Isolateral Exercise एक ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल ताकत और फिटनेस संबंधी ट्रेनिंग में किया जाता है जहां पर हम शरीर के दोनों अंगों को जैसे कि दोनों हाथ, दोनों पैर अर्थात शरीर के दोनों हिस्सों को एक साथ एक्सरसाइज करने के स्थान पर हम एक हिस्से पर अपना फोकस करते हैं और मजबूती के साथ उस हिस्से की एक्सरसाइज करते हैं और फिर उसके बाद शरीर के उसी के समकक्ष दूसरे हिस्से को एक्सरसाइज के लिए प्रयोग में लाते हैं. यह शरीर की ताकत को बढ़ाने का और शरीर विकास का एक जबरदस्त तरीका है.
बहुत से लोग Isolateral Exercise करने को पसंद करते हैं, क्योंकि यह एक अत्यधिक प्रभावी तरीका माना जाता है. इसके अंदर आपका पूरा का पूरा ध्यान और शरीर की समस्त ताकत एक जगह पर फोकस रहती है. और अपने शरीर की एक विशेष अंग की ताकत को पहचानने में मदद मिलती है तथा उसकी क्षमता का पता बड़ी आसानी से लग जाता है. हम अपने अंग विशेष की क्षमता को बढ़ाने के लिए और उसकी ताकत में वृद्धि करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं.
इस प्रकार की एक्सरसाइज से एक और लाभ आपको कभी-कभी मिल जाता है यदि आपका कोई अंग विशेष घायल हो गया हो या आपको किसी कारणवश चोट लग गई है . अगर आप आइसोलेटर एक्सरसाइज करने में महारत रखते हैं या इस तरह से एक्सरसाइज को फॉलो करते हैं तो आप उस विशेष अंग को छोड़कर अपने शरीर के समस्त अंगों के एक्सरसाइज को लगातार बनाए रख सकते हैं.
इस प्रकार की एक्सरसाइज मुख्यतः एक्सरसाइज इक्विपमेंट के साथ बड़ी आसानी से की जा सकती है लेकिन बहुत सारी एक्सरसाइज हम अपने विशेष अंग की ताकत को बढ़ाने के लिए योगा के माध्यम से भी कर सकते हैं