पांचवे महीने में शिशु का विकास – 17 सप्ताह, 18 सप्ताह | Baby development in 5th Month of Pregnancy

0
238
हम शिशु के विकास को लेकर चर्चा करने वाले हैं.  हम आपसे शिशु के पांचवे महीने के विकास में कौन कौन से चरण आते हैं उस संबंध में चर्चा करेंगे. दोस्तों पांचवा महीना अर्थात 17 सप्ताह से लेकर 20 सप्ताह तक शिशु में सप्ताह दर सप्ताह किस प्रकार के परिवर्तन आते हैं और कौन-कौन से अंग बनते हैं.
हम गर्भावस्था के 17 हफ्ते और 18 हफ्ते  में शिशु के विकास को लेकर चर्चा करेंगे.
पांचवे महीने में शिशु का विकास – 17 सप्ताह, 18 सप्ताह | Baby development in 5th Month of Pregnancy
 

17 सप्ताह की गर्भावस्था

पांचवा महीना शुरू हो चुका है शिशु का विकास भी काफी तेज गति से हो रहा है. शिशु की सिर से लेकर नितंब तक की लंबाई लगभग 13 सेंटीमीटर के आसपास हो चुकी है इसे हम 5.1 इंच लंबा मान सकते हैं. और उसका वजन भी एक अदरक की गांठ जितना यानी कि लगभग 140 ग्राम के आसपास हो गया है. उसकी अंगुलियों की विशिष्ट छापा पूरी तरह बन चुकी है. उसके सुनने की क्षमता विकसित हो चुकी है और वह क्षमता हर रोज बेहतर होती जा रही है. अगर आप उसे कुछ म्यूजिक सुनाएंगे तो हो सकता है कि वह इस पर आपको रिस्पांस दे .
शिशु के एक और महत्वपूर्ण विकास में सफेद वसायुक्त तत्व जिसे हम मायलीन कहते हैं धीरे-धीरे मेरुदंड के चारों तरफ लिपट रहा है यह मस्तिष्क और मेरुदंड के बीच संदेशों के आदान-प्रदान में काफी सहायक होता है यह नसों को सुरक्षा भी प्रदान करता है.
बच्चे की अस्थि-पंजर रबड़ के ठोस उत्तकों से  हड्डियों के रूप में कठोर बनती जा रही है शिशु बड़ा होता जा रहा है उधर रखा है उसकी अपरा उसकी जीवन रेखा होती है वह मजबूत और मोटी होती जा रही है.
Baby development at 18 weeks of pregnancy

18 सप्ताह की गर्भावस्था 

आपका शिशु सर से लेकर नितंब तक लगभग 14.2 सेंटीमीटर लंबा हो चुका है इसकी लंबाई 5.6 इंच के आसपास है . इस वक्त शिशु का वजन 190 ग्राम के आसपास होता है. उसके कान जो है. वह जहां पर विकसित होने होते हैं. वहां पर पूर्ण रूप से विकसित हो चुके हैं. वह उसके सिर से अलग दिखाई पड़ रहे हैं. उसकी नन्ही नन्ही भौंह भरने लगी है और बंद आंखों में वह मांसपेशियों द्वारा हरकत कर सकता है इस वक्त शिशु अपने हाथ पैर मारते हिलते-डुलते महसूस किया जा सकता है. वह पलटी भी मार सकता है.
यदि आपके गर्भ में पुत्री हुई, तो उसकी योनि, गर्भाशय और डिंबवाही नलिकाएं अपने स्थान पर विकसित हो चुकी होंगी। यदि आपके गर्भ में पुत्र हो, इस समय तक उसका लिंग अलग से दिख सकता है और उसके वृषण भी उसके श्रोणी से अंडकोष की थैली में नीचे आना शुरु हो गए होंगे.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें