प्रेगनेंसी में फोलिक एसिड | Pregnancy me Folic Acid Kyo le, Kitna le, Kab se le

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गर्भवती स्त्री को फोलिक एसिड की आवश्यकता को लेकर —
फोलिक एसिड होता क्या है.
गर्भवती स्त्री को फोलिक एसिड क्यों लेना चाहिए.
फोलिक एसिड गर्भवती स्त्री कब से लेना शुरू करें.
एक गर्भवती स्त्री को अपनी प्रेगनेंसी के दौरान कितना फोलिक एसिड लेना चाहिए.फोलिक एसिड एक ऐसा पोषक तत्व है, जो हर गर्भवती को लेने की सलाह दी जाती है एक शोध के अनुसार यह सिद्ध हो चुका है जो महिलाएं गर्भधारण करने से साल भर पहले से ही अपने भोजन में फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा लेती है डिलीवरी के समय किसी भी खतरे की संभावना उनके साथ 50% तक कम होती है.

प्रेगनेंसी में फोलिक एसिड | Pregnancy me Folic Acid Kyo le, Kitna le, Kab se le

फोलिक एसिड क्या है – Folic Acid Kya  Hai

फोलिक एसिड एक प्रकार का विटामिन ही होता है. यह विटामिन बी का एक प्रकार है जो खाद्य पदार्थों में फोलेट के रूप में पाया जाता है. इसकी मदद से कोशिकाओं का निर्माण होता है और न्यूक्लिक एसिड का निर्माण कोशिकाओं के अंदर होता है. अगर यह किसी भी शिशु के लिए गर्भावस्था के दौरान कम पड़ जाता है, तो उसमें जन्म दोष होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए डॉक्टर फोलिक एसिड का सप्लीमेंट भी देते हैं.

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फोलिक एसिड कब से लें – Pregnancy me Folic Acid Kab se Le

फोलिक एसिड गर्भस्थ शिशु के लिए ही नहीं एक सामान्य स्त्री के लिए भी जब वह गर्भवती नहीं होती है तब भी उसके लिए बहुत आवश्यक होता है इसलिए फोलिक एसिड महिलाओं को शुरू से ही लेना शुरू कर देना चाहिए. जब महिला यह सोचती है कि उन्हें प्रेगनेंसी प्लेन करनी है तो उससे पहले ही अपनी फोलिक एसिड की डाइट को ध्यान में रखना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि पहली तिमाही में तो फोलिक एसिड अत्यधिक आवश्यक होता है .

आपने कभी एक्सपीरियंस किया है या आप पहले मां बन चुकी महिलाओं से पूछे तो अक्सर ऐसा होता है कि जैसे ही प्रेगनेंसी कंफर्म होती है वैसे ही डॉक्टर महिला को फोलिक एसिड का अनुपूरक लेना बताती हैं.

कितना फोलिक एसिड – Pregnancy me Kitna Folic Acid Le

जैसे कि हमने आपसे पहले भी बताया है कि जैसे ही आप प्रेगनेंसी के बारे में सोचते हैं आपको तभी से फोलिक एसिड खाने के लिए सोचना शुरु कर देना चाहिए.
डॉक्टर के अनुसार गर्भ धारण करने से पहले 400 माइक्रोग्राम प्रतिदिन फोलिक एसिड लेने की सलाह दी जाती है.
गर्भावस्था की पहली तिमाही में 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेने की सलाह दी जाती है. गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में यह मात्रा 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड तक पहुंच जाती है और तीसरी तिमाही में भी 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेना चाहिए.
इसके अलावा अगर महिला स्तनपान करा रही है तो उसे लगभग रोज 500 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेना चाहिए.

आपको आपके शरीर के अनुसार आपकी आवश्यकता के अनुसार कितना फोलिक एसिड लेना चाहिए यह आपको आपका डॉक्टर बहुत अच्छे से बता सकता है क्योंकि जो हमने बताया यह आइडियल है आपके लिए थोड़ा ज्यादा या कम मात्रा हो सकती है. डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर की सलाह पर आप इसके लिए, इसकी पूर्ति के लिए सप्लीमेंट भी ले सकती हैं.

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फोलिक एसिड की आवश्यकता क्यों है – Pregnancy me Folic Acid ke Need

फोलिक एसिड गर्भवती महिला के लिए भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है फोलिक एसिड की प्रचुर मात्रा लेने से हृदय संबंधी समस्याएं कैंसर व प्रीक्लेम्पसिया जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है.

बच्चे का सारा विकास महिला के शरीर पर निर्भर करता है यह विकास प्लेसेंटा के द्वारा ही संभव हो पाता है फोलिक एसिड प्लेसेंटा के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

अगर गर्भस्थ शिशु के लिए फोलिक एसिड की कमी हो जाती है तो इसकी वजह से बच्चे के होंठ कटे फटे रह सकते हैं, कटे तालु जैसी परेशानी हो सकती है. इसके अलावा जन्म से पूर्व गर्भपात और जन्म के समय वजन कम रहने जैसे खतरे को भी कम करता है.

प्रेग्नेंसी के समय एनीमिया होना एक आम बात होती है अर्थात खून की कमी क्योंकि गर्भवती होने पर खून की अचानक से आवश्यकता बढ़ जाती है. फॉलेट एक ऐसा तत्व है जो आयरन के साथ साथ लाल रक्त कणिकाओं को बनाने के लिए आवश्यक होता है. अगर यह प्रचुर मात्रा में नहीं होगा तो शरीर में रक्त की कमी हो जाएगी और बच्चे का विकास बाधित होगा.

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यह होने वाले बच्चे को तंत्रिका तंत्र के दोषों जैसे ‘स्पाइना बिफिडा’ और मस्तिष्क संबंधी बीमारियों से बचाता है। ‘स्पाइना बिफिडा’ गर्भ में भ्रूण बनने के दौरान होने वाली गंभीर समस्याओं में से एक है। आपको बता दें कि करीब एक हजार में से एक बच्चा तंत्रिका ट्यूब दोष के साथ जन्म लेता है.

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