आज हम बात करने वाले हैं प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए प्रेगनेंसी टेस्ट पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद करें.
किसी भी महिला का गर्भवती होना और मां बनने की ओर एक कदम बढ़ाना किसी सपने का सच होने जैसा होता है. किसी भी महिला को प्रेगनेंसी धारण करने के लिए काफी तैयारियां करने की आवश्यकता होती है.
- महिला को अपने आहार का ध्यान रखना होता है
- अच्छी नींद लेनी होती है
- अपने ओव्यूलेशन का ध्यान रखना होता है.
- पुरुष के स्पर्म का स्वस्थ होना भी अत्यधिक आवश्यक होता है
- महिला के शरीर में फोलिक एसिड और दूसरे पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में होने चाहिए.
- महिला का स्वस्थ होना भी अत्यधिक आवश्यक होता है.
उसके बाद भी किसी मनचाहे मासिक चक्र में महिला गर्भवती हो जाए यह जरूरी नहीं होता है. किसी भी महिला को गर्भवती होने में 1 महीने से लेकर 6 महीने तक का समय बड़ी आसानी से लग जाता है.
इसलिए महिला को समय पर पता चलना यह बहुत जरूरी होता है, कि वह गर्भवती हो गई है. इसके लिए महिला को प्रेगनेंसी टेस्ट करना बहुत आवश्यक होता है.
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आमतौर पर किसी भी महिला का पीरियड मिस होना इस बात का संकेत होता है, कि महिला गर्भवती हो सकती है. लेकिन आजकल गलत लाइफस्टाइल, अपने भोजन का ध्यान नहीं रखने के कारण महिला के हारमोंस अनबैलेंस हो जाते हैं. जिसकी वजह से पीरियड मिस होना अब सामान्य बात हो गई है.
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए, कितने दिन बाद करना चाहिए, यह बिल्कुल भी निश्चित नहीं होता है. यह मात्र महिला के अपने शरीर पर निर्भर करता है. प्रेगनेंसी चेक करने का वास्तविक समय कुछ बातों पर निर्भर करता है. जैसे कि —
- महिला की मंथली साइकल कितनी लंबी है
- महिला का ओव्यूलेशन पीरियड कब आता है
- महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हारमोंस के प्रोडक्शन की दर क्या है.
अगर उपरोक्त सभी फैक्टर को ध्यान में रखा जाए तो पीरियड मिस होने के लगभग 5 दिन के बाद अगर महिला प्रेगनेंसी चेक करती है, तो हर स्थिति में प्रेगनेंसी रिजल्ट आ जाता है.
जिन महिलाओं के शरीर में प्रेगनेंसी हार्मोन प्रोडक्शन की दर अधिक होती है. उन महिलाओं की प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट पीरियड मिस होने वाले दिन भी आ सकता है. तो प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए, यह हर महिला के लिए थोड़ा सा अलग अलग होता है.
प्रेगनेंसी टेस्ट करने का आधार
किसी भी महिला को प्रेगनेंसी होने का जितनी जल्दी पता चलता है. वह उतनी जल्दी प्रेगनेंसी के लिए अपनी लाइफ स्टाइल को अपने भोजन को प्रेगनेंसी की आवश्यकता के अनुसार बदल सकती है.
इस कारण से प्रेगनेंसी की सुरक्षा समय रहते हो जाती है अन्यथा कभी-कभी शुरुआती समय में गर्भपात का सामना करना पड़ जाता है. किसके लिए प्रेगनेंसी टेस्ट एक आवश्यक कार्य है.
जब किसी भी महिला को प्रेगनेंसी होती है तो प्रेगनेंसी की सुरक्षा के दृष्टिकोण से महिला के शरीर में कुछ आवश्यक हार्मोन उत्पन्न होना शुरू हो जाते हैं, तथा कुछ हारमोंस की मात्रा बढ़ने लगती है. यह सभी हार्मोन,
- प्रेगनेंसी की सुरक्षा के दृष्टिकोण से
- प्रेगनेंसी के पोषण के दृष्टिकोण से
- भ्रूण के पोषण के दृष्टिकोण से
- भ्रूण के विकास के दृष्टिकोण से अत्यधिक आवश्यक होते हैं.
