3 फलों की औषधि से पुत्र प्राप्ति का नुस्खा - इसे खाने से पुत्र की प्राप्ति हो जाती है
अगर कोई दंपत्ति संतान प्राप्ति की इच्छा रखता है, और वह यह जानना चाहता है, कि पुत्र प्राप्ति के लिए हमें क्या खाना चाहिए. उसके लिए एक आयुर्वेदिक या देसी नुस्खा हम लेकर आए हैं.
हम आपके सामने पुत्र प्राप्ति के लिए एक और आयुर्वेदिक योग लेकर आए हैं. यह योग 3 फलों से मिलकर बना हुआ है. जिसका उपयोग करने से पुत्र प्राप्ति संभव हो जाती है.
हम आपके सामने पुत्र प्राप्ति के लिए एक और आयुर्वेदिक योग लेकर आए हैं. यह योग 3 फलों से मिलकर बना हुआ है. जिसका उपयोग करने से पुत्र प्राप्ति संभव हो जाती है.
जिन महिलाओं को पुत्रियां ही होती हैं, और वह एक पुत्र की चाहत रखती है. उन्हें इस नुस्खे को एक बार जरूर अपनाना चाहिए.
बहुत ही आसान है.
हम आपको उन तीनों फलों की पहचान बताएंगे.
उनसे कैसे नुस्खा तैयार किया जाता है. इस संबंध में भी चर्चा करेंगे.
उसका प्रयोग कैसे और कब करना चाहिए.
इस पर भी चर्चा करेंगे..
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दोस्तों यह तीनो के तीनो फल प्राचीन समय से भारत की धरती पर पैदा होते आ रहे हैं. यह फल ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी आसानी से मिल जाते हैं.
यह बड़े यूनिक फल है. मुख्य रूप से यह जड़ी बूटियों के रूप में ही प्रयोग में आते हैं.
पहला फल : गूलर
गूलर प्राचीन समय से ही भारत में पाया जाता है.इस पर फूल नहीं आते. इसकी शाखाओं में से फल उत्पन्न होते हैं.फल गोल-गोल अंजीर की तरह होते हैं. इसमें से सफेद-सफेद दूध निकलता है.
इसके और भी बहुत सारे नाम भारत में प्रचलित है, जो कि आपकी स्क्रीन पर डिस्प्ले हो रहे हैं.
संस्कृत - काकोदुम्बरी,
हिंदी - कठूमर,
बं- काकडुमुर, कालाउम्बर तथा बोखाडा,
गुजराती- टेडौम्बरो,
अरबी - तनवरि,
फारसी - अंजीरेदस्ती,
अंग्रेजी – किगूटी
प्राचीन समय से ही गूलर का भारतीय सभ्यता में काफी महत्व है. इसकी लकड़ियों का प्रयोग हवन में भी किया जाता है. इसका फल, लकड़ी और छाल औषधि के रूप में भी काम आते हैं.
दूसरा फल : पाकर
पाकर का फल : पाकर का फल भी गूलर के फल की तरह तने पर ही आता है. यह देखने में भी गुलर की तरह ही लगता है. पश्चिमी बंगाल में यह बहुतायत में पाए जाते हैं.इस फल को इंग्लिश में green Burmese Grapes कहते हैं.
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तीसरा फल : पीपल
पीपल का फल : भारत के प्रत्येक हिस्से में पाया जाता है. खासकर यह देवालय में तो होते ही हैं.You May Also Like : साइंस और धर्म विज्ञान दोनों के अनुसार पुत्र प्राप्ति का सटीक उपाय
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पुत्र प्राप्ति की औषधि कैसे तैयार करें
अगर यह वृक्ष आपके आसपास है, तो आप इन के फल को प्राप्त कर ले. अगर आप इन के फल को प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं. यह आपको किसी पंसारी के यहां या जड़ी-बूटी विक्रेता के यहां बड़ी आसानी से मिल सकते हैं.
अगर आपके पास ताजे फल है तो आप इन्हें 7 - 8 दिन सुखा लें.
सूख जाने के बाद इन्हें बारिक कूट लें, और फिर तीनों को बराबर बराबर मात्रा में आपस में मिला ले.
अगर आपके पास ताजे फल है तो आप इन्हें 7 - 8 दिन सुखा लें.
सूख जाने के बाद इन्हें बारिक कूट लें, और फिर तीनों को बराबर बराबर मात्रा में आपस में मिला ले.
पुत्र प्राप्ति के लिए औषधि कैसे खाएं
आप की औषधि तैयार है. कई बार इसे लोग कहते हैं कि प्रेगनेंसी हो जाने के बाद जब पता चले उसके बाद 3 महीने खाना चाहिए.
लेकिन हमारा मानना है, कि ऑन द स्पॉट यह सब ठीक नहीं है. पुत्र प्राप्ति की कोशिश कर रहे हैं. इच्छा रखते हैं, तो आपको यह प्रेगनेंसी से पहले तीन महा लगातार खानी चाहिए. उसके बाद कोशिश करनी चाहिए.
यह आयुर्वेदिक औषधि सिर्फ महिलाओं के लिए ही है पुरुष इसका प्रयोग ना करें.
कुछ बातों का और भी ध्यान रखना है.
जब महिला इस औषधि का प्रयोग करें, तो उसे कुछ दिन पहले से उसे तीखा खट्टा चटपटा मसालेदार खाना छोड़ देना चाहिए.
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यह औषधि सिर्फ शाम के बाद रात में ही लेनी है. वह भी दूध के साथ.
यह औषधि रात का खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद और रात को सोने से कम से कम 1 घंटे पहले तो लेनी ही है.
इसके लिए आपको थोड़ी दिनचर्या में परिवर्तन करना पड़ेगा रात का खाना शाम होते ही खा ले.
लेकिन हमारा मानना है, कि ऑन द स्पॉट यह सब ठीक नहीं है. पुत्र प्राप्ति की कोशिश कर रहे हैं. इच्छा रखते हैं, तो आपको यह प्रेगनेंसी से पहले तीन महा लगातार खानी चाहिए. उसके बाद कोशिश करनी चाहिए.
यह आयुर्वेदिक औषधि सिर्फ महिलाओं के लिए ही है पुरुष इसका प्रयोग ना करें.
कुछ बातों का और भी ध्यान रखना है.
जब महिला इस औषधि का प्रयोग करें, तो उसे कुछ दिन पहले से उसे तीखा खट्टा चटपटा मसालेदार खाना छोड़ देना चाहिए.
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औषधि के साथ जो दूध आप ले रहे हैं. वह गाय का दूध होना चाहिए. अगर आप इसके अलावा थोड़ी और सावधानी रख सके, तो यह दूध बछड़े की गाय का होना चाहिए. जिसका बछड़ा जीवित हो.
पुत्र प्राप्ति के लिए पुरुष को क्या खाना चाहिए
साथ ही साथ योगा पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि उनका शरीर स्वस्थ बने. पुरुषों को भी चाहिए कि वह यह कोशिश करें कि वह जो भी भोजन ग्रहण करें वह उनके शरीर में बच्चे अच्छे से पच जाए.
तीन महा इस औषधि को खाने के बाद आप संतान प्राप्ति के लिए कोशिश करें ईश्वर ने चाहा तो आपको पुत्र की प्राप्ति ही होगी.
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