जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए घरेलू उपाय को लेकर बहुत ज्यादा जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जाती है. हम आपके लिए एक घरेलू नुस्खा लेकर आए हैं, जिसके माध्यम से आप जल्दी प्रेगनेंसी कंसीव करने की कोशिश कर सकती हैं. यह बहुत से लोगों के लिए काम करता है. हमें उम्मीद है कि यह आपके लिए भी अवश्य काम करेगा.
दोस्तों प्रेगनेंसी नहीं होने की जो मुख्य कारण होते हैं उनमें
- पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी का कमजोर होना, और
- महिला के अंडे की क्वालिटी का भी कमजोर होना मुख्य होता है.
साथ ही साथ अगर महिला के हारमोंस प्रॉपर तरीके से सही बैलेंस में नहीं है तो भी प्रेगनेंसी होने में समस्या होती है.
बहुत कम मामलों में कुछ मेजर कॉम्प्लिकेशंस होती हैं अधिकतर मामलों में प्रेगनेंसी इन ही छोटी-छोटी वजह से नहीं हो रही होती है. यह सब हमारे भोजन और लाइफस्टाइल की वजह से समस्या आती है.
हमारी रसोई में पाए जाने वाले मसाले एक तरह से आयुर्वेदिक औषधि ही है जिनका प्रयोग हम अपने भोजन में करके अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए करते हैं.
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जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए घरेलू उपाय
जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए घरेलू उपाय के रूप में दोस्तों हमारी रसोई में एक मसाला जिसे हम काली मिर्च के नाम से जानते हैं. यह फर्टिलिटी को इंप्रूव करने के लिए काफी लाभदायक माना जाता है.
दोस्तों एक तो यह समस्या होती है कि आपको प्रेगनेंसी हो ही नहीं रही है
दूसरा अगर आपको प्रेगनेंसी हो जाती है तो जल्दी ही आपको मिसकैरेज की समस्या का सामना करना पड़ता है इस प्रकार की दोनों समस्याओं में काली मिर्च आपकी काफी मदद करेगी.
मिसकैरेज के तीन मुख्य कारण
दोस्तों मिसकैरेज मुख्यतः तीन कारणों की वजह से होता है,
एक तो महिला के अंडे या पुरुष के स्पर्म या दोनों की क्वालिटी ठीक नहीं होती है, तो भ्रूण सही तरीके से ग्रोथ नहीं कर पाता है. उसमें हार्टबीट नहीं आती है. तब भी मिसकैरेज हो जाता है.
महिला के शरीर में हारमोंस जो की प्रेगनेंसी को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक होते हैं.
महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हारमोंस प्रॉपर तरीके से बैलेंस नहीं रह पाते हैं तब भी मिसकैरेज हो जाता है.
महिला के गर्भाशय या प्रेगनेंसी के लिए आवश्यक दूसरे अंगों का आकार सही अनुपात में नहीं होता है तब भी गर्भपात के चांस बन जाते हैं.
प्रेगनेंसी में काली मिर्च का योगदान
दोस्तों काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जिसे हम प्रेगनेंसी के लिए प्रयोग में लाए तो यह काफी ज्यादा फायदेमंद रहता है मुख्यता इसका प्रयोग प्रेगनेंसी होने तक ही किया जाता है.
काली मिर्च क्यों प्रेगनेंसी कंसीव कराने में इतना महत्त्वपूर्ण है इसके लिए हमें उसके पोषक तत्वों की जानकारी होनी चाहिए. फिर बात करेंगे कि यह कैसे फायदा करें करता है और इसे कैसे अपने भोजन में शामिल करें.
काली मिर्च की न्यूट्रिशन वैल्यू
इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, जिंक, क्रोमियम, फोलेट, विटामिन ए, विटामिन, बी विटामिन ई, और अन्य दूसरे प्रकार के बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
दोस्तों कैल्शियम, आयरन और फॉलेट के बिना प्रेगनेंसी की कल्पना ही नहीं की जाती. जिस दिन प्रेगनेंसी होती है, उस दिन से ही इनकी अत्यधिक आवश्यकता शुरू हो जाती है.
काली मिर्च पुरुषों और महिलाओं के प्रजनन तंत्र के लिए कैसे लाभदायक है
- काली मिर्च पुरुष सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती है. काली मिर्च मैग्नीशियम और जिंक में प्रचुर मात्रा होती है. इसकी मदद से पुरुष सेक्स हारमोंस को मेंटेन रखने में काफी हेल्प होती है.
