महिला की प्रेगनेंसी और थायराइड | Pregnancy Food in Hypo Thyroid | Part #4

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नमस्कार दोस्तों आज के इस POST के माध्यम से हम थायराइड की समस्या हो तो किस प्रकार का भोजन हमें प्रेग्नेंसी के समय करना चाहिए इस संबंध में हम अपने Post के माध्यम से चर्चा करने वाले हैं.
दोस्तों हमने इससे भी पहले 3 POST थायराइड को लेकर पोस्ट किए हैं जिसमें हमने थायराइड के कारण, लक्षण उसकी आवश्यकता और उपचार पर चर्चा की है. आइए चर्चा करते हैं अगर प्रेग्नेंसी के समय थायराइड की समस्या हो तो किस प्रकार का भोजन करना चाहिए.

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दोस्तों प्रेग्नेंसी के समय थायराइड होता है तो यह दो प्रकार का होता है एक तो हाइपो थायराइड और एक हाइपर थायराइड.

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हाइपो थायराइड में थायराइड हार्मोन की आवश्यकता से कम मात्रा बॉडी पैदा करती है , जबकि हाइपर थायराइड में थायराइड हार्मोन आवश्यकता से अधिक प्रड्यूस होता है.

किसी भी गर्भवती महिला को इनमें से एक प्रकार की समस्या होगी उसके अनुसार हम आपको प्रेग्नेंसी में क्या क्या भोजन खाना चाहिए इस विषय में बताने वाले हैं.

आज हम आपको अपनी इस POST के माध्यम से बताने वाले हैं कि हाइपो थायराइड होने की स्थिति में अर्थात जब आपके शरीर में हारमोंस कम मात्रा में बन रहा हो तो आपको कौन-कौन से भोज्य पदार्थ खाने चाहिए.

हाइपोथायरायडिज्म या हाइपो थायराइड की समस्या में क्या खाएं – Hypo Thyroid me Bhojan ka Type

ओमेगा 3 फैटी एसिड 

ओमेगा 3 फैटी एसिड थायराइड की समस्या के लिए काफी फायदेमंद होता है इससे गले की सूजन कम होती है, जो कि थायराइड की समस्या के कारण पैदा होती है. मछली व अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है.

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1. दूध व अंडे 

दूध में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसलिए हाइपो थायराइड की समस्या होने पर आपको कम से कम दिन में दो बार को दूध का सेवन करना ही चाहिए. दूध व अंडे में विटामिन-बी12 की मात्रा पर्याप्त रूप में पाई जाती है.

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2. अनाज 

पोषक तत्वों से भरपूर अनाज का सेवन करना चाहिए. इसमें गेंहू की रोटी, ब्राउन चावल, जौ, क्विनोआ व साबुत अनाज आदि शामिल हैं. इनमें फाइबर और विटामिन-बी पर्याप्त मात्रा में होते हैं.


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3. पानी 

थायराइड की समस्या हो तो शरीर के अंदर पानी कमी नहीं होनी चाहिए जितना हो सके आपको इतना अधिक पानी पीना चाहिए इससे शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं. हो सके तो बीच में एक दो बार आपको पोस्टिक जूस भी पीना चाहिए.

4. फल व सब्जियां 

थायराइड में फाइबर के साथ-साथ विटामिन-सी, विटामिन-ए, पोटैशियम और फोलेट की जरूरत होती है. इसलिए, खरबूजे, ब्लूबेरी, सेब, संतरे, हरी पत्तेदार सब्जियां व गाजर आदि का सेवन करना चाहिए.

5. टायरोसिन 

थायराइड हार्मोंस के निर्माण और उनकी मात्रा को संतुलित करने में टायरोसिन भी अहम भूमिका निभाता है. मांस, डेयरी उत्पादों और फलियों में टायरोसिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है.

6. आयोडीन

अगर आपको थायराइड की समस्या है तो आयोडीन की कमी इसका एक अहम कारण होती है इसलिए आपको ऐसा भोजन अपने भोज्य पदार्थ में शामिल करना चाहिए जिसके अंदर आयोडीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता हो इसलिए आपको अपने भोजन में खाना बनाते समय आयोडीन युक्त नमक  प्रयोग करना चाहिए.

7. सेलेनियम

अगर सेलेनियम आपके शरीर में उचित मात्रा में होता है तो इससे थायराइड संतुलित होता है. साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होता है. सेलेनियम के लिए सूरजमुखी के बीज, मूंगफली, काजू, बादाम व ब्राजील नट्स को अपने भोजन में शामिल करें.

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दोस्तों यहां हम आपसे एक बात और कहना चाहते हैं कि आपको किसी भी प्रकार का भोज्य पदार्थ अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लेनी चाहिए.

 क्योंकि वह आपको हमसे ज्यादा अच्छी तरह से जानते हैं और वह आपको उस प्रकार की सलाह देंगे जो कि सिर्फ आपके लिए बहुत ज्यादा उपयोगी होगी. डॉक्टर आपको आपके शरीर की आवश्यकता अनुसार भोज्य पदार्थ ज्यादा अच्छी तरह से सजेस्ट कर सकते हैं.

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