गर्भवती स्त्री को एनीमिया की शिकायत है जोकि आयरन की कमी की वजह से होता है तो यह भी संभव है. कि बच्चे को भी एनीमिया हो सकता है लेकिन यह तभी होता है जब माता गंभीर एनीमिया की शिकायत से पीड़ित हो.
इन्हें भी पढ़ें : फोलिक एसिड की कमी से नुकसान – Folic Acid in Pregnancy
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में एनीमिया के लक्षण – आयरन की कमी
अगर प्रेगनेंसी के दौरान महिला को एनीमिया की शिकायत लगातार बनी रहती है, तो इसकी वजह से शिशु का विकास ठीक से नहीं हो पाता है और जन्म के समय भी शिशु कम वजन का हो सकता है.
शिशु में जन्म के समय आयरन का कम स्तर, जिससे उसका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है.
गर्भावस्था के दौरान ही शिशु को संक्रमण की संभावना हो जाती है.
शरीर में आयरन की कमी लगातार होने पर शिशु मृत्यु दर बढ़ जाती है.
आयरन शिशु के विकास में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आयरन की कमी की वजह से बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, और बच्चा पैदा होने के बाद कई तरह के संक्रमण से संक्रमित हो सकता है. इसकी संभावना अधिक होती है.
गर्भवती स्त्री का शरीर यह सुनिश्चित करता है कि पहले शिशु को उसके हिस्से का आयरन मिले उसके बाद शरीर अपने लिए आयरन प्रयोग में लाता है अगर महिला को आयरन की कमी है तो कुछ परेशानियां हो सकती हैं.
जैसे कि समय से पहले डिलीवरी होने की संभावना होना
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Pregnancy care Tips Part #16
इन्हें भी पढ़ें : तीसरे महीने प्रेगनेंसी चेक अप
अगर बच्चे को उसके हिस्से का पूरा आयरन मिल भी रहा है और शरीर को आयरन कब मिल रहा हो तो खून की कमी हो जाएगी जिसकी वजह से बच्चे के पास तक पूर्ण पोषण पहुंच ही नहीं पाएगा क्योंकि पोषण को पहुंचाने का माध्यम जो रक्त है उसमें उसकी कमी हो जाती है.
गर्भवती स्त्री को भी कई तरह की परेशानियां होती हैं जो कि एक प्रकार से एनीमिया या आयरन की कमी के लक्षण होते हैं जिनकी चर्चा हमने इससे पहले बताएं वीडियो में की है आप इस वीडियो के माध्यम से जो जो परेशानियां गर्भवती स्त्री को आयरन की कमी से होती है वह जान सकते हैं.