दोस्तों बादाम एक तासीर में गर्म खाद्य पदार्थ है, जो अत्यधिक पौष्टिक होता है. प्रेगनेंसी में काफी लाभदायक भी है, लेकिन गर्म तासीर का खाद्य पदार्थ प्रेग्नेंसी के समय खाना ठीक नहीं होता है.
खासकर गर्मियों के मौसम में तो यह काफी नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे में बादाम को गर्मियों के मौसम में कैसे खाया जाए. इसके लाभ प्रेगनेंसी में कैसे लिए जाएं.
गर्भावस्था के दौरान महिला बहुत सी चीजों के बारे में सोचती है कि उसे गर्भावस्था के दौरान इस खाद्य वस्तु को खाना चाहिए या नहीं खाना चाहिए. अलग-अलग प्रकार की सलाह देने वालों के कारण महिला बहुत ज्यादा असमंजस की स्थिति में रहती है.
इन्हें भी पढ़ें : क्या प्रेगनेंसी में सेब खाना चाहिए
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान खजूर खाने के फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में 1 दिन में कितना कीवी खा सकते है
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में केला खाने को लेकर जरूरी जानकारी
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में कौन सी मछली खाएं, कौन सी नहीं खाएं
1 दिन में कितने बादाम खाने चाहिए
आज हम ऐसे ही खाद्य पदार्थ बादाम के विषय में बात कर रहे हैं. बादाम बहुत ज्यादा पौष्टिक खाद्य पदार्थ होता है, और यह प्रकृति में गर्म भी होता है. इसकी वजह से प्रेगनेंसी में सोच समझ कर खाना बताया जाता है. अब गर्मियों का मौसम चल रहा है ऐसे में क्या गर्भवती स्त्री को बादाम खाना चाहिए.
आयुर्वेद के अनुसार दो से तीन बादाम एक स्वस्थ व्यक्ति 1 दिन में खा सकता है. तो वह उसकी पाचन क्रिया में आ जाएंगे. वैसे तो आजकल मॉडल साइंस कहती है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को 8-10 बादाम खाने चाहिए लेकिन बादाम इतना गरिष्ठ भोजन पदार्थ है कि यह आसानी से पचता नहीं.
अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है तो उसे दो बादाम घिसकर या पीसकर दूध के साथ लेने चाहिए तभी वह पूरे दो बादाम का फायदा ले सकता है.
एक स्वस्थ महिला ही गर्भवती हो सकती है, तो एक महिला प्रेगनेंसी के दौरान दो से तीन बादाम रोज ले सकती है.
बादाम की तासीर गर्म होती है इसलिए बादाम को सोच समझ कर ही लेना चाहिए. अगर किसी महिला को बादाम से एलर्जी है, तो उसे बादाम का प्रयोग अपने भोजन के माध्यम से नहीं करना चाहिए.
गर्मियों के मौसम में बादाम को पानी में भिगोकर प्रयोग में लाना चाहिए.
इसके लिए महिला शाम के समय में दो-तीन बादाम को पानी में भिगोकर रख दें और वह सुबह के समय उस बादाम को पीसकर या घिसकर दूध में मिलाकर प्रयोग कर सकती है.
बादाम की तासीर गर्म होती है इसलिए उसे ऐसे ही नहीं खाना चाहिए. अगर रात को बादाम पानी में भिगोकर रख दिया जाए और सुबह उसका छिलका उतारकर उसका प्रयोग किया जाए तो उस की तासीर ठंडी मानी जाती है और उसके गुण खत्म नहीं होते .
अगर महिला गर्भवती नहीं भी है तो उसे इसी प्रकार से बादाम का सेवन करना चाहिए, लेकिन जब महिला गर्भवती होती है तो उसे थोड़ा और ज्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता होती है. इसके लिए महिला इन दो-तीन बादामों को दिन में दो बार ले तो ज्यादा अच्छा रहता है. फिर किसी भी प्रकार से किसी भी प्रकार की हानि होने का डर नहीं रहता है. चाहे तो दोनों बार वह दूध के माध्यम से उसे प्रयोग में ला सकती है.
इन्हें भी पढ़ें : नानी मां के सटीक उपाय से जानिए गर्भ में लड़का है या लड़की
इन्हें भी पढ़ें : गर्भ में पुत्र या पुत्री होने के सटीक 4 लक्षण
इन्हें भी पढ़ें : यह सपने बताते हैं घर में पुत्र होगा या पुत्री
इन्हें भी पढ़ें : अल्ट्रासाउंड द्वारा कैसे पता करें गर्भ में बेटा है
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंसी में ये एक चीज खाएंगे तो गारंटी बच्चा स्मार्ट होगा
बादाम को प्रयोग करने से पहले कुछ सावधानी रखें तो ज्यादा अच्छा रहता है जैसे कि
- आपको बादाम पानी में भिगोकर ही प्रयोग में लाने हैं जैसा कि हमने बताया है.
- बहुत ज्यादा पुराने बादाम ओं का प्रयोग आप अपने भोजन में ना करें.
- प्रेगनेंसी के दौरान बादाम संयमित मात्रा में ही खाए जाने चाहिए.
- बाजार से खुले बादाम खरीदने के स्थान पर अगर आप अच्छे से सीलबंद बादाम खरीदते हैं, तो ज्यादा सही रहता है.
- बादाम को फ्राई करके या किसी और माध्यम से जैसे कि मिष्ठान और नमकीन के माध्यम से बादाम ना खाएं.
- बादाम को घिसकर या पीसकर पेस्ट बनाकर ही प्रयोग में लाएं साथ में दूर हो तो बहुत अच्छा है.
- बादाम के साथ साथ कौन से मेवे प्रेगनेंसी में ले सकते हैं इसकी जानकारी आप अपने डॉक्टर से अवश्य लें. अगर आप चाहे तो बादाम के विषय में भी अपने डाइटिशियन से या डॉक्टर से जरूर पूछें.