आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे जिससे कि आप यह पता लगा पाए कि महिला के गर्भ में लड़का है या लड़की है.
Gender Prediction By Tomatoes
दोस्तों हमारा यहां उद्देश्य बिल्कुल भी यह बताना नहीं है कि लड़का या लड़की में कोई अंतर है. मात्र परिवार को और माता-पिता को इस बात की उत्सुकता होती है, कि उनके घर में कौन सा नन्हा मेहमान आने वाला है, और यह पता नहीं होता है तो उत्सुकता होना एक आम बात है.
उससे पहले हम बता दें कि भारतीय कानून संहिता के अनुसार लिंग परीक्षण कराना और गर्भपात कराना कानूनन जुर्म है इसके लिए कानून द्वारा कठोर सजा का प्रावधान है.
अगर आप लिंग परीक्षण के उद्देश्य से हैं, तो आप गलत जगह पर हैं. क्योंकि यह परीक्षण बिल्कुल भी 100% वैज्ञानिक परीक्षण नहीं है और इसके आधार पर बिल्कुल भी निर्णय नहीं लिया जा सकता है. मगर आपको उत्सुकता है, और आप मनोरंजन के उद्देश्य से यह जानना चाह रहे हैं, तो ठीक है.
वैसे तो जेंडर प्रेडिक्शन के को सारे तरीके हैं. जिनका प्रयोग हमारे समाज में वर्षों से होता चला आ रहा है. लेकिन एक तरीका और भी है, जिसमें हम टमाटर के द्वारा उसका परीक्षण करके यह जानने की कोशिश करते हैं, कि महिला के गर्भ में लड़का है या लड़की है.
यह परीक्षण प्रेगनेंसी के 4 महीने के बाद किया जाता है, और इसमें महिला के यूरिन का प्रयोग किया जाता है. और 6 महीने के बाद इस परीक्षण को नहीं किया जाता है करने में तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन माना जाता है कि रिजल्ट उतना क्लियर नहीं आता है.
आप कांच के एक गिलास में लगभग आधा गिलास महिला के यूरिन को इकट्ठा करें और उसके अंदर आप दो से तीन टुकड़े करके एक ताज़े टमाटर के डाल दें.
आप देखेंगे कि लगभग आधा मिनट के बाद अगर टमाटर के चारों तरफ छोटे-छोटे बुलबुले उठ रहे हैं जैसा कि आपको स्क्रीन पर दिखाई पड़ रहा होगा अगर ऐसे बुलबुले उठते हैं तो माना जाता है कि महिला के गर्भ में एक लड़का पल रहा है.
वहीं अगर यूरिन में किसी भी प्रकार के बुलबुले नहीं उठते हैं तो यह रिजल्ट सामान्य माना जाता है. इसका अर्थ है कि महिला के गर्भ में एक लड़की है. इस रिजल्ट को इस प्रयोग को करने वालों का दावा है कि यह 100% सही रिजल्ट देता है.
दोस्तों यह कैसा रिजल्ट देता है, आप एक बार आजमा कर अपने कमेंट के माध्यम से हमें जरूर बताएं क्या इस प्रयोग का आपने सफल परीक्षण किया है, या यह असफल हुआ है.