डिब्बाबंद भोजन खाने से बचें – Pregnancy me Packed Food Khane se Bache
दोस्तों प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को बहुत सारी परेशानियां नजर आने लगती है जैसे कि गैस एसिडिटी थकान जी मिचलाना मन का खराब होना.
इन सब कारणों से महिलाओं को कभी कभी घर का काम करने की इच्छा नहीं होती है. खासकर वे महिलाएं जो एकल परिवार में रहती हैं. जिनके ऊपर सारी जिम्मेदारी होती हैं अगर उनकी तबीयत ठीक ना हो तो घर का खाना तो बनने वाला है नहीं .
तो ऐसे में कभी-कभी बड़े शहरों में डिब्बाबंद भोजन बाजार से खाने के लिए मंगा लिया जाता है. कभी-कभी तो कोई दिक्कत वाली बात नहीं है, लेकिन अक्सर प्रेग्नेंसी के समय महिला डिब्बाबंद भोजन का इस्तेमाल करेगी तो यह उसके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है.
यह डिब्बाबंद भोजन बहुत पुराना होता है और वैसे भी खाने के सारे के सारे पोषक तत्व समाप्त हो चुके होते हैं. दूसरी बात खाने को सड़ने से बचाने के लिए केमिकल मिलाया जाता है जो कि वैसे भी खतरनाक होता है तो आप डिब्बाबंद खाने से बचें.
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प्रेगनेंसी से संबंधित टेस्ट – Pregnancy se Related Tests Karvaye
गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को आवश्यकता पड़ने पर प्रेगनेंसी हो जाने के बाद जो भी टेस्ट डॉक्टर उन्हें सजेस्ट करते हैं वह जरूर करवा लें इन चेस्ट करवाने से महिला को अपने शरीर के अंदर पोषक तत्व की मात्रा और किसी भी परेशानी होने से पहले ही पता चल जाता है.
इस तरह से महिला अपने गर्भस्थ काल को एक स्वस्थ गर्भस्थ काल बना सकती है और शरीर में जिन जिन पोषक तत्वों की कमी होती है उन कमियों को दूर करने के लिए भी कार्य कर सकती है.
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प्रेगनेंसी में चीनी ना खाएं – Pregnancy me Sugar na Khaye
आपको थोड़ा आश्चर्य होगा कि प्रेग्नेंसी के समय चीनी खाने के लिए मना किया जा रहा है. हम चीनी खाने के लिए मना नहीं कर रहे बल्कि चीनी से बने ह र प्रोडक्ट को खाने के लिए मना कर रहे हैं.
चीनी की एक बड़ी विशेष बात होती है कि चीनी को पचाने के लिए बहुत ज्यादा कैल्शियम की आवश्यकता होती है.
जिसकी वजह से मीठा पदार्थ खाने के कारण शरीर में कैल्शियम की बहुत ज्यादा कमी हो सकती है, और प्रेगनेंसी के लिए कैल्शियम तो सबसे ज्यादा जरूरी होता है.
अगर शरीर में कैल्शियम की कमी होगी तो बच्चे का विकास उसका स्ट्रक्चर बन ही नहीं पाएगा और गर्भपात (garbhpat) तक हो जाता है.
अगर महिला पूरे गर्भावस्था के दौरान और जब तक वह बच्चे को दूध पिलाती है. तब तक चीनी ना खाएं और बच्चे के जन्म से लेकर 10 साल की उम्र तक वह बच्चे को चीनी खाने को ना दें तो बच्चा कम से कम 6 फीट लंबा होगा चाहे बच्चे के मां-बाप 5 फीट के ही क्यों ना हो. तो आप समझ गए होंगे कि चीनी कितनी खतरनाक चीज होती है.
बासी भोजन न खाएं – Pregnancy me Basi Bhajan (stale food ) na Khaye
अक्सर महिलाएं काफी मितव्यई होती हैं वह हमेशा घर के बजट को बनाकर चलना पसंद करती हैं. और चीजों का नुकसान तो उन्हें बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होता है.
ऐसे में अगर खाना ज्यादा बन जाता है तो घर का कोई सदस्य बचा हुआ खाना खाए ना खाए, लेकिन महिला बासी खाना खा लेती हैं.
यह घर के बजट के दृष्टिकोण से तो बड़ा अच्छी बात है लेकिन अगर गर्भवती महिला इस तरह बासी खाना खाएगी तो यह उसके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है.
एक तो बासी खाने में बैक्टीरिया पनपने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है फूड प्वाइजनिंग (food poisoning )हो सकती है.
दूसरा बासी खाने में सभी प्रकार के पोषक तत्व (bhojan ke poshak tatva) लगभग लगभग समाप्त हो जाते हैं तो वह फायदेमंद नहीं होता है.
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गर्म तासीर वाली चीजें खाने से बचें – Pregnancy me Garm Tasir Wale Food na Khaye
प्रेगनेंसी के समय यह बहुत ज्यादा जरूरी होता है कि महिलाओं को इस बात का पता होना चाहिए कि कौन से खाद्य पदार्थ गर्म तासीर के होते हैं, और कौन से खाद्य पदार्थ ठंडी तासीर के होते हैं. गर्भावस्था के दौरान गर्म तासीर के खाद्य पदार्थों को खाने से परहेज करना चाहिए. और जितना अधिक हो सके महिला को ठंडी तासीर के खाद्य पदार्थ ही खाने चाहिए. गर्म तासीर के खाद्य पदार्थ खाने से गर्भपात या फिर प्रेगनेंसी के तीसरी तिमाही में समय से पहले डिलीवरी की समस्या होने का खतरा रहता है.