्तन आने लगे हैं महिला के स्तन लगभग आकार में दुगने हो चुके हैं, और महिला का वजन भी काफी बढ़ चुका है जो धीरे-धीरे आने वाले समय में और बढ़ेगा.
  • महिला के पेट के निचले हिस्से में दर्द कभी-कभी महसूस हो सकता है. यह एक सामान्य है. इसमें ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है, लेकिन आप इस पर नजर बनाए रखें. अगर दर्द थोड़ा ज्यादा महसूस हो रहा है, और साथ में आपको इंफेक्शन या बुखार की समस्या है, तो आपको डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता होगी.
  • धीरे-धीरे आपकी रीढ़ की हड्डी पर काफी ज्यादा दबाव बढ़ने लगा है. कुछ महिलाओं को रीड की हड्डी का सहारा लेने पर काफी ज्यादा दर्द का अनुभव होने लगता है.
  • वैसे तो गर्भाशय शरीर के बीच में होता है, लेकिन जब यह धीरे-धीरे बड़ा होने लगता है, तो यह दाहिनी ओर खिसकने लगता है. अब तक आपको गौर से देखने पर यह परिवर्तन नजर आएगा.
  • अब आपको बार बार पेशाब लगेगा तो आपको बार-बार पेशाब ज्यादा पेशाब को ज्यादा समय तक रोकने की कोशिश ना करें और सफाई का विशेष ध्यान रखें.
  • आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपके अंदर हिमोग्लोबिन अर्थात एनीमिया की शिकायत नहीं होनी चाहिए. आपको अपने भोजन के माध्यम से प्रचुर मात्रा में आयरन का सेवन करना है. इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने हर हाल में शामिल करें. इसके लिए डॉक्टर आपको अनुपूरक भी दे सकते हैं. यह आर्यन की टेबलेट आपके अंदर आयरन की कमी को दूर करने के साथ-साथ हिमोग्लोबिन को बढ़ाने में काफी मदद करती है.
  • मातृशक्ति हमने पहले भी 16 वें व  17 वें हफ्ते को लेकर वीडियो बनाए हैं. उनसे भी आपको काफी हेल्प मिलेगी. आप खुश रहें प्रसन्न रहें स्वस्थ रहें.

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