प्रेगनेंसी में आयरन और कैल्शियम की गोलियां साथ न लें, जाने क्यों ?

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आयरन और कैल्शियम की टैबलेट होती है. उसे प्रेगनेंसी में किस तरह से खाना चाहिए.
क्या उन्हें साथ साथ खा सकते हैं या
उन्हें खाने के बीच में अंतर रखना चाहिए.अगर उन्हें खाने के बीच में अंतर रखना चाहिए तो अंतर क्यों रखना चाहिए. इस से क्या-क्या नुकसान होने वाले बच्चे को हो सकता है.

दोस्तों मां बनना किसी भी महिला के लिए एक बहुत ही सुखद अनुभव होता है.और बच्चे का पहला एहसास  जिसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल होता है.

दोस्तों यह बात हम इसलिए कर रहे हैं कि होने वाला बच्चा बहुत महत्वपूर्ण होता है अपने मां बाप के लिए,  और ऐसे में उसका हर तरह से ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है, इसी श्रंखला में आगे बात करते हैं.

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गर्भावस्था के पहले दिन से ही आजकल महिला डॉक्टर के ऑब्जरवेशन के अंदर आ जाती हैं.
डॉक्टर 3 टैबलेट फोलिक एसिड कैल्शियम और आयरन शुरू करा देते हैं. बच्चे के विकास में अत्यधिक सहायक होती है.

लगभग दूसरी तिमाही अर्थात  सिक्स मंथ तक फोलिक एसिड यह टैबलेट ली जाती है. लेकिन आयरन और कैल्शियम की टेबलेट डॉक्टर प्रेगनेंसी के अंत तक लेने की सलाह देते हैं कि आवश्यकता पड़ने पर उसके बाद भी ली जाती है.

अपने POST के मेन टॉपिक पर बात करें साथ ही साथ हम बता दें कि यह टैबलेट गर्भवती के लिए इतनी अधिक महत्वपूर्ण क्यों है.

गर्भवती महिलाओं के लिए कैल्शियम – Pregnancy me Calcium

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दोस्तो आजकल हमारा भोजन पोषक तत्वों से इतना रिच नहीं है, कि वह आवश्यक खनिज लवण  से हमारे शरीर का पोषण कर सकें. ऐसे में जब एक शरीर को और पालने की बात आती है, तो हमें अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है.

तो आजकल ऐसे में इन सभी पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए जो कि ज्यादा आवश्यक होते हैं, प्रेगनेंसी में उन्हें टैबलेट के रूप में डॉक्टर लेने का सजेशन देते हैं. इसमें मुख्य कहां कैल्शियम और आयरन होता है.


अगर महिला के शरीर में कैल्शियम की कमी है, तो ऐसे में पैदा होने वाले बच्चे के विकास के लिए जरूरी हड्डियों का बेसिक स्ट्रक्चर ही नहीं बन पाएगा, और अबॉर्शन की स्थिति बन सकती है.

यदि आप कैल्शियम की गोली ले रही हैं, तो इसे खाली पेट कभी न लें. कुछ लोगों को कैल्शियम रूप में सप्लीमेंट लेने से पेट में गैस बनने के साथ भूख न लगने की समस्या भी हो सकती है.

इसके अलावा
मुंह सूखना,
बार-बार पेशाब होना,
मुंह का स्वाद बिगड़ना,
उल्टियां होना,
कब्ज तथा पेट दर्द आदि समस्याएं भी हो सकती है.
इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से मिलें.

गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन – Pregnancy me Iron

गर्भवती महिलाओं के शरीर में अधिक खून की आवश्यकता होती है. यह कह सकते हैं कि ब्लड के अंदर हिमोग्लोबिन की अधिक आवश्यकता होती है.

एक और शरीर को पालने के लिए शरीर को अधिक एनर्जी की आवश्यकता होती है. और एनर्जी ऑक्सीजन के द्वारा हमारी कोशिकाओं में बनती है. इस ऑक्सीजन को हमारी कोशिकाओं तक हिमोग्लोबिन पहुंचाने का कार्य करता है.

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अगर खून के अंदर हिमोग्लोबिन की मात्रा कम होगी तो आवश्यक एनर्जी हमारे शरीर में नहीं बन पाएगी. इससे बच्चे के विकास पर प्रभाव पड़ेगा. हिमोग्लोबिन को बनाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है.

इसीलिए आयरन की टेबलेट लेने का सजेशन डॉक्टर के द्वारा दिया जाता है, क्योंकि है बच्चे के विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है.

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गर्भावस्था में आपके शरीर को सामान्य से 50 प्रतिशत अधिक रक्त की जरूरत होती है. इसलिए आपकी आयरन की आवश्यकता भी उसी हिसाब से बढ़ जाती है. आहार में आयरन की आवश्यकता के अनुसार मात्रा न होने पर आयरन की कमी या एनीमिया हो सकता है.

इसलिए डॉक्टर द्वारा आयरन की गोली का सेवन करने को बोला जाता है.  लेकिन ध्यान रहे कि आयरन की गोली खाली पेट न लें. खाने से आधे घंटे बाद इनका सेवन करें.

आयरन सप्लामेंट लेने के साथ-साथ सीट्रस फ्रूट्स जैसे नींबू, नारंगी आदि का सेवन भी करती रहें.

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आयरन और कैल्शियम की आवश्यकता गर्भावस्था में इतने अधिक मात्रा में क्यों होती है. यह बात हमने जान ली है, अगर हम कैल्शियम और आयरन टैबलेट के रूप में प्रेग्नेंसी के समय ले रहे हैं, तो हमें इस बात का ध्यान रखना है, कि दोनों टैबलेट एक साथ नहीं लेनी है.

डॉक्टर जिस तरह से उन्हें लेना बताते हैं, उसी तरह से आप ले लीजिए. अगर डॉक्टर नहीं भी बताते हैं तो आप ध्यान रखें कि इन दोनों टैबलेट लेने में कम से कम दो घंटे का अंतर जरूर हो.

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ऐसा बिल्कुल भी ना करें कि अगर आप कोई एक टैबलेट लेना भूल गई हो और आपको दूसरी टैबलेट लेने के समय यह याद है कि मैंने कैल्शियम या आयरन जो भी टैबलेट पहले लेनी है. वह नहीं ली है कोई बात नहीं दोनों एक साथ ले ले लेती हूं, यह गलती ना करें.

ऐसी गलतियां अक्सर महिलाएं करती हैं, अगर आप गर्भवती हैं तो प्लीज इस बात का विशेष ध्यान रखें. एकदम से कोई नुकसान तो नहीं होता है, लेकिन पोषण में कमी आ जाती है.

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क्योंकि यदि आप कैल्शियन और आयरन को साथ मे लेती हैं, तो कैल्शियम के रहते उस समय आयरन  को शरीर अवशोषित नहीं कर पाता है.

 कैल्शियम इस कार्य में हस्तक्षेप करता है. आप यह  मान ले, जिससे कि लंबे समय तक ऐसा करने पर भ्रूण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. तो  कैल्शियम और आयरन की टैबलेट का संपूर्ण लाभ लेने के लिए खाते समय इन दोनों के बीच में अंतर बनाए रखें .

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