35 के बाद प्रेग्नेंट होने के 15 टिप्स पार्ट #2

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नमस्कार दोस्तों हम सभी जानते हैं कि धीरे-धीरे हमारे आसपास का वातावरण खराब होता जा रहा है.  हमारा खाना पीना भी खराब होता जा रहा है. लाइफ़स्टाइल बहुत ज्यादा फास्ट हो गई है. ऐसे में खाने पीने का ध्यान भी बहुत कम रहता है.

आज का युग मशीनी युग है. जिसमें हमें अपने शरीर का संपूर्ण प्रयोग करने का अवसर ही नहीं मिलता. जिससे शरीर की क्षमता भी कम होती जाती है. भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहराई तक समा चुकी है, की खाने पीने की चीजों में भी अत्यधिक मिलावट हो रही है .जो कि  हमारे लिए जानलेवा साबित होती है.

इन सब कारणों से शरीर की क्षमता कम होती जा रही है. और एक महिला जोकि 20 से लेकर 30 वर्ष तक की उम्र में बड़ी आसानी से मां बन सकती है. उसे भी मां बनने में परेशानी हो रही है. अब सवाल यह आता है, कि बड़ी उम्र में 35 वर्ष के बाद अगर महिला मां बनना चाहे तो उसे क्या करना होगा.

क्योंकि ३५ के बाद तो शरीर की छमता अपने आप ही कम होने लगती है. तो बड़ी उम्र में माता बनने के लिए हमें किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए चर्चा करते हैं.

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pregnancy after 35

35 साल की उम्र के बाद मां बनना एक चुनौतीपूर्ण काम होता है. लेकिन जो लड़कियां देरी से शादी करती हैं, या फिर कॅरियर के चक्कर में जल्दी उम्र में मां नहीं बन पाती हैं. उनके लिए 35 के बाद मां बनने के लिए इस POST में कुछ शानदार टिप्स है.

ओवलेशन किट का इस्तेमाल करें

35 की उम्र के बाद मां बनने पर विचार कर रही हों, तो ओवलेशन किट के बारे में डॉक्टर से सलाह लें, और इसका इस्तेमाल करें. इससे आपको सहायता मिलेगी.

अंडरगो रिक्वीसाइट टेस्ट

अगर आपको आपका डॉक्टर सलाह देता है, तो आपको यह टेस्ट जरूर करवा ले.

क्योंकि यह आपकी प्रजनन क्षमता को जानने के लिए किया जाता है. आपके शरीर में अंडे के बनने की क्षमता क्या है. आपकी कंसीव करने की परसेंटेज पता चल जाएगी.

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बॉडी टेंपरेचर

जब आप मां बनना चाहे, तब आपको अपने बॉडी टेंपरेचर को जानना है. क्योंकि ओवुलेशन पीरियड में महिला के बॉडी का टेंपरेचर थोड़ा बढ़ जाता है. इस दौरान कंसीव करने की क्षमता महिला की बहुत ज्यादा होती है. अपने बॉडी टेंपरेचर पर  नजर रखें.

नियमित व्यायाम

अपने शरीर की गतिविधियों को नियमित करने के लिए शरीर की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए. जिससे प्रेग्नेंट होने में सहायता मिलेगी.

तनाव

तनाव प्रेगनेंसी की संभावनाओं को कम करता है. इसलिए इस दौरान आपको तनाव रहित रहना है.

प्रीनेटल विटामिन

डॉक्टर से सलाह लें और प्रीनेटल विटामिन का सेवन करें. इसकी शुरूआत शुरूआत चरण से ही कर दें, ताकि आपके शरीर में जिन पोषक तत्वों की कमी है, वो कमी आपके बच्चे के शरीर में न पहुंच पाएं.

pregnancy at age 35

अन्य स्वास्थ्य समस्याओं पर नियंत्रण

35 की उम्र पर कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे- डायबटीज, ब्लड़ प्रेशर आदि हो सकती हैं. अगर ये सब हैं तो पहले डॉक्टर से सही तरीके से इनका इलाज करवाएं.
योग करें.
मेडीटेशन करें.
दवाईयो लें.
लेकिन सर्वप्रथम इन बीमारियों से छुटकारा पाएं. उसके बाद ही प्रेगनेंसी कंसीव करने की सोचें.

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डॉक्टर मीटिंग

बड़ी उम्र में  कंसीव कर लेने के बाद डॉक्टर से रेगुलर मिलते रहना चाहिए. चेकअप कराते रहना चाहिए.

मछली खाएं पर ध्यान से

मछली में ओमेगा3 होता है जो शरीर को स्वस्थ बनाएं रखता है. इससे प्रजनन क्षमता भी दुरूस्त रहती है. कुछ मछलियों में मरकरी पाया जाता है, जो कि प्रेगनेंसी के दौरान बहुत नुकसानदायक होता है. आपको सुनिश्चित करना है, कि आप ऐसी मछली ना खाएं इसमें मरकरी पाया जाता है.

थॉयराइड चेक करवा लें

थायराइड की समस्या से गर्भ  खंडित हो जाता है. इसलिए मां बनने से पहले महिला को अपना थायराइड जरूर चक्कर आना चाहिए. उसके बाद डॉक्टर से सलाह लेने के बाद भी प्रेगनेंसी धारण करनी चाहिए.

दांतों की सफाई

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि साफ दांत और मुंह, प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है. इसलिए इस बात का विशेष ख्याल रखें.

दवाइयों का सेवन

प्रेगनेंसी के दौरान किस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, कि हमें किसी भी प्रकार की छोटी से छोटी बीमारी के लिए अपने आप दवाई नहीं लेनी है. उसके लिए हमेशा डॉक्टर से ही कंसल्ट कर के दवाई लेनी है.

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प्रीनेटल क्लास जाएं

मां बनने से पहले, प्रीनेटल क्लास ज्वाइन कर लें. इससे आपको समझ में आएगा कि आपको कैसे क्या करना है.

भारी काम ना करें

प्रेगनेंसीके दौरान ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना है. जिसकी वजह से पेट या पीठ पर प्रेशर करें. 

advanced age pregnancy

दानों का खुद से उपचार न करें

अगर गर्भवती होने के बाद कोई समस्या आएं तो खुद से हल न करें. छोटी से छोटी समस्या के लिए भी डॉक्टर से ही सम्पर्क करें. वरना आपके भ्रूण पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.

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उम्मीद न छोडें

35 के बाद मां बनने की प्रक्रिया साधारण नहीं होती है, देर लग सकती है, ऐसे में उम्मीद न छोडें. प्रयास करें.

मेडीटेशन करें

अपने डॉक्टर से मेडीटेशन करने के बारे पूछ लें कि कब और कितनी देर करना चाहिए, ताकि आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहें. यह आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा.

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