1 माह के बच्चे में कौन से सामाजिक और भावनात्मक विकास नजर आते हैं

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 छोटे बच्चे जो कि लगभग 1 महीने के होते हैं उनके अंदर कौन से सामाजिक और भावनात्मक परिवर्तन नजर आने लगते हैं अर्थात उनके अंदर कौन-कौन से भावनात्मक और सामाजिक विकास नजर आते हैं.

हम सभी जानते हैं कि 1 महीने का बच्चा अभी ठीक ढंग से अपने मस्तिष्क का प्रयोग भी नहीं कर सकता है और उसका शरीर भी इतना बलिष्ठ नहीं होता है कि वह कुछ कर पाए. मात्र में लेटा रहता है उसके बाद भी वह आपसे बात कर सकता है आपको अपनी बात समझा सकता है यह गुण बच्चे के अंदर 1 महीने के होते होते कुछ हद तक विकसित हो जाता है.

रोकर बात को समझाना

छोटे बच्चे को एक ही काम है जो आपके द्वारा होता है, वह है उसे दूध पिलाना और दूसरा अगर उसे सर्दी गर्मी या कुछ शारीरिक समस्या है, तो उसे आप को समझाना है.

इसके लिए बच्चा बात तो नहीं कर सकता है, लेकिन वह रो कर अपनी बात को आपको समझा देता है. जैसे ही बच्चे को भूख लगती है, तो वह तुरंत रोने लगता है, और जैसे ही माता उसे दूध पिलाने का उपक्रम करती है, अर्थात उसे उस तरीके से गोद में लेती है जैसे कि बच्चे को दूध पिलाया जाता है, तो वह दूध पीने से पहले ही चुप हो जाता है, और समझ जाता है कि उसे दूध मिलने वाला है, उसकी मन की इच्छा पूरी होने वाली है. यह बच्चे के भावनात्मक और सामाजिक विकास को दिखाता है. 

अगर बच्चे ने मूत्र का त्याग किया है और उसे ठंडा लग रहा है तो भी वह रोने लगता है और जैसे ही आप उसके कपड़े बदल देते हैं तो वह तुरंत चुप हो जाता है यह भी उसी श्रेणी में आता है.

सामाजिक और भावनात्मक विकास

आवाज को पहचानना

बच्चा 1 महीने का होते होते अपनी माता के और घर के दूसरे परिवार के लोग जो उसके सामने अक्सर बातें करते हैं, उससे बातें करते हैं. हालांकि वह समझ नहीं पाता है, वह उनकी आवाज को पहचानने लगता है और उस पर प्रतिक्रिया देने की कोशिश करता है. क्योंकि उसका अपने परिवार से, अपनी माता से एक भावनात्मक और सामाजिक रिश्ता स्थापित हो चुका है जिसे वह अब समझने लगा है.

सुरक्षा का अहसास

हालांकि 1 माह के बच्चे को सुरक्षा से संबंधित किसी भी बात का ज्ञान नहीं होता है. लेकिन फिर भी वह जब अपनी माता के पास आता है, या किसी अपने परिवार वाले के पास आता है, तो वह अपने आपको ज्यादा सुरक्षित महसूस करता है. यह बात आप उसकी एक्टिविटी के द्वारा नोट कर सकते हैं.

जैसे कि बच्चा जब रोता है, कोई और व्यक्ति उसे ले लेता है तो बच्चे का रोना नहीं रुकता जैसे ही वह माता की गोद में आता है, तो वह तुरंत चुप हो जाता है. यह कहीं ना कहीं उसे सुरक्षा महसूस कराता है. यह भी एक सामाजिक और भावनात्मक विकास को दिखाता है.

नजरें मिलाना

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि इस उम्र के बच्चे किसी भी चीज को गौर से देख सकते हैं. अगर आप उसके सामने खड़े होंगे, तो पहले वो आपके चेहरे को देखेंगे और फिर आपकी आंखों में देखेंगे. आंखों में देखना यह उसके एहसास और सामाजिक विकास की निशानी है.

स्पर्श की पहचान

1 महीने का होते होते बच्चा स्पर्श को पहचानने लगता है. आपके इस पक्ष के उद्देश्य को भी वह थोड़ा-थोड़ा समझने लगता है. जब आप कभी बच्चे के सामने गुस्सा होते हैं, तो वह रो सकता है और जब आप उसे चुप करते हैं प्यार से दुलार करते हैं तो वह चुप हो जाता है.

अगर आप बच्चे को कठोरता से पकड़ते हैं या मुलायम हाथों से पकड़ते हैं तो वह इस चीज को भी थोड़ा-थोड़ा पहचान ने लगता है. कठोरता से पकड़ने पर वह रो भी सकता है. हालांकि कठोरता से पकड़ने पर कभी-कभी बच्चे को कष्ट होता है. वह इसलिए भी रो पड़ता है, लेकिन आपके चेहरे की भावना को वह पढ़ने में सक्षम होता है.

यह कुछ छोटी-छोटी बातें हैं जिन्हें आप अगर अपने बच्चे के अंदर गौर से देखेंगे तो आपको उसके भावनात्मक और सामाजिक विकास के संबंध में काफी जानकारी प्राप्त होगी.

आप और भी बहुत सी छोटी-छोटी बातें नोट कर सकते हैं जिससे आपको बच्चे के विकास के संबंध में पता चलेगा. और भी बहुत सी ऐसी बातें आपको पता चलेंगे जो मात्र गुण आपके बच्चे में ही हैं यह सब देखकर आपको बहुत खुशी होगी.

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