प्रेगनेंसी के दौरान विटामिन सी कितना लेना चाहिए यह कितना खतरनाक है. इस संबंध में बात करने जा रहे हैं. कई बार ऐसा होता है, कि इसकी वजह से मिसकैरेज की संभावना हो जाती है.
इस पर विस्तृत चर्चा करेंगे. ऐसा क्यों होता है. इसकी कितनी मात्रा में लेनी चाहिए और कितनी मात्रा के बाद यह खतरनाक हो जाता है, इन सब विषय पर बात करते हैं.
हम सभी जानते हैं, कि प्रेगनेंसी के दौरान हर चीज को बहुत सोच समझकर और लिमिटेड मात्रा में ही लेना चाहिए.
हर एक पोषक तत्व फायदेमंद भी होता है, और नुकसानदायक भी होता है. यह सब उसकी मात्रा पर निर्भर करता है. विटामिन सी प्रेगनेंसी के दौरान इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के काम में आती है. और दूसरे भी बहुत सारे लाभ उससे वह होते हैं, लेकिन उस में पाया जाने वाला सिट्रिक एसिड अगर अधिक मात्रा में महिला के शरीर में चला जाता है, तो वह संकुचन पैदा कर देता है.
उसकी वजह से शरीर में गर्मी पैदा होती है, और गर्भपात की स्थिति बन जाती है. ऐसे में महिलाओं को विटामिन सी लेना तो चाहिए, लेकिन उसकी मात्रा के बारे में काफी सजग भी रहना चाहिए.
जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी होने का डर होता है, या उन्हें प्रेगनेंसी नहीं चाहिए होती है, या प्रेगनेंसी हो गई है और वह प्रेगनेंसी नहीं चाहती है, तो उन्हें विटामिन सी युक्त फलों का सेवन अत्यधिक मात्रा में करना चाहिए. इससे उन्हें पीरियड आ जाते हैं.
आगे चर्चा करते हैं कि यह कैसे होता है.
अधिक विटामिन सी युक्त फल है. आंवला, संतरा, नींबू और अंगूर यह सब काफी संयमित मात्रा में ही प्रेगनेंसी के दौरान लेने चाहिए.
हालांकि विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का कार्य करता है और बच्चे की सुरक्षा में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है लेकिन इसकी संयमित मात्रा ही लेनी चाहिए.
नियमित रूप से विटामिन सी लेना बहुत जरूरी है, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के अनुसार एक महिला को रोजाना 65-75 मिलीग्राम विटामिन ‘सी’ रोजाना लेना चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हर दिन लगभग 80-85 मिलीग्राम विटामिन सी लेना चाहिए. यदि महिला बच्चे को दूध पिलाती है तो उसे लगभग 115-120 मिलीग्राम विटामिन ‘सी’ रोजाना लेना चाहिए.
अगर किसी महिला को प्रेगनेंसी होने का डर हो या उसके पीरियड्स नहीं आ रहे हैं, या प्रेगनेंसी हो गई हो तो उसे प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में अधिक मात्रा में नींबू संतरे या अंगूर का सेवन करना चाहिए.
जैसा कि हमने अभी बताया है, कि आपको रोजाना 200 मिलीग्राम से अधिक विटामिन सी लेना है. ऐसा करने से आपके पीरियड्स आ जाएंगे और अप्रेगनेंसी के दौरान विटामिन सी कितना लेना चाहिए यह कितना खतरनाक है. इस संबंध में बात करने जा रहे हैं. कई बार ऐसा होता है, कि इसकी वजह से मिसकैरेज की संभावना हो जाती है.
इस पर विस्तृत चर्चा करेंगे. ऐसा क्यों होता है. इसकी कितनी मात्रा में लेनी चाहिए और कितनी मात्रा के बाद यह खतरनाक हो जाता है, इन सब विषय पर बात करते हैं.
हम सभी जानते हैं, कि प्रेगनेंसी के दौरान हर चीज को बहुत सोच समझकर और लिमिटेड मात्रा में ही लेना चाहिए.
हर एक पोषक तत्व फायदेमंद भी होता है, और नुकसानदायक भी होता है. यह सब उसकी मात्रा पर निर्भर करता है. विटामिन सी प्रेगनेंसी के दौरान इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के काम में आती है. और दूसरे भी बहुत सारे लाभ उससे वह होते हैं, लेकिन उस में पाया जाने वाला सिट्रिक एसिड अगर अधिक मात्रा में महिला के शरीर में चला जाता है, तो वह संकुचन पैदा कर देता है.
उसकी वजह से शरीर में गर्मी पैदा होती है, और गर्भपात की स्थिति बन जाती है. ऐसे में महिलाओं को विटामिन सी लेना तो चाहिए, लेकिन उसकी मात्रा के बारे में काफी सजग भी रहना चाहिए.
जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी होने का डर होता है, या उन्हें प्रेगनेंसी नहीं चाहिए होती है, या प्रेगनेंसी हो गई है और वह प्रेगनेंसी नहीं चाहती है, तो उन्हें विटामिन सी युक्त फलों का सेवन अत्यधिक मात्रा में करना चाहिए. इससे उन्हें पीरियड आ जाते हैं.
आगे चर्चा करते हैं कि यह कैसे होता है.
अधिक विटामिन सी युक्त फल है. आंवला, संतरा, नींबू और अंगूर यह सब काफी संयमित मात्रा में ही प्रेगनेंसी के दौरान लेने चाहिए.
हालांकि विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का कार्य करता है और बच्चे की सुरक्षा में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है लेकिन इसकी संयमित मात्रा ही लेनी चाहिए.
नियमित रूप से विटामिन सी लेना बहुत जरूरी है, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के अनुसार एक महिला को रोजाना 65-75 मिलीग्राम विटामिन ‘सी’ रोजाना लेना चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हर दिन लगभग 80-85 मिलीग्राम विटामिन सी लेना चाहिए. यदि महिला बच्चे को दूध पिलाती है तो उसे लगभग 115-120 मिलीग्राम विटामिन ‘सी’ रोजाना लेना चाहिए.
अगर किसी महिला को प्रेगनेंसी होने का डर हो या उसके पीरियड्स नहीं आ रहे हैं, या प्रेगनेंसी हो गई हो तो उसे प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में अधिक मात्रा में नींबू संतरे या अंगूर का सेवन करना चाहिए.
जैसा कि हमने अभी बताया है, कि आपको रोजाना 200 मिलीग्राम से अधिक विटामिन सी लेना है. ऐसा करने से आपके पीरियड्स आ जाएंगे और अगर आपको प्रेगनेंसी हो गई है, तो वह नेशनल तरीके से नेचुरल तरीके से अपने आप समाप्त हो जाएगी.
लेकिन यह तरीका शुरुआती समय में ही काम करता है, और साथ ही साथ इस बात का भी फर्क पड़ता है. कि आपका इम्यून सिस्टम किस प्रकार का है. क्योंकि शरीर आप के गर्भ की रक्षा करने की कोशिश करता है. अगर वह कामयाब रहता है, तो फिर यह संभव नहीं हो पाता है. अर्थात गर्भपात संभव नहीं हो पाता है. इसलिए आपको इसे लगातार कुछ दिन तक लेना होगा.
यह एक बात और ध्यान देने योग्य है, कि यह फल हर मौसम में उपलब्ध नहीं होते हैं. जैसे कि अंगूर गर्मियों के मौसम में, संतरा बसंत के मौसम में, आंवला सर्दियों के मौसम में उपलब्ध होता है. हालांकि नींबू लगभग लगभग हर सीजन में मिल जाता है, तो आप कोई से भी दो फल लेकर उनका जूस लगातार पीना शुरू करें.
अगर आपको प्रेगनेंसी है और आपको प्रेगनेंसी आगे स्वस्थ रुप से आगे बढ़ानी है तो आप इनका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करें आपको 60 से 70 मिलीग्राम विटामिन सी ही रोज लेना है.
गर आपको प्रेगनेंसी हो गई है, तो वह नेशनल तरीके से नेचुरल तरीके से अपने आप समाप्त हो जाएगी.
लेकिन यह तरीका शुरुआती समय में ही काम करता है, और साथ ही साथ इस बात का भी फर्क पड़ता है. कि आपका इम्यून सिस्टम किस प्रकार का है. क्योंकि शरीर आप के गर्भ की रक्षा करने की कोशिश करता है. अगर वह कामयाब रहता है, तो फिर यह संभव नहीं हो पाता है. अर्थात गर्भपात संभव नहीं हो पाता है. इसलिए आपको इसे लगातार कुछ दिन तक लेना होगा.
यह एक बात और ध्यान देने योग्य है, कि यह फल हर मौसम में उपलब्ध नहीं होते हैं. जैसे कि अंगूर गर्मियों के मौसम में, संतरा बसंत के मौसम में, आंवला सर्दियों के मौसम में उपलब्ध होता है. हालांकि नींबू लगभग लगभग हर सीजन में मिल जाता है, तो आप कोई से भी दो फल लेकर उनका जूस लगातार पीना शुरू करें.
अगर आपको प्रेगनेंसी है और आपको प्रेगनेंसी आगे स्वस्थ रुप से आगे बढ़ानी है तो आप इनका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करें आपको 60 से 70 मिलीग्राम विटामिन सी ही रोज लेना है.