आज हम बात करेंगे दीपावली आ रही है , प्रेगनेंसी के दौरान महिला को किन किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है. दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिस की तैयारी में बहुत कार्य करना होता है, और ऐसे में गर्भवती महिलाओं के ऊपर भी काफी दबाव रहता है, कि वह भी अपना कंट्रीब्यूशन परिवार के लिए करें. आज हम बात करेंगे गर्भवती महिलाओं को दिवाली पर किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
दीपावली भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का त्योहार माना जाता है, और इस त्यौहार की सबसे खास बात यही है कि इस त्योहार में घर की संपूर्ण सफाई की जाती है.
मुख्यतः भारत के अंदर घर की सफाई या तो दीपावली पर होती है, या फिर घर के किसी बड़े फंक्शन के दौरान की जाती है. दीपावली पर घर की सफाई का दबाव घर के प्रत्येक सदस्य के ऊपर रहता है, और जो महिला गर्भवती है उसके ऊपर भी रहता है.
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आप इस बात का ध्यान रखें कि —
आपको कोई भी भारी सामान इधर से उधर नहीं उठाना है.
ना ही आपने किसी ऊंचाई पर खड़े होकर सफाई करनी है और
कोई भी काम एक समय तक ज्यादा नहीं करना है, बीच-बीच में आपको आराम भी करना है.
आप चाहे तो हल्का फुल्का सफाई का कार्य जिसमें आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो बड़ी सावधानी के साथ कर सकते हैं.
आप कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें…..
पटाखों के धुएं से बचें.
अक्सर पटाखों के द्वारा कुछ समय के लिए दीपावली के समय पोलूशन हो जाता है ,इसलिए आपको अपने आप को पटाखों के द्वारा होने वाले पोलूशन से बचा कर रखना है. कोशिश करें सांसों के द्वारा यह आपके शरीर के अंदर नहीं पहुंचे. पटाखों से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रस ऑक्साइड गर्भस्थ शिशु के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक हो सकती है. क्योंकि इनके ननोपार्टिकल आपके शरीर से होते हुए शिशु तक बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं और उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं.
छत पर जाकर आतिशबाजी देखने से बचें
अगर आप घर से बाहर निकल कर या फिर अपनी छत पर जाकर आतिशबाजी देखने का मन बना रही है तो इस बार यह सब रहने दे अपने आप को सुरक्षित रखें.
आपको तेज पटाखों की आवाज से भी दूर रहना है यह आपके कानों के लिए भी सुरक्षित नहीं है और बच्चे के लिए भी सुरक्षित नहीं रहेगा प्रेगनेंसी के दौरान महिला का शरीर थोड़ा कमजोर होता है उसकी इम्यून शक्ति कमजोर होती है इसलिए पोलूशन और आवाज दोनों काफी नुकसानदायक हो सकती है.
दीपावली के आसपास दो-चार दिन नहीं घूमे
अगर आप सुबह के समय या शाम के समय बाहर टहलने निकलती है तो दिवाली के बाद दो-चार दिन तक आप बिल्कुल भी नहीं निकले क्योंकि इस दौरान वातावरण में पोलूशन काफी ज्यादा रहता है यह आपके लिए घूमना फायदेमंद नहीं नुकसानदायक हो सकता है.
खासकर शाम के समय से दीपावली में आप लगातार डबल फिल्टर वाला मास्क लगाकर रखें. यह फायदेमंद रहेगा.
दीपावली पर अपने भोजन का ध्यान रखें
दीपावली में त्यौहार की व्यस्तता काफी ज्यादा रहती है. इसलिए इस दौरान लापरवाही नहीं बरतें. आप एक या 2 घंटे बाद कुछ ना कुछ थोड़ा-थोड़ा खाती रहे और लगातार पानी पीती रहे. अगर आपको अस्थमा या सांस की प्रॉब्लम है तो शाम के समय से ही खिड़की दरवाजे बंद रखें.
मिठाई खाने से परहेज करें
दीपावली मिठाई का त्योहार माना जाता है इसलिए उस दिन हद से ज्यादा मिठाई खरीदी जाती है, और आपको बता दें जितनी मिठाई खरीदी जाती है. वह 1 दिन में नहीं बन सकती है. उसकी तैयारी काफी समय पहले से की जाती है इसलिए उन्हें केमिकल के द्वारा खराब होने से बचाया जाता है.
दूसरा अचानक से इतना ज्यादा रॉ मैटेरियल का उत्पादन नहीं होता है, कि आप इतनी सारी मिठाई एक बार में बना ले. बहुत कुछ सिंथेटिक मैटेरियल से भी मिठाइयां तैयार की जाती है. इसलिए घर पर ही बनी मिठाइयों का इस्तेमाल करें, तो सबसे ज्यादा अच्छा आपके लिए रहेगा, आपके शिशु के लिए रहेगा. कोशिश करें आप इन चार-पांच दिन मिठाई नहीं खाए.
बस आप एक बात मन में रखें कि दीपावली का त्यौहार आ रहा है. यह मेरे लिए सबसे मुश्किल दिन है. और मुझे इनमें अपनी और अपने शिशु की देखभाल अच्छे से करनी है. अगर आप यह बात मन में रखेंगे तो बहुत सी बातें अपने आप ही सही होती चली गई जाएंगी.