बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना, क्या यह संभव है इसकी कितनी संभावना है इस पर बात करेंगे
जैसे ही महिलाओं को वेजाइनल ब्लीडिंग शुरू होती है, तो महिलाएं से इसे पीरियड्स मान लेती हैं और उनके मन में आता है कि यह पीरियड अनियमित हो गए हैं. इस वजह से इस प्रकार की समस्या हो रही है.
लेकिन कई बार बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना पाया जाता है. यह सामान्य नहीं है, लेकिन ऐसा होता है.
कई बार बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना किसी गंभीर बीमारी की तरफ इशारा करता है. इसलिए इस प्रकार की समस्या जैसे ही महिलाओं को नजर आती है, उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क स्थापित करने की आवश्यकता होती है.
इसके कौन कौन से कारण हो सकते हैं, इस पर चर्चा करते हैं.
इस पर चर्चा करें उससे पहले हम आपको यह बात भी क्लियर कर देते हैं, कि इस प्रकार की समस्या मुख्यता प्रेगनेंसी में नजर आती है, और बिना प्रेगनेंसी के भी ऐसा हो सकता है.
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बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना
बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना इसके क्या क्या कारण हो सकते हैं किन किन परिस्थितियों में यह होता है.
- पीसीओडी की समस्या में यह होता है. पीसीओडी एक गंभीर परिस्थिति है, जो महिला के प्रजनन तंत्र से संबंधित रोग हैं. इसके कारण कभी-कभी बिना पीरियड्स के भी ब्लडिंग नजर आ सकती है.
- गर्भाशय पॉलीप्स के कारण ब्लडिंग की समस्या नजर आ जाती है. पॉलीप्स वह अवस्था है, जब गर्भाशय की बाहरी सतह पर अनवांटेड कोशिकाएं ग्रोथ करने लगती है. कभी-कभी यह आगे चलकर कैंसर का कारण भी बन सकती हैं.
- अचानक से वजन बढ़ जाना या कम हो जाना. इसका प्रमुख कारण थायराइड हारमोंस का बैलेंस नहीं होना होता है. थायराइड हार्मोन की मात्रा में उतार-चढ़ाव की वजह से भी कभी-कभी महिलाओं को बिना पीरियड के ब्लीडिंग हो सकती है.
- गर्भाशय में फाइब्रॉयड्स की समस्या होने पर भी इस प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
- अगर किसी कारणवश महिला के गर्भाशय की दीवारों में सूजन की समस्या आ जाती है तो यह ब्लडिंग का कारण हो सकता है.
- अगर किसी कारणवश गर्भाशय में घाव हो जाता है और उससे रक्तस्राव होता है तो बिना पीरियड के ब्लडिंग नजर आती है.
- प्रजनन तंत्र में कैंसर हो जाना कैंसर अर्थात अनवांटेड कोशिकाओं का बड़ी मात्रा में प्रोडक्शन होना. यह भी बिना वजह रक्त स्राव का कारण बनता है. इस प्रकार कोशिकाओं में अनवांटेड ग्रोथ महिला के गर्भाशय में, योनि में या अंडाशय में हो सकती है.
- गर्भाशय में गांठ हो जाने पर उसके घर्षण से भी ब्लडिंग की समस्या नजर आती है.
- अगर महिला के यूट्रस में इंफेक्शन हो जाता है, तब भी इस प्रकार की अनवांटेड ब्लडिंग बिना पीरियड के हो सकती है.
- ट्यूमर एक ऐसी समस्या है जो महिला के किसी भी अंग में हो जाती है. अगर गर्भाशय में ट्यूमर है तो फिर अक्सर बिना पीरियड के ब्लडिंग की समस्या नजर आती है.
अगर महिला गर्भवती होती है, तो उस परिस्थिति में भी महिला को पीरियड नहीं होते हैं. महिला के पीरियड मिस माने जाते हैं. अगर प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी प्रकार की ब्लडिंग महिलाओं को नजर आती है, तो यह पीरियड वाली बिल्डिंग नहीं होती है.
इसे बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना या पीरियड मिस होने के बाद ब्लीडिंग होने की श्रेणी में रखा जाता है. इसके कुछ कारण नजर आते हैं जैसे कि..
- जब गर्भ, प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में गर्भाशय की दीवार से चिपकता है तो कुछ बूंदे ब्लड आ जाता है. यह सामान्य है.
- अगर महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हार्मोन कम हो जाते हैं तब भी इस प्रकार की समस्या नजर आती है. इस कारण गर्भपात हो सकता है.
- अगर महिला के गर्भ को किसी भी प्रकार का आघात लग जाता है तो ब्लडिंग की समस्या हो सकती है.
- अगर महिला का शरीर अत्यधिक कमजोर है और कुछ विशेष कॉम्प्लिकेशंस महिला के शरीर में है तो ब्लीडिंग होकर गर्भपात होने की संभावना बनी रहती है.
- प्रेगनेंसी में गर्म तासीर का भोजन अधिक खा लेने पर भी इस प्रकार की समस्या जाती है.
यह के कुछ प्रमुख कारण जिनकी वजह से बिना पीरियड के भी महिलाओं को ब्लडिंग की समस्या नजर आती है.
निष्कर्ष
बिना पीरियड के ब्लडिंग होना किसी भी प्रकार से सामान्य नहीं माना जाता है. ऐसी किसी भी परिस्थिति में महिलाओं को तुरंत एक्सपर्ट की राय लेने की आवश्यकता होती है.
इसमें आप बिल्कुल भी लापरवाही ना बरतें. यह किसी गंभीर समस्या की तरफ भी इशारा हो सकता है. अगर समय रहते इलाज लिया जाए तो सभी समस्याएं आसानी से ठीक हो जाती है.
प्रेगनेंसी में पीरियड मिस होने के बाद ब्लीडिंग होना सबसे खराब स्थितियों में से एक स्थिति होती है. यह सीधे रूप से गर्भपात होने की तरफ इशारा करती है.
इसलिए बिना पीरियड के ब्लीडिंग होना बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता है, और तुरंत डॉक्टर की सलाह की आवश्यकता होती है.