प्रेग्नेंसी के समय बहुत ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता होती है. जिसके अंदर हमें इस बात का भी ध्यान रखता है, कि कौन सा खाद्य पदार्थ हमें खाना है, कौन सा खाद्य पदार्थ नहीं खाना है. आज हम प्रेगनेंसी के दौरान बदाम दूध को लेकर चर्चा करने जा रहे हैं.
गर्भावस्था में बादाम दूध क्यों पीना चाहिए . बादाम दूध कैसे बनाया जाता है . बादाम दूध बनाते समय किन बातों को अवॉइड करना है .
इन्हें भी पढ़ें : स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने के लिए ट्राई करें ये 3 घरेलू नुस्खे
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी से बचने के घरेलू उपाय
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान बैठने, खड़े होने और चलने के टिप्स
बादाम दूध कैसे बनाया जाता है – Pregnant ke Lia Badam Doodh Kaise Banaya Jata Hai
दोस्तों बादाम और दूध दोनों अपने आप में काफी पौष्टिक खाद्य पदार्थ माने जाते हैं. दोनों ही प्रेगनेंसी में काफी ज्यादा फायदेमंद भी होते हैं.
यहां पर दूध एक ठंडी प्रकृति का खाद्य पदार्थ है, और बादाम एक गर्म प्रकृति का खाद्य पदार्थ है. हालांकि बादाम को अगर एक रात पानी में भीगा कर और उसका छिलका उतार कर खाया जाए तो वह भी ठंडी प्रकृति का ही माना जाता है.
अगर बादाम और दूध को एक साथ मिला दिया जाए तो यह प्रेगनेंसी में लिया जाने वाला अत्यधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थ बनता है.
गर्भावस्था में बादाम दूध क्यों पीना चाहिए – Pregnancy Me Badam Doodh Kaise Banaye
जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की पोषक तत्व की आवश्यकता बढ़ जाती है. और इस दौरान भोजन पर काफी ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता भी होती है.
अधिकतर देखा जाता है कि महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान कमजोरी, थकान, सिकनेस आदि की समस्या काफी ज्यादा देखने में आती है, इसलिए कुछ डाइटिशियन गर्भवती महिलाओं को रोजाना बादाम दूध का सेवन करने की सलाह देते हैं.
यह महिलाओं को एनर्जी देने का कार्य करता है, जिससे महिला तरोताजा महसूस करती हैं.
प्रेगनेंसी के दौरान एनर्जी प्राप्त करने के लिए टिप हैं.
महिलाओं को ड्राई फ्रूट्स फ्राई करके नहीं बल्कि सेंक कर खाने चाहिए
फलों का जूस, अनार का जूस भी ले सकती हैं
अगर आप मोटापे का शिकार नहीं है तो आप देसी घी का इस्तेमाल भी कर सकती है.
बादाम दूध बनाने के लिए आप एक रात पहले 2 से 4 बादाम पानी में भिगोकर रख दें और सुबह के समय उसे पीस लें पीस लें उसके बाद दूध में डालकर उसे गर्म करें.
चाहे तो आप इसके अंदर एक दो रेशे ओरिजिनल केसर के भी डाल सकते हैं ओरिजिनल इसलिए क्योंकि यह नकली भी आता है ध्यान से ओरिजिनल ले.
यह एक अत्यधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थ प्रेगनेंसी प्रेगनेंसी के पॉइंट्स से बन गया है जो अत्यधिक पौष्टिक है.
जिन महिलाओं को सुबह के नंबर में दूध पच जाता है तो वह हल्के-फुल्के नाश्ते के साथ एक गिलास बादाम दूध पी सकती हैं, लेकिन बहुत सी महिलाओं को सुबह के नंबर में दूध नहीं पचता है इसलिए लंच के तीन 4 घंटे बाद अर्थात शाम को 4:00 बजे के आसपास बादाम दूध ले सकती हैं.
आप चाहे तो गर्म दूध भी पी सकती हैं लेकिन अगर आपको गर्म दूध पसंद नहीं है तो आप उसे आधा घंटे के लिए फ्रिज में रख दें उसके बाद इसे पी सकती हैं ठंडा दूध भी पी सकती हैं.
लेकिन इस बात का ध्यान रहे ज्यादा रखना अर्थात उसके पौष्टिक तत्वों को धीरे-धीरे समाप्त करना ही होता है. इसलिए ठंडा करना है तो जल्दी ठंडा कर कर पी ले.
इन्हें भी पढ़ें : ये चीज़े प्रेग्नेंट महिला के घर या कमरे में नहीं होनी चाहिए
इन्हें भी पढ़ें : उत्तम बुद्धि और सुंदर सी संतान की प्राप्ति के लिए
इन्हें भी पढ़ें : स्तनपान कराने से माँ को होने वाले लाभ
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान आवश्यक योगा- 5 months pregnant yoga
इसके अंदर लगभग लगभग सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो कि एक गर्भवती स्त्री को चाहिए होते हैं, इसमें पोटैशियम, विटामिन्स, कैल्शियम और प्रोटीन होता है।
इससे कमजोरी दूर होती है। इसे पीने से एनर्जी बनी रहती है। रोजाना एक गिलास बदाम दूध पीना काफी फायदेमंद होता है.
बादाम दूध बनाते समय किन बातों को अवॉइड करना – Precaution
बादाम दूध को बनाने में एक दो बातों का ध्यान रखें दूध मलाई उतरा ने इसमें फैट नहीं होती है. अगर आपका वजन कम है, तो मलाई वाला दूध ले सकते हैं.
अगर आपका वजन अपेक्षाकृत अधिक है या ठीक है तो मलाई उतरा वाला दूध ले इसके अंदर शक्कर का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें.
अगर आपको थोड़ा मीठा करना है, तो ठंडा होने के बाद इसमें शहद मिला लें और पौष्टिक हो जाएगा लेकिन ठंडा होने के बाद ही शहद मिलाया जाता है . क्योंकि गर्म चीज में अगर शहद मिलाया जाता है तो वह जहर की भांति काम करता है.