इसके अलावा काफी सारे शारीरिक बदलाव महिला के शरीर में नजर आते हैं महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है. जिसका निगेटिव असर महिला की त्वचा पर पड़ सकता है. महिला की त्वचा पर कई तरह की परेशानियां नजर आ सकती हैं जिसके अंदर त्वचा पर तिल, झाइयां, त्वचा का डार्क हो जाना इत्यादि होती है. इसके लिए महिला को किसी भी प्रकार के केमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह केमिकल आपके शरीर में आपकी त्वचा से पहुंच जाएगा और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है.
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के चौथे महीने गर्भ में शिशु का विकास
इसके लिए आप नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. नेशनल प्रोडक्ट काफी कॉस्टली भी पड़ जाते हैं. इसका एक अच्छा उपाय यह है कि आप आयुर्वेद में जाएं या फिर आप घर पर ही बटन बनाकर जो कि घर पर ही मिलने वाले खाद्य पदार्थ और मसालों से तैयार हो जाते हैं उनका प्रयोग अपनी त्वचा पर कर सकती है.
एस्ट्रोजन हार्मोन जितना जरूरी होता है उसके ही उसके साइड इफेक्ट भी होते हैं. चौथे महीने में महिला की नाक सूज सकती है. जिसके कारण नाक बंद होने की समस्या नजर आ सकती है और नाक से खून तक आ सकता है. कभी-कभी नाक से खून आना नेचुरल प्रोसेस माना जा सकता है लेकिन अगर यह समस्या अक्सर आपको नजर आ रही है तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए.
बहुत सारी गर्भवती महिलाओं को चौथे महीने में बवासीर की समस्या हो जाती है. आप किसी भी प्रकार की हेल्थ संबंधित समस्या में लापरवाही ना बरतें डॉक्टर से जरूर संपर्क करें और सलाह लें , डॉक्टर से पूछ कर इलाज कराएं.
इन्हें भी पढ़ें : चौथे महीने गर्भ में बच्चे के विकास और शरीर में बदलाव
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के चौथे महीने लक्षण और क्या खाएं, क्या नहीं खाएं
इन्हें भी पढ़ें : पांचवे महीने में महिला को कैसा भोजन खाना चाहिए
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान आवश्यक योगा- 5 months pregnant yoga
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंसी के पांचवे महीने स्कैन और टेस्ट