बच्चों को स्वास्थ्यवर्धक भोजन के प्रति कैसे आकर्षित किया जाए हालांकि यह अपने आप में काफी कठिन कार्य होता है.
इसके लिए हमें अर्थात माता-पिता को काफी संयमित जीवन जीने की आवश्यकता हो सकती है. हमें छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है, ताकि बच्चे अनावश्यक चीजों की तरफ आकर्षित ना होकर सिर्फ जो भोजन माता पिता उन्हें उनके स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खिलाना चाह रहे हैं, उसके प्रति ही आकर्षित रहे.
पहली बात तो यह सभी को समझनी चाहिए कि हर बच्चे का मन मस्तिष्क और सोच समझ और भोजन के प्रति आकर्षण सभी कुछ अलग अलग होता है. इसलिए जो नियम या जो तरीका एक बच्चे के ऊपर अप्लाई हो सकता है ऐसा भी हो सकता है कि वही तरीका आपके दूसरे बच्चे के अप्लाई नहीं हो.
किसी भी बच्चे के लिए दुनिया एकदम नई जगह होती है. उसे हर चीज के बारे में जानने समझने की इच्छा होती है. ऐसे ही उसे नए-नए भोजन के प्रति आकर्षण भी होता है. हालांकि यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन अधिकतर भोजन पौष्टिकता की कसौटी पर खरे नहीं उतरते हैं. बच्चों के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं. यही एक समस्या है.
और एक बात यह भी देखी गई है कि जो भोजन बच्चे के लिए अधिक पौष्टिक होता है. बच्चे उसका स्वाद पसंद ही नहीं करते हैं. हालांकि यह एक टेंडेंसी भी है कि व्यक्ति उसी तरह दौड़ता है, जिस तरह से जाने से मना किया जाए.
मुख्यता बच्चे को पैक्ड फूड & फास्ट फूड से बचाकर रखने की आवश्यकता होती है.
अगर बच्चे को मात्र स्वास्थ्यवर्धक भोजन के बारे में ही पता चले तो उसका मन विचलित नहीं होगा. इसके लिए माता-पिता को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके घर में टीवी अनावश्यक नहीं चलना चाहिए. आजकल विज्ञापन के माध्यम से घटिया चीजों का प्रचार किया जाता है, जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ठीक नहीं होती हैं.
माता-पिता शुरू शुरू में बच्चे को घटिया चीजें खिलाना शुरू कर देते हैं, और फिर बच्चे को आदत लग जाती है तो फिर शिकायत भी करते हैं. इस एक्टिविटी से बचें. अनुशासन और संयम स्वयं आपके अंदर भी होना चाहिए.
माता-पिता को थोड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी. उन्हें स्वास्थ्य वर्धक चीजों को नए-नए फ्लेवर के साथ बनाना आना चाहिए, क्योंकि स्वास्थ्यवर्धक भौजी पदार्थों को भी कई प्रकार से बनाया जा सकता है. जिससे बच्चे का स्वाद भी बना रहे और पौष्टिकता भी प्राप्त होती रहे.
बच्चों के खाने पीने का समय निश्चित करें इससे बच्चे की बायो क्लॉक एक निश्चित समय पर ही भोजन का अलार्म देगी. बच्चे को लगातार और बिना समय के खिलाना सही नहीं होता है.
बच्चों के मन में फ्रूट के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए आप मेहनत करें.
अगर आपके पास एक से ज्यादा बच्चे हैं तो आप अच्छा भोजन करने के प्रति उनके मन में कंपटीशन पैदा कर सकते हैं ताकि वह स्वयं स्वास्थ्यवर्धक भोजन की तरफ आकर्षित हो.
बच्चों के लिए आप रंगीन प्लेट का प्रयोग कर सकते हैं ताकि वह घर के भोजन के प्रति आकर्षित हो.
बच्चे को अगर भूख लग रही है और आपका भोजन तैयार होने वाला है तो कभी भी उसे भोजन से पहले कुछ फास्ट फूड खाने को नहीं दें.
और भी दोस्ती छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें ———
- घर के सदस्य बच्चों को खाना खिलाने के लिए समय निकालें यह जरूरी है.
- बच्चे को कभी भी खाना खाने के लिए मजबूर ना करें.
- बच्चे को कभी भी उसके पेट से अधिक भोजन नहीं कराएं. भोजन कम खाना और अधिक खाना दोनों ही नुकसानदायक है.
- बच्चों के सामने भोजन के थोड़े अधिक विकल्प होने चाहिए, तभी बच्चा भोजन के प्रति आकर्षण महसूस करता है.