प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की आवश्यकता – Calcium requirement in pregnancy

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आज हम चर्चा करने वाले हैं  —
किसी भी गर्भवती स्त्री को कैल्शियम कब से लेना चाहिए
क्या सप्लीमेंट द्वारा भी कैल्शियम लेना ठीक रहता है
किस प्रकार के भोजन खाने से कैल्शियम शरीर से खत्म हो जाता है और
गर्भवती स्त्री और बच्चे के लिए कैल्शियम कितना आवश्यक

 किसी भी गर्भवती स्त्री के लिए और उसकी शिशु के लिए कैल्शियम बहुत ज्यादा जरूरी होता है. हर वस्तु का कोई ना कोई आधार होता है, और मनुष्य के शरीर का आधार या जंतुओं के शरीर का आधार उनकी हड्डियां होती हैं, और हड्डियों का जो मेजर पार्ट है वह कैल्शियम ही होता है. तो आप समझ ही गए होंगे कि कैल्शियम कितना आवश्यक तत्व है.

प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की आवश्यकता

कब से ले कैल्शियम – Pregnancy me Kab se le Calcium

हमारे पास बहुत से प्रश्न आते हैं कि किसी भी गर्भवती स्त्री को कैल्शियम कब से लेना चाहिए तो दोस्तों कैल्शियम कब से लेना चाहिए यह तो सवाल होना ही नहीं चाहिए. जब स्त्री गर्भवती नहीं होती है तब भी उसे लगभग 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता रोज होती है और गर्भवती होने के बाद महिला को 1200 से लेकर 1500 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता रोज होने होती है. ऐसे में स्पष्ट है कि कैल्शियम आपको पहले दिन से ही नहीं बल्कि अगर आप सोच रहे हैं कि आपको प्रेगनेंसी कंसीव करनी है, तभी से ही कैल्शियम की डाइट पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है.

जब तक माता बच्चे को दूध पिलाती है तब तक उसे कैल्शियम की डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

कैल्शियम सप्लीमेंट – Pregnancy me Calcium Supplement 

आजकल बाजार में कैल्शियम सप्लीमेंट भी बहुतायत में आते हैं, और यह कंपनियां डॉक्टर से संपर्क करके गर्भवती स्त्रियों को कैलशियम सप्लीमेंट डाइट दिलवाने का कार्य करती हैं.

दोस्तों यह सही है या गलत है या तो मैं नहीं जानता लेकिन मैं इतना जरूर जानता हूं कि आज के समय में हमारा भोजन काफी दूषित हो गया है. जिसकी वजह से हमें अपने भोजन से आवश्यक पोषक तत्व मिल ही नहीं पाते हैं. और प्रेगनेंसी के लिए बहुत ज्यादा बल्कि एक सामान्य शरीर की तुलना में ज्यादा पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. उसमें एक कैल्शियम भी है.

अगर हमें अपनी डाइट से पूर्ण रूप से कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है, तो हम सप्लीमेंट के द्वारा अपने शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं.

लेकिन कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से इस बात का इस संबंध में चर्चा जरूर करें.

बल्कि डॉक्टर से पूछ कर ही सप्लीमेंट ले. जैसा कि हमने बताया कि कंपनी डॉक्टर से संपर्क करके अपना प्रोडक्ट सेल करवाने की कोशिश करती हैं जिसके लिए वह डॉक्टर को ऑफर भी करती हैं.

बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि जो भी कैलशियम सप्लीमेंट डॉक्टर आपको लिखता है आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उस सप्लीमेंट के अंदर विटामिन D3 भी होना चाहिए. क्योंकि विटामिन D3 के बिना कैल्शियम शरीर में पचता नहीं है.

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प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की आवश्यकता – Calcium requirement in pregnancy

कैल्शियम के लिए नुकसानदायक भोजन – Calcium ko Nuksan Dene Wale Bhojan 

महिलाओं को हार्मोन अल चेंजेज प्रेगनेंसी के दौरान इतने ज्यादा आ जाते हैं, कि उनकी बहुत सारी आदतें बदल जाती हैं. खाने-पीने की आदतों पर भी फर्क पड़ता है.

कभी-कभी महिला प्रेगनेंसी के दौरान मीठा बहुत ज्यादा पसंद करने लगती है, और मीठे का मूल स्रोत चीनी ही होती है, तो हम आपको बता दें कि आप जब जब मीठा खाते हैं तो मीठे को पचाने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है. आप कह सकते हैं कि कैल्शियम शरीर से समाप्त हो जाता है.

और अगर आप प्रेगनेंसी के समय अत्यधिक मीठा खा रही है तो आप अपने शरीर के कैल्शियम को नष्ट कर रही हैं. जो कैल्शियम आपके बच्चे के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक होता है. आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको ना के बराबर ही मीठा लेना है. बल्कि नाही ले तो बहुत अच्छा होता है.

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गर्भवती स्त्री और बच्चे के लिए कैल्शियम कितना आवश्यक – Pregnancy me Calcium Kitna Jaroori

किसी भी गर्भवती स्त्री के लिए कैल्शियम लेना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है. यह उसके बच्चे के लिए तो आवश्यक होता ही है लेकिन उसके लिए उससे भी ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है तो आवश्यक कैल्शियम आपकी हड्डियों से आपके बच्चे की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जाता है.

जिसकी वजह से आप की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं साथ ही साथ कैल्शियम की कमी होने से बच्चे का विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है. कैल्शियम की कमी से बच्चों की हड्डियां मजबूत नहीं हो पाती है यह कैल्शियम दांत स्वस्थ दिल,  मांसपेशियों, तंत्रिका ओं के विकास के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है.

कैल्शियम की कमी से गर्भवती स्त्रियों को ऑस्टियोपोरोसिस और हाइपरटेंशन की समस्या, थकान का सामना करना पड़ता है. साथ ही साथ और भी कई प्रकार की परेशानियां आ जाती है.

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