हम महिलाओं की एक बड़ी ही कॉमन समस्या पीरियड के अनियमित हो जाने को लेकर चर्चा कर रहे हैं. बात करेंगे तब बात करेंगे पीरियड्स को रेगुलर करने के तरीकों पर (Ways to get periods regularly).
अनियमित पीरियड्स (irregular menstruation) महिलाओं को काफी ज्यादा तनाव देने का कार्य भी करता है. अक्सर क्या होता है कि महिलाओं के पीरियड अनियमित होने की वजह से थोड़ा लेट हो जाते हैं, और तब तक महिलाओं को बहुत ज्यादा तनाव रहता है कि कहीं वह गर्भवती तो नहीं हो गई है.
ऐसे में अगर पीरियड लेट नहीं होगा तो उन्हें प्रेगनेंसी होने के तनाव से काफी राहत मिलेगी और पीरियड्स का अनियमित होना एक प्रकार से हमारे शरीर में हार्मोन अल डिसबैलेंस को भी दिखाता है जो ठीक नहीं.
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अनियमित पीरियड्स के कारण – Cause of irregular menstruation
अगर पीरियड अनियमित हो गए हैं तो उसे लाने के लिए हमारे बताए गए उसको द्वारा कोशिश की जा सकती है उन्होंने लाया भी जा सकता है. लेकिन यह पीरियड को नियमित करने के लिए नहीं है. इसलिए अगर आपके पीरियड अनियमित है तो आपको सबसे पहले वह अनियमित क्यों है यह जानना होगा और उसके कारण पर भी कार्य करना होगा ताकि आगे चलकर इस प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.
सबसे पहले पीरियड्स अनियमित होने का मुख्य कारण है शरीर के अंदर हारमोंस का बैलेंस नहीं होना. अनमैरिड महिलाओं में यह समस्या सबसे ज्यादा देखने में आती है.
यह क्यों नहीं होते हैं. इसका मुख्य कारण है,
अनमैरिड महिलाओं में पीरियड अनियमितता – Irregular periods treatment for unmarried
मुख्यता टीनएजर्स के अंदर उनका लाइफस्टाइल बिगड़ जाने की वजह से यह समस्या आती है. क्योंकि हारमोंस का बैलेंस बिगड़ जाता है.
इसके अंदर आपका खान पान रहन सहन इत्यादि आता है. इसके लिए आपको फास्ट फूड खाना बिल्कुल छोड़ना पड़ेगा.
आप हरी सब्जी और पोषक तत्वों से भरपूर ताजा खाना खाइए.
आपको सुबह के समय नियमित व्यायाम करना चाहिए, नहीं तो कम से कम घूमने तो अवश्य जाएं.
सुबह जल्दी उठे और रात को जल्दी सो यह नियम आपको बनाना पड़ेगा. आप जो भी भोजन करते हैं उसका भी आपको नियम बनाना पड़ेगा.
आप जब नाश्ता करते हैं तो नाश्ते का समय निश्चित हो.
लंच का समय निश्चित हो, और
डिनर का समय भी निश्चित होना चाहिए.
ऐसा नहीं कि अभी लंच सुबह 11:00 बजे तो कभी शाम को 4:00 बजे, यह ठीक नहीं होता है. कोशिश करें शाम का खाना आप सूर्यास्त के साथ ही ले ले. यह सबसे उचित रहता है.
कुल मिलाकर आपके शरीर में आवश्यक पोषक तत्व की कमी हो गई है. जिसकी वजह से आपको हार्मोन अल डिसबैलेंस की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, और पीरियड अनियमित हो गए हैं.
आप इसे ठीक करें और इसके लिए आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं.
और इसका मुख्य दूसरा कारण होता है आपको प्रेगनेंसी हो गई है तो इसके लिए भी आप सुरक्षा रखें और कभी-कभी आपको किसी बीमारी की वजह से या फिर आप जो दवाइयां ले रही हैं. उसकी वजह से इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
पीरियड आपके किसी भी वजह से रुक गए हो इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय अपना सकती हैं. मुख्यतः अनमैरिड महिलाओं के पीरियड मिस होने के लिए यह ट्रीटमेंट काफी लाभदायक है. Irregular periods treatment for unmarried.
1. अदरक के द्वारा ट्रीटमेंट – Treatment with Ginger
आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं अदरक प्रेगनेंसी के दौरान पीरियड नहीं होने के दौरान पीरियड्स लाने का कार्य भी करता है, और पीरियड्स को नियमित करने में भी यह काफी मदद करता है. यह काफी लाभदायक है. पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करने में मदद करता है. कुछ अध्ययनों के मुताबिक महिलाओं के शरीर में पीरियड्स के दौरान जो खून की कमी हो जाती है, उसे यह पूरा करने में भी सहायता करता है.
आप आधा चम्मच अदरक को पीस लें. उसे एक कप पानी में लगभग 5 से 10 मिनट तक उबालें. उसमें थोड़ी सी शक्कर डाल दें और खाना खाने के बाद से दिन में तीन बार पी है.
सुबह नाश्ते के आधे घंटे बाद दिन में, खाना खाने के 1 घंटे बाद और रात को सोते समय इसका प्रयोग अगर आप 1 महीने लगातार करेंगे तो आप देखेंगे कि आपके पीरियड्स नियमित हो रहे हैं.
अगर प्रेगनेंसी के बाद आपके पीरियड्स इर्रेगुलर (irregular periods after pregnancy) हो रहे हैं. रेगुलर नहीं हो पा रहे हैं. आप इस उपाय को अपना सकते हैं.
2. हल्दी के द्वारा ट्रीटमेंट – Treatment with Turmeric
आप पीरियड को नियमित करने के लिए हल्दी का भी प्रयोग कर सकते हैं. हल्दी शरीर में गर्मी पैदा करता है. और हारमोंस को नियंत्रित करके माहवारी को नियमित करने में भी मदद करता है. इसमें एंटीस्पास्मोडिक और anti-inflammatory गुण पाए जाते हैं.
जो महावारी के दौरान होने वाले दर्द में भी आराम पहुंचाते हैं.
इसे तीन प्रकार से लिया जा सकता है, इसे आप लगभग आधे चम्मच से थोड़ा सा कम हल्दी दूध में घोलकर रोजाना एक समय ले सकते हैं, या एक चौथाई चम्मच हल्दी शहद में मिलाकर चाट सकते हैं, या फिर आप एक चौथाई चम्मच हल्दी को गुड़ के साथ मिलाकर ले सकते हैं.
इन 3 तरीकों में से किसी भी एक तरीके से आप हल्दी का प्रयोग करें, और लगभग 30 से 40 दिन प्रयोग करें. आपको फायदा होगा. अगर आपको इससे किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट नजर आते हैं, तो आप इसका प्रयोग तुरंत रोक दें. क्योंकि ऐसा हो सकता है इन में से किसी एक या दो पदार्थ से आपको एलर्जी हो.
मिसकैरेज के बाद महिलाओं के पीरियड रेगुलर (irregular periods after miscarriage) हो जाते हैं. इस अवस्था में भी आप इस उपाय का प्रयोग करके लाभ ले सकते हैं.