प्रेगनेंसी के चौथे महीने में किस प्रकार से महिला को आवश्यक बयान करने चाहिए तथा इसके प्रकार की सावधानी महिला को रखनी चाहिए इस संबंध में हम बात करेंगे.केवल चौथे महीने में नहीं बल्कि प्रेगनेंसी के किसी भी महीने में जो भी होगा और व्यायाम किए जाते हैं उन्हें हमेशा अपने डॉक्टर से या योगा एक्सपर्ट से पूछ कर ही करना चाहिए और साथ ही साथ किसी एक्सपर्ट के सानिध्य में ही यह सब करने चाहिए अपनी राय पर या इंटरनेट की राय पर बिल्कुल भी ना करें –
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के चौथे महीने लक्षण और क्या खाएं, क्या नहीं खाएं
इन्हें भी पढ़ें : चौथे महीने गर्भ में बच्चे के विकास और शरीर में बदलाव
प्रेगनेंसी के चौथे महीने व्यायाम – Pregnancy ke 4th Month me Essential Exercises
- अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए अपनी फिजिकल कंडीशन को देखते हुए महिलाएं धीरे धीरे दौड़ना भी जारी रख सकती हैं.
- इस महीने अगर थकान हो तो उन्हें दौड़ना बिल्कुल बंद कर देना चाहिए लेकिन यह भी एक्सपर्ट की राय के बिना ना करें .
- गर्भावस्था के चौथे महीने में तैराकी और पानी के अंदर एरोबिक्स करने की सलाह दी जाती है. इससे आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी. पेट को आराम मिलता है लेकिन किसी भी तरह का दबाव गर्भ के ऊपर नहीं आना चाहिए.
- आप प्रशिक्षक की निगरानी में गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले योगा को कर सकती हैं.
- किसी भी गर्भवती महिला के लिए सबसे ज्यादा अच्छा होता है कि उसे सुबह शाम सैर पर जाना चाहिए.
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के चौथे महीने गर्भ में शिशु का विकास
प्रेगनेंसी के चौथे महीने सावधानियां – Pregnancy ke 4th Month me Savdhani
जैसे-जैसे गर्भ वस्था का समय बढ़ता जाता है वैसे वैसे महिलाओं को और ज्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता होने लगती है
- महिलाओं को इस बात की हिदायत दी जाती है कि आप कितना खा रही है उससे आपका वजन कितना बढ़ रहा है आप इस बात को ना भूलें क्योंकि किस महीने कितना वजन बढ़ना चाहिए यह बात आप अपने डॉक्टर से पता कर सकती हैं, और आप उससे ज्यादा वजन ना बढ़ने दें. आपका अतिरिक्त बढ़ा वजन आपको अंतिम समय में काफी कष्ट देगा. डिलीवरी में कठिनाई पैदा करेगा आप हेल्दी खाना का है और कैलोरी इनटेक पर ध्यान रखें.
- गर्भावस्था के दौरान अपच और कब्ज की समस्या काफी रहती है तो इस दौरान आपको काफी पानी पीना है खुद को हाइड्रेट रखना है और साथ ही साथ अपने भोजन में फाइबर की प्रचुर मात्रा लेनी है. यह आपको कब से बचाएगा.
- इस दौरान बच्चे का विकास बहुत तेजी से हो रहा होता है बहुत ज्यादा एनर्जी की आवश्यकता होती है महिलाओं को जितना हो सके उतना आराम करने की सलाह दी जाती है.
- चौथे महीने से गर्भावस्था का पता चलने लगता है महिला के जो कपड़े पुराने होते हैं वहां टाइट होने लगते हैं आपको टाइट कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहने हैं आप अपने लिए नए सूती वस्त्र बनवाए आप को ढीले ढाले वस्त्र पहनना जरूरी है.
- हर एक महिला को तो नहीं लेकिन कुछ महिलाओं को नाक से खून आने की समस्या प्रेगनेंसी के दौरान हो जाती है नाक या कान भी बंद हो जाते हैं. ऐसे में टिशू पेपर आपकी बहुत मदद करेगा आप हमेशा अपने पास टिशू पेपर रखें.
- गर्भवती स्त्री को प्रेगनेंसी में बाएं करवट सोने की सलाह दी जाती है चौथे महीने से आप इस बात का ध्यान रखना शुरू कर दें सही बना रहता है शिशु का विकास अच्छे से हो पाता है सोते समय शिशु का विकास ज्यादा अच्छे ढंग से होता है और इस महीने से आपको अपने दोनों पैरों के बीच में तकिया लगाकर सोने की आवश्यकता होती है.
- चौथे महीने में आकर महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस व मिथली आदि की समस्या लगभग लगभग समाप्त ही हो जाती है, तो जो पोषण आपको पिछले 3 महीने में नहीं मिल पाया था अब आप उसका ध्यान रखें इसका मतलब यह नहीं है कि आप ज्यादा खाना शुरू कर दे. संतुलित खाएं मगर पोस्टिक खाएं.