नमस्कार दोस्तों भारत देश के अंदर बच्चे के रंग को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है. और हर माता चाहती है कि उसका बच्चा गोरे रंग का हो.
आज हम कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जो घरेलू हैं. और बच्चे के रंग को काफी हद तक साफ करने में उनका काफी योगदान भी रहता है. आज हम उस टॉपिक पर बात करेंगे जो इस प्रकार से हैं —
बच्चे का रंग सांवला क्यों होता है, क्या बच्चे का रंग बदलना संभव होता है, नवजात शिशु के रंग को साफ करने के उपाय कौन-कौन से हैं.
आप बच्चे के रंग को लेकर जो भी शंका अपने मन में रखते हैं, उसका निदान हम कर रहे हैं.
बच्चे का रंग सांवला क्यों होता है
मुख्यतः बच्चे का रंग माता-पिता के जींस से ही बच्चे में ट्रांसफर होता है, और किसी भी व्यक्ति की त्वचा या बच्चे की त्वचा का रंग उसकी त्वचा में मौजूद मेलेनिन नाम के घटक पर निर्भर करती है. यह तत्व त्वचा की कोशिकाओं द्वारा उत्पन्न किया जाता है. त्वचा में इस तत्व की आवश्यकता धूप की अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा को नुकसान ना हो इसके बचाव के लिए बनता है.
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क्या बच्चे का रंग साफ हो सकता है
आपको यह बात स्पष्ट रूप से समझनी चाहिए, कि बच्चे के प्राकृतिक रंग को बिल्कुल भी नहीं बदला जा सकता है. यह प्राकृतिक रंग बच्चे को उसके माता पिता के द्वारा प्राप्त होता है.
असल में यह इस बात पर भी निर्भर करता है, कि हमारी त्वचा अल्ट्रावायलेट किरणों को लेकर कितनी सेंसिटिव है, जो त्वचा जितनी ज्यादा सेंसिटिव होती है, उस त्वचा में उतना ज्यादा मेलेनिन नाम का तत्व होता है. जो सूरज की किरणों से त्वचा की रक्षा करता है.
लेकिन हम कुछ घरेलू तरीके अपनाकर बच्चे की त्वचा को थोड़ा गोरा करने की कोशिश कर सकते हैं, और उसका फर्क भी नजर आता है.
असल में टेक्निकली देखा जाए तो आप घरेलू तरीकों द्वारा बच्चे की त्वचा को मजबूत बनाते हैं. ताकि वह अल्ट्रावायलेट किरणों को मजबूती से झेल सके. उससे नुकसान नहीं उठाएं. अगर त्वचा में यह गुण आ जाता है’ तो वह मेलेनिन का उत्पादन कम करती है और त्वचा गोरी नजर आती है.
आपको यह भी ज्ञात हो कि महिला की त्वचा पुरुष की त्वचा की तुलना में अधिक मजबूत होती है, अधिक ताकतवर होती है.
अगर छोटे बच्चे की त्वचा पर घरेलू उपायों द्वारा उसकी त्वचा को गोरा करने की कोशिश की जाए तो यह असर जल्दी दिखाएगा, तुलना में किसी वयस्क व्यक्ति की.
क्योंकि बच्चा अभी अपने आप को डेवलप कर रहा होता है वैसी अवस्था में परिवर्तन जल्दी आता है.
नवजात शिशु का रंग साफ करने के 5 उपाय
हम आपको स्पष्ट बता दे जो भी उपाय हम बता रहे हैं, यह बच्चे को गोरा तो नहीं करेंगे, आप स्पष्ट अंतर कर पाए लेकिन उसे चमकदार और स्वस्थ बनाएंगे तो आपको बच्चा अपने आप सुंदर और गोरा नजर आएगा . देखिए सारा खेल स्वस्थ त्वचा का है.
1. केमिकल युक्त उत्पादों का प्रयोग ना करें
बच्चे की त्वचा बहुत ज्यादा नाजुक होती है. इसलिए आप किसी भी प्रकार के विज्ञापन के प्रभाव में आए बिना मार्केट से लाए गए केमिकल वाले उत्पादों का प्रयोग बच्चे की त्वचा पर बिल्कुल भी ना करें. इसके हानिकारक प्रभाव बच्चे पर नजर आ सकते हैं, तो स्किन बेजान और रूखी हो सकती है. आप बच्चे की त्वचा को साफ करने के लिए उत्पादों का प्रयोग कर रहे हैं और उनका उल्टा असर हो सकता है.
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2. सन बाथ
सन बाथ किसी भी न्यू बोर्न बेबी के लिए काफी आवश्यक होता है.सूरज की रोशनी से प्राप्त विटामिन डी बच्चों के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है जो बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी मदद करता है.
साथ ही साथ कई प्रकार के बैक्टीरिया और उनसे होने वाले संक्रमण से भी बच्चा दूर रहता है. सूर्य का प्रकाश बच्चे के लिए फायदेमंद तो है. मजबूत और स्वस्थ त्वचा के लिए यह लाभदायक है लेकिन शुरू के 6 माह तक बच्चे को सीधे सूरज की रोशनी में नहीं लाना चाहिए. बच्चे को सूर्योदय के समय ही सूरज के संपर्क में लाना चाहिए वरना तो त्वचा को नुकसान होने का डर रहता है.
3. मॉइस्चराइजर
इलास्टिन और कॉलेजन त्वचा में पाए जाने वाले प्रोटीन होते हैं. इलास्टिन त्वचा पर मॉइस्चराइजर के रूप में कार्य करता है. इलास्टिन इनका प्रयोग मॉइस्चराइजर वाली क्रीम में भी करते हैं. यह त्वचा को व्हाइटनिंग प्रदान करने का काम करती है, तो प्रतिदिन अच्छी क्वालिटी की मॉइस्चराइजर क्रीम से बच्चे की मालिश करें तो बच्चे के रंग में फर्क देखा जा सकता है.
4. सौम्य बाडी पैक
घर में कई प्रकार के उबटन तैयार किए जाते हैं जो कि बच्चे की त्वचा को मजबूती प्रदान करने का कार्य करते हैं और बच्चे की त्वचा को साफ करने का कार्य भी करते हैं.
इस प्रकार के उबटन का प्रयोग आप करें. हम आपको आगे चलकर बच्चे की त्वचा के लिए कौन कौन से उबटन बनाए जाएं इस विषय में Article भी देंगे ताकि आपकी मदद हो .
हल्दी, चंदन, केसर, दूध आदि से कई प्रकार के उबटन बनते हैं, जो बच्चे की त्वचा के लिए काफी लाभदायक होते हैं.
5. फलों के रस
फलों के रस काफी गुणकारी होते हैं. इनके अंदर एंटी ऑक्सीडेंट एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कि त्वचा के लिए एक बेहतरीन विकल्प होते हैं.
यह त्वचा को सूर्य की पराबैंगनी किरणों के दुष्प्रभाव से भी बचाने का कार्य करते हैं. त्वचा के खराब कोशिकाओं को हटाकर उसे चमकदार बनाने में भी इनका महत्वपूर्ण रोल है. आप छोटे बच्चों की त्वचा पर अंगूर, शहतूत, संतरे जैसे फलों के रस का लेप करें यह काफी फायदेमंद है.