प्रेग्नेंट होने में कितना समय लगता है
नमस्कार दोस्तों, किसी भी भारतीय
शादीशुदा महिला का सपना होता है कि वह मां जरूर बने. जब किसी भी स्त्री की शादी होती
है तो उसके कुछ दिनों बाद परिवार के सदस्यों की उस नई नवेली बहू से एक उम्मीद होती
है कि जल्दी ही उनके आंगन में एक नन्हा मेहमान आएगा. हम
चर्चा करने वाले हैं अगर महिला अपने परिवार को बढ़ाना चाह रहे हैं तो किसी भी महिला
को गर्भवती होने में कितने महीने का समय लगता है.
प्रेगनेंसी को प्रभावित करने वाले तथ्य - Pregnancy ko effect karne wale Factor
लेकिन यह दोस्तों बिल्कुल सरासर गलत है ऐसा नहीं होता है. इसको लेकर बहुत सारी रिसर्च की गई है, जिसके आधार पर बहुत ही चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और दोस्तों यह तो विदेशी धरती पर की गई रिसर्च है जबकि हम भारतीय तो एक अशुद्ध वातावरण में रहते हैं, वर्ल्ड के टॉप पोल्यूटेड पोलूशन शहरों में टॉप 10 शहर तो भारतीय शहर ही है, आज के समय में हमारा भोजन भी विषाक्त है हमारे शरीर की क्षमता धीरे धीरे कम हो रही है तो हम कह सकते हैं कि भारतीय स्त्रियों की क्षमता इस चीज से जरूर प्रभावित होती होगी.
दोस्तों मैंने लगभग 15 से 20 साल पहले एक रिपोर्ट पढ़ी थी अमर उजाला पेपर में थी कि पुरुषों की फर्टिलिटी कैपेसिटी (capacity of fertility in men) कम हो रही है और यह रिपोर्ट ऑस्ट्रेलिया से थी वहां इस पर रिसर्च की गई थी. ऑस्ट्रेलिया का वातावरण काफी हद तक भारतीय वातावरण से अच्छा है शुद्ध है, पापुलेशन बहुत कम है तो आप सोचिए क्या यह कैपेसिटी भारतीय पुरुषों में कम नहीं हुई होगी क्या.
भारत में आजकल फास्ट फूड का काफी चलन हो गया है हम आपको बता दें कि फास्ट फूड खाने वाली महिलाएं जल्दी से प्रेग्नेंट नहीं हो पाती है उनकी प्रेगनेंसी की कैपेसिटी कमजोर होने लगती है, मैंने तो बड़े शहरों में यहां तक देखा है कि महिलाओं को प्रेगनेंसी कंसीव करने से पहले अपना ट्रीटमेंट कराना पड़ता है, लेकिन यह बात प्रत्येक दंपत्ति पर लागू नहीं होती है.
दोस्तो हमारे समाज में एक बहुत
बड़ी मिसअंडरस्टैंडिंग है कि दंपत्ति जिस महीने भी चाहे गर्भ ठहर सकता है,
प्रेगनेंसी को प्रभावित करने वाले तथ्य - Pregnancy ko effect karne wale Factor
लेकिन यह दोस्तों बिल्कुल सरासर गलत है ऐसा नहीं होता है. इसको लेकर बहुत सारी रिसर्च की गई है, जिसके आधार पर बहुत ही चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और दोस्तों यह तो विदेशी धरती पर की गई रिसर्च है जबकि हम भारतीय तो एक अशुद्ध वातावरण में रहते हैं, वर्ल्ड के टॉप पोल्यूटेड पोलूशन शहरों में टॉप 10 शहर तो भारतीय शहर ही है, आज के समय में हमारा भोजन भी विषाक्त है हमारे शरीर की क्षमता धीरे धीरे कम हो रही है तो हम कह सकते हैं कि भारतीय स्त्रियों की क्षमता इस चीज से जरूर प्रभावित होती होगी.
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आप जरा सोचिए हमारा भोजन शुद्ध
नहीं है, हम जिस हवा में सांस ले रहे
हैं, वह हवा शुद्ध नहीं है हमारी
जीवन शैली जैसे कि हमारे शास्त्रों में बताई गई है बिल्कुल उसके अनुसार नहीं हैं, तो क्या ऐसे में हमारे शरीर की क्षमता घटेगी
नहीं.
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जब शरीर की क्षमता घटती है तो
प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती है क्योंकि शरीर में यही एक ऐसा कार्य है जिसमें बहुत
ज्यादा ऊर्जा और ताकत की आवश्यकता होती है तो इसमें शरीर की क्षमता बहुत मायने रखती
है.
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दोस्तों मैंने लगभग 15 से 20 साल पहले एक रिपोर्ट पढ़ी थी अमर उजाला पेपर में थी कि पुरुषों की फर्टिलिटी कैपेसिटी (capacity of fertility in men) कम हो रही है और यह रिपोर्ट ऑस्ट्रेलिया से थी वहां इस पर रिसर्च की गई थी. ऑस्ट्रेलिया का वातावरण काफी हद तक भारतीय वातावरण से अच्छा है शुद्ध है, पापुलेशन बहुत कम है तो आप सोचिए क्या यह कैपेसिटी भारतीय पुरुषों में कम नहीं हुई होगी क्या.
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फूड के कारण बांझपन - Fast Foods ke Karan infertility
भारत में आजकल फास्ट फूड का काफी चलन हो गया है हम आपको बता दें कि फास्ट फूड खाने वाली महिलाएं जल्दी से प्रेग्नेंट नहीं हो पाती है उनकी प्रेगनेंसी की कैपेसिटी कमजोर होने लगती है, मैंने तो बड़े शहरों में यहां तक देखा है कि महिलाओं को प्रेगनेंसी कंसीव करने से पहले अपना ट्रीटमेंट कराना पड़ता है, लेकिन यह बात प्रत्येक दंपत्ति पर लागू नहीं होती है.
अगर आप 100 दंपतियों को लेते
हैं और यह चेक करते हैं कि अगर वह पहले महीने से कोशिश कर रहे हैं तो कितने समय में
मतलब कितने महीने में महिला प्रेग्नेंट हो सकती है.
दोस्तों पहले महीने में बहुत
कम दंपत्ति ही बच्चे की कोशिश सफल कर पाते हैं लगभग 15 से 20
और जो लगभग 70 दंपत्ति बचे हुए
हैं उनमें से 50-60 लगभग अगले 5 महीने तक अपनी कोशिश को सफल कर पाते हैं .
100 में से 90 लगभग 1 साल तक
कोशिश सफल कर लेते हैं.
4 से 5 दंपत्ति को 2 साल तक का
समय लग जाता है .
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संतान प्राप्ति के लिए क्या करें - Santan Prapti ke liye Kya Karen
ऐसा नहीं है कि वह अस्वस्थ होते
हैं या उन्हें क्षमता नहीं होती है उनकी क्षमता भी ठीक होती है और वह स्वस्थ भी होते
हैं उसके बाद भी इतना समय लगता है इस बात को आप समझिए अगर आप 2 4 महीने तक कोशिश करने
पर सफल नहीं हो पा रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप में किसी प्रकार की कमी है,
जो दंपत्ति रेगुलर आपस में टच
में रहते हैं, रिलेशन में रहते हैं , उनके यहां संतान जल्दी प्राप्त होती है.
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