ऐसे में अगर मां चाहे तो वह गर्भ में ही बच्चे के आईक्यू को बूस्ट करने में अहम भूमिका निभा सकती है. बस उसको इन बातों का नियमित तौर पर ख्याल रखना होगा.
1. आवाज का अहसास
अच्छी किताबें पढ़ना और सुकून भरे गीत व कविताएं मां की आवाज में सुनना बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे उसका मस्तिष्क तेजी से बढ़ता है. 23वें हफ्ते के बाद गर्भ में पल रहा बच्चा कुछ आवाजों पर रिस्पांस भी देना शुरू कर देता है. मां की आवाज तो उसके लिए खास होती ही है.
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2. बुरी आदतों को छोड़ दें
अगर गर्भवती महिला धूम्रपान करती है, तो इसका असर बच्चे के मानसिक विकास पर भी हो सकता है.
गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान और किसी भी तरह का नशा करना बच्चे की सेहत के साथ खिलवाड़ हो सकता है. इसलिए इससे बचें.
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3. बाहरी चीजों का असर
मां की छुअन भी बच्चे के मानसिक विकास को प्रभावित करती है. साथ ही कोशिश की जानी चाहिए कि गर्भ पर कभी भी सीधी रोशनी न पड़े. यह बच्चे के लिए खतरनाक हो सकती है.
4. सही खानपान
गर्भावस्था के दौरान सही खानपान न केवल मां के लिए फायदेमंद होता है बल्कि इससे बच्चे के विकास पर भी सकारात्मक असर पड़ता है.
ओमेगा 3 से युक्त खानपान बच्चे के मानसिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है. प्रेगनेंसी में ऐसी डाइट लें, जो बच्चे के मानसिक विकास के लिए उत्तम हो. इसके लिए आप अपने डाइट एक्सपर्ट से अवश्य मिले. डाइट एक्सपर्टजो सलाह दें, उसका पालन करें.
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5. तनाव से रहें दूर
गर्भावस्था के दौरान अगर मां तनाव लेती हैं तो इसका नकारात्मक परिणाम बच्चे को भी भुगतना पड़ सकता है. इसलिए मां को कोशिश करनी चाहिए कि वह हर तरह के मानसिक तनाव और चिंता से दूर रहे.
खाना बनाने की टेंशन, घर की सफाई की टेंशन, घर परिवार की टेंशन, आसपास मोहल्ले की टेंशन आप इन सब को छोड़ दे यह सब बच्चे की IQ को प्रभावित करते है.