कभी-कभी महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान भूख लगना कम हो जाती है. इसके क्या क्या कारण हो सकते हैं .आइए चर्चा करें
जब महिला गर्भवती होती है, तो उसके पास कई तरह के सुझाव आने लगते हैं. परिवार वाले काफी सारे सुझाव देते हैं, यहां तक कि अगर आप डॉक्टर से मिलने जाती हैं, तो वह भी आपको काफी सारे सुझाव आपकी प्रेगनेंसी के लिए देती हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है, कि महिलाओं को भूख का एहसास होता ही नहीं है.
अगर आप अपनी इस समस्या का जिक्र किसी से करती भी है, तो वह यही सलाह देता है कि आप को भोजन तो खाना ही है, चाहे आपका मन करे या नहीं करें. अगर आप इस प्रकार की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको यह तो पता ही होना चाहिए कि यह समस्या क्यों हो रही है, और उसे कैसे दूर किया जाए. आइए चर्चा करते हैं.
पहली तिमाही में भूख नहीं लगने के कारण
प्रेगनेंसी के शुरुआत में ही महिला के शरीर में कई प्रकार के हारमोंस का उत्पादन शुरू हो जाता है. जिनका असर शरीर में दिखाई भी पड़ता है. अक्सर महिलाओं का मन खराब रहता है, बार-बार उल्टियां होती हैं, मुंह का स्वाद खराब होता है, जिसकी वजह से उन्हें कुछ भी खाने का मन कभी-कभी नहीं करता है.
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दूसरी तिमाही में भूख नहीं लगने के कारण
कुछ हारमोंस की वजह से महिलाओं के शरीर की पाचन शक्ति थोड़ा कमजोर पड़ जाती है. साथ ही साथ बच्चे का आकार भी बढ़ने लगता है, तो शरीर में जगह कम पड़ने लगती है.
इस वजह से भी भूख कम लगती है. दूसरा शरीर में कई प्रकार के बदलाव महसूस होने लगते हैं, कई प्रकार के मानसिक परिवर्तन भी नजर आते हैं. इसकी वजह से भी भूख नहीं लगने की शिकायत नजर आ सकती है.
गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में भूख नहीं लगने के कारण
डॉक्टर द्वारा कभी-कभी महिलाओं को कई प्रकार के अनुपूरक अर्थात सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है. जिनकी वजह से भी भूख नहीं लगने की समस्या नजर आ सकती है. पाचन तंत्र तो कमजोर रहता ही है, और कब्ज की समस्या भी होती है, तो यह कारण पिछली तिमाही से भी चले आ रहे हैं.
बच्चे का आकार इस महीने और भी ज्यादा बढ़ जाता है, तो भूख में परिवर्तन आ जाता है. ऐसे में थोड़ा सा खा लेने पर ही पेट भरा भरा महसूस होता है.