रहते थे, प्राचीन काल की सभ्यता जिसे हम माया सभ्यता भी कहते हैं.
से जेंडर प्रिडिक्शन क्या करते थे.
इन्हें भी पढ़ें : ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार गर्भ में पुत्र होने की पहचान
इन्हें भी पढ़ें : महिला के फेस की रीडिंग करके कैसे जाने गर्भ में लड़का है या लड़की है
माया कैलेंडर के अनुसार के जेंडर प्रेडिक्शन – Maya Gender Prediction Trick
दोस्तों माया सभ्यता वालों के पास एक जेंडर प्रेडिक्शन चार्ट हुआ करता था. जो चार्ट दिखाई पड़ रहा
है इसी के माध्यम से यह जाना करते थे कि उनके यहां आने वाली संतान लड़का है या लड़की
है.
माया सभ्यता के लोग अपने कैलेंडर के अनुसार जो कि माया सभ्यता में प्रचलित था. उसके अनुसार सम और विषम प्रणाली के आधार पर जेंडर परीक्षण किया करते थे.
लिंग भविष्यवाणी के लिए महिला के उम्र (गर्भाधान के साल में) क्या है, और महिला ने किस महीने में गर्भाधान किया है.
इन दो बातों के आधार पर जेंडर प्रिडिक्शन किया जाता था.
माया जेंडर प्रिडिक्शन चार्ट के अनुसार अगर प्रेगनेंसी होते समय महिला की उम्र और प्रेगनेंसी का महीना दोनों ही
EVEN आते हैं, या दोनों ODD हैं, तो महिला को पुत्री प्राप्त होगी.
अगर इनमे से एक EVEN और एक ODD आता है तो महिला को पुत्र प्राप्त होगा.
एग्जांपल के लिए अगर प्रेग्नेंसी के समय महिला की उम्र 32 साल है, और महीना चौथा आता है, तो दोनों ही EVEN है महिला को पुत्री होगी या उम्र 31 साल और महीना पांचवा आता है, तो भी महिला को पुत्री होगी.
ऐसे ही महिला की उम्र अगर 25 साल है, और महीना चौथा आता है, यह आठवां आता है, महिला को पुत्र होगा और उम्र अगर 24 साल है और महीना तीसरा आता है तो भी महिला को पुत्र होगा.
इन्हें भी पढ़ें : घर पर साबुन से प्रेगनेंसी कैसे चेक करें
इन्हें भी पढ़ें : घर पर टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी कैसे चेक करें
इन्हें भी पढ़ें : पल्स विधि द्वारा जेंडर प्रिडिक्शन
इन्हें भी पढ़ें : गर्भ में लड़का या लड़की जानने के 7 तरीके
इन्हें भी पढ़ें : मनचाही संतान प्राप्ति का सही टाइम ये है
दोस्तों अब यहां ऐसा नहीं है, कि आपने हिंदू कैलेंडर या अपने इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार चेक कर लिया और आपने लिंग
की भविष्यवाणी कर दी.यहां समझने वाली यह बात है, कि यह दोनों की दोनों संख्याएं महिला की गर्भाधान के समय उम्र और गर्भाधान का महीना दोनों ही माया कैलेंडर के अनुसार ही निकाली जाएंगी. अगर आपके पास माया कैलेंडर है तो आप निकाल सकते हैं.
मैं नहीं समझता हूं कि जल्दी से कोई इस कैलेंडर के अनुसार उम्र और महीना निकाल पाएगा. आप अगर इंटरनेट पर देखेंगे तो आपको आधी अधूरी इंफॉर्मेशन मिलेगी कैलेंडर का कोई भी जिक्र नहीं होगा.
माया सभ्यता के समय हमारा हिंदू कैलेंडर और इंग्लिश के अंदर मौजूद नहीं था. यह सब उनके अपने कैलेंडर के अनुसार होना चाहिए. अगर हम माया सभ्यता के अनुसार जेंडर परीक्षण करते हैं, तो उसका परिणाम गलत ही
निकलेगा. क्योंकि हमें माया कैलेंडर देखना आता ही नहीं है.
दोस्तों महिला के शरीर में आने वाले लक्षणों को देखकर हम शायद इस बात का पता लगाने की महिला के घर में कौन सी संतान है लेकिन दोस्तों यह भी उतना ही जरूरी है कि हमें उसके स्वास्थ्य का संपूर्ण ध्यान रखना है, उसके पोषण का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है.