- इसकी वजह से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में काफी ज्यादा बढ़ोतरी होती है, और उनकी क्वालिटी भी इंप्रूव होती है, उनकी जीवन शक्ति बढ़ती है.
- काली मिर्च में जिंक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है और प्रजनन क्षमता में सुधार करता है. शुक्राणु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आता है.
- ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ जाता है तो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट एलिमेंट्स कम हो जाते हैं इसकी वजह से शरीर में फ्री रेडिकल्स बढ़ जाते हैं और शुक्राणुओं की जो कोशिकाएं होती हैं वह क्षतिग्रस्त होने लगती हैं उनकी जीवन ऊर्जा कमजोर होने लगती है, और उनकी क्षमता भी घट जाती है. शुक्राणु कोशिकाएं भी खंडित होने लगती है.
- एंटीऑक्सीडेंट एलिमेंट्स बढ़ने से ऑक्सीडेटिव तनाव कम होने लगता है और फ्री रेडिकल्स शरीर से बाहर निकलने लगते हैं और वह पुरुष के जो शुक्राणु हैं उन्हें डैमेज नहीं कर पाते हैं.
- जिंक शुक्राणु के विकास और गति के लिए महत्वपूर्ण है.
- महिलाओं के लिए कंसीव करने के लिए हर महिला को ओव्यूलेशन के साथ हेल्दी डाइट लेना बेहद जरुरी होता है. पौष्टिक तत्वों से भरपूर डाइट के साथ महिलाओं को अपनी लाइफस्टाइल हेल्दी बनाए रखने के साथ रोजाना एक्सरसाइज भी करनी चाहिए. ऐसा करने से फर्टिलिटी में जल्दी सुधार होता है.
फर्टिलिटी के पांच प्रमुख तत्व
अगर आप किसी भी महिला की फर्टिलिटी की जांच करना चाह रहे हैं तो उसमें आपको पांच प्रकार के तत्व उसके शरीर में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने चाहिए.
मैग्नीशियम और विटामिन बी
शरीर में हारमोंस की एक्टिविटी को संतुलित रखने के लिए और हारमोंस की मात्रा को भी संतुलित रखने के लिए यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
जिंक
जिंक एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है यह अंडे की क्वालिटी को सुधारता है , और प्रजनन क्षमता को भी मजबूत करता है.
विटामिन डी
इम्यून सिस्टम के सही तरह से काम करने के लिए बेहद जरूरी होता है.
विटामिन ई
विटामिन ई भी ऑक्सीडेटिव तनाव को रोकने में उसे कम करने में काफी मदद करता है यह भी फ्री रेडिकल्स को साफ करता है.
फोलिक एसिड
गर्भावस्था के दौरान मातृ टिश्यु को बढ़ाने के काम आता है. बच्चे के विकास में इसका महत्वपूर्ण स्थान है.
प्रेगनेंसी के लिए रोजाना कितनी काली मिर्च खाएं
अगर महिला कंसीव नहीं कर पा रही है तो पुरुष और महिला को रोजाना अपने भोजन में एक चौथाई चम्मच काली मिर्च का पाउडर अपने भोजन में शामिल करना है यह आपको एक बार में नहीं लेना है यह आपको सुबह नाश्ते से लेकर शाम डिनर तक शामिल करना है.
काली मिर्च भोजन में कैसे शामिल करें
- आप एक चुटकी सुबह चाय लेते हैं तो चाय में मिला ले.
- दूध लेते हैं तो दूध में मिला लें.
- अगर आप सुबह रोटी या पराठा अपने भोजन में शामिल कर रहे हैं, तो 1,2 चुटकी उसमें भी मिला सकते हैं.
- सब्जी में एक चुटकी मिलाकर आप ले सकते हैं.
- ऐसे ही सलाद में, फ्रूट चाट में एक चुटकी मिलाकर ले सकते हैं.
- डिनर में भी एक दो चुटकी इसका प्रयोग कर सकते हैं.
- ऐसे ही आप सुबह से शाम तक एक चौथाई छोटा चम्मच काली मिर्च अपने भोजन में शामिल करें.
साथ ही साथ आप अपने भोजन की पौष्टिकता का भी ध्यान रखें. समय से उठे, समय से सोए, समय से भोजन करें, लाइफस्टाइल में भी सुधार करें. आपको रिजल्ट बहुत जल्दी नजर आएगा.
जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए घरेलू उपाय और भी बहुत सारे हम आपके लिए दूसरी पोस्ट के माध्यम से लेकर आने वाले हैं.