क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है – फ्री की दवा

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कई बार प्रश्न होता है क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है. ताकि पुत्र प्राप्ति संभव हो सके.
प्राचीन समय से संतान के लिंग को लेकर महिला को जिम्मेदार माना जाता था लेकिन वर्तमान साइंस ने इसे बिल्कुल उलट दिया है. विज्ञान के अनुसार संतान की लिंग का जिम्मेदार पुरुष को माना जाता है

असल में क्या होता है, कि पुत्र प्राप्ति के लिए पुरुष अधिक जिम्मेदार होते हैं. पुरुषों के खानपान से और उनकी ताकत से ही पुत्र प्राप्ति की संभावना बलवती होती है.

अगर पुरुष तत्व बलवान होता है, तो पुत्र प्राप्ति में अधिक आसानी होती है. अगर दंपत्ति में महिला प्रतिक्रिया में अधिक ताकतवर होती है, तो फिर पुत्री प्राप्ति की संभावना ज्यादा रहती है.

ऐसे में कुछ उपाय बता रहे हैं. जिससे कि पुरुष की मर्दाना ताकत में इजाफा होगा और वह सही टाइम पर अगर संतान प्राप्ति की कोशिश करें तो उनके यहां पुत्र प्राप्त हो सकता है.

क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है

दोस्तों पुत्र प्राप्ति के लिए दंपत्ति को महिला के Ovulation पीरियड्स के समय ही संतान प्राप्ति की कोशिश करनी होगी. इस वक्त संतान प्राप्ति की कोशिश इस वक्त संतान प्राप्ति की कोशिश करने से पुत्र प्राप्ति की संभावना काफी ज्यादा रहती है.

अगर पुत्र प्राप्ति की कोशिश में महिला पहले स्खलित होती है, तो पुत्र प्राप्ति की संभावना काफी ज्यादा रहती है. इसलिए पुरुष तत्व का बल वान होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है. हम आपको यहां कुछ उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर पुरुष अपने पुरुष तत्व को बलवान कर सकते हैं.

हम यहां आपको एक आयुर्वेदिक या घरेलू फार्मूला बताने जा रहे हैं जो मर्दाना ताकत को बढ़ाने में अत्यधिक कारगर होता है और पुत्र प्राप्ति में आपकी मदद करेगा. आइए बात करते हैं क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है.

क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है

मुख्य प्रश्न पर प्रमुखता से बात करते हैं कि क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है. कुछ घरेलू खाद्य पदार्थ प्रयोग में लाए जाते हैं. पहले इनके गुणों के बारे में जान लेते हैं.

सफेद प्याज में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-एलर्जिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण प्रचूर मात्रा में मौजूद होते हैं.  इतना ही नहीं सफेद प्याज में विटामिन ए, बी6, बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, फोलेट और पोटैशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं. इसका नियमित सेवन करने से व्यक्ति को कई गजब के लाभ मिलते हैं. यह नपुंसकता और वीर्य वृद्धि में विशेष लाभदायक होती है. इसमें यौन रोगों को ठीक करने की अद्भुत क्षमता होती है.  इसे कामशक्ति वृद्धि कारक भी माना गया है, यही कारण है कि पहले विधवा महिलाओं के लिए प्याज-लहसुन का सेवन करना निषेध माना जाता था.

शहद प्राचीन समय से ही औषधि के रूप में भारतीय समाज में प्रयोग में लाया जा रहा है. शहद से कई प्रकार के शारीरिक दोष दूर किए जा सकते हैं. शहद के अंदर कुछ गुण हैं.
सबसे पहले तो यह आपके खून को साफ करता है.
आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है.

शहद का प्रयोग करने से आपके ब्लड के अंदर ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है. ब्लड में ऑक्सीजन बढ़ने से शरीर में अलग ही ताकत महसूस होती है.
लो ब्लड प्रेशर होने से व्यक्ति कमजोरी महसूस करता है और ऑक्सीजन काले बल हमारे मस्तिष्क में भी कम हो जाता है तो यह एक प्रॉब्लम है जो सेहत से दूर हो जाती है व्यक्ति का अपने शरीर पर कंट्रोल रहता है जो बहुत जरूरी है.

अदरक में बहुत सारे विटामिन्स के साथ-साथ मैग्नीज और कॉपर भी पाए जाते हैं जिनकी शरीर को सुचारु रूप से चलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अदरक के ज्यूस में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में ताजे रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं, क्योंकि इनमें खून को साफ करने का खास गुण होता है.

अदरक रस से व्यक्ति की पाचन क्रिया मजबूत हो जाती है गैस और एसिडिटी समाप्त हो जाती है पाचन क्रिया मजबूत होना अत्यधिक आवश्यक होता है. जिस व्यक्ति की पाचन क्रिया मजबूत होती है उसका पुरुष तत्व बलवान होता है.

देसी घी के विषय में आप सभी जानते होंगे यह हर प्रकार से शरीर को ताकत देने वाला खाद्य पदार्थ है यह व्यक्ति को शारीरिक ताकत मानसिक ताकत और मर्दाना ताकत हर प्रकार की ताकत प्रदान करता है.
इन चारों को मिलाकर एक नुस्खा तैयार होगा जिसे आप को लगभग 21 दिन तक लगातार लेना है.

  • प्याज का रस
  • अदरक का रस
  • शहद और देसी घी

चारों को एक-एक चम्मच मिलाकर 1 दिन की औषधि तैयार करनी है.
और नाश्ते के बाद आप इसे लगभग 1 घंटे बाद और लंच से एक घंटा पहले कभी भी ले सकते हैं. इसमें आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी.
यह एक काफी पौष्टिक पेय पदार्थ है. इसलिए नाश्ते के 1 घंटे बाद लगभग आपका पेट खाली रहता है, तो इसे लेना चाहिए. और इसे लेने के बाद 40 मिनट तक कुछ नहीं लें.

आपको एक बात का विशेष ध्यान रखना है, कि जब आप इसका प्रयोग कर रहे हो तो आपको कब्ज की समस्या नहीं होनी चाहिए. वरना यह शरीर में अवशोषित नहीं होगा, तो उतना फायदा नहीं मिलता है.

इसके साथ-साथ आप छोटे-मोटे और भी कार्य कर सकते हैं.

  • शाम को जल्दी सोना,
  • सुबह को जल्दी उठना,
  •  उसके बाद योगा करना,
  • ढीले ढाले वस्त्र पहनना
  • शाम के समय कोशिश करें भोजन सूर्यास्त के आसपास ही कर ले.
  • जीवन में थोड़ा संयम और अनुशासन लाए तो आपको काफी फायदा होगा
  • तला भुना और तीखा भोजन
  • मिर्च मसालेदार और फास्ट फूड नहीं खाने हैं.

आपको इसका असर नजर आएगा .  21 दिन के बाद आप महिला के ovulation पीरियड पर संतान प्राप्ति के लिए कोशिश कर सकते हैं. मैक्सिमम केस के अंदर पुत्र प्राप्ति की संभावना होगी.

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