इन्हीं हारमोंस में एक हार्मोन होता है, जिसे हम एचसीजी (ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन) हार्मोन कहते हैं.
जैसे ही भ्रूण फेलोपियन ट्यूब से गर्भ थैली में अर्थात गर्भाशय में स्थापित होता है, तो इसका निर्माण शुरू हो जाता है. और यह बहुत तेजी से शरीर में बढ़ने लगता है.
जैसे जैसे यह हार्मोन महिला के शरीर में बढ़ता है, वैसे ही वैसे यह रक्त के माध्यम से शरीर के हर हिस्से में पहुंच जाता है, और इसकी कुछ मात्रा यूरिन में भी नजर आने लगती है. यूरिन में इसकी मात्रा को जांच कर प्रेगनेंसी कंफर्म की जाती है.
कितने तरीकों से प्रेगनेंसी टेस्ट होती है
प्रेगनेंसी को चेक करने के तीन मुख्य तरीके होते हैं.
इनमें से एक तरीका है, महिला का ब्लड टेस्ट. इसके अंदर टेस्ट लैब के अंदर महिला को ब्लड सैंपल देना होता है. और ब्लड टेस्ट के माध्यम से प्रेगनेंसी कंफर्म होती है.
दूसरे तरीके में प्रेगनेंसी टेस्ट किट के माध्यम से प्रेगनेंसी कंफर्म होती है. जहां प्रेगनेंसी किट में एक ऐसा केमिकल होता है. जो प्रेगनेंसी हारमोंस रिएक्शन करके रिजल्ट देता है.
तीसरा तरीका है, घरेलू उपाय. बहुत सारे ऐसे घरेलू पदार्थ होते हैं, जो कि मुख्यता घर में पाए जाते हैं. उन के माध्यम से प्रेगनेंसी को चेक किया जाता है. इसमें भी प्रेगनेंसी हार्मोन की मदद से प्रेगनेंसी चेक होती है.
यूरिन से प्रेगनेंसी टेस्ट की तैयारी कैसे करें
यूरिन से प्रेगनेंसी चेक करना सबसे आसान माना जाता है और इस तरीके से महिला स्वयं घर पर दूसरे व्यक्ति की मदद के बिना प्रेगनेंसी चेक कर सकती है. इस प्रकार यूरिन से प्रेगनेंसी चेक करना काफी सस्ता भी पड़ता है.
जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी आगे बढ़ती जाती है. वैसे वैसे महिला के यूरिन में प्रेगनेंसी हारमोंस की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है. लेकिन प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में महिला के यूरिन में प्रेगनेंसी हार्मोन की मात्रा ना के बराबर होती है.
इसलिए यूरिन कलेक्ट करते समय सावधानी रखने की आवश्यकता होती है.
यूरिन लेते समय दो बातों का विशेष ध्यान रखें.
- आपको यूरिन कांच के बर्तन में इकट्ठा करना है, और
- जिस दिन प्रेगनेंसी चेक करें, उस दिन सुबह का पहला यूरीन ही ले. क्योंकि इसमें प्रेगनेंसी हारमोंस की मात्रा सबसे अधिक होती है.
घरेलू तरीकों से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करते हैं
प्रेगनेंसी चेक करने के लिए कई सारे घरेलू तरीके उपयोग में लाए जाते हैं. इन तरीकों से प्रेगनेंसी चेक करना मेडिकल साइंस के अनुसार मिथक है. लेकिन समाज में इनका प्रयोग किया जाता है.
हमारे घरों में रोज प्रयोग होने वाले ऐसे बहुत से पदार्थ हैं जो प्रेगनेंसी हारमोंस जिसे हम एचसीजी हारमोंस कहते हैं उससे रिएक्शन करके रिजल्ट देते हैं. प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय कुछ इस प्रकार से हैं.
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट
यह प्रश्न कई बार आता है कि नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करते हैं? नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट करना एक प्रचलित और प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय के रूप में आसान तरीका है.
- मॉर्निंग का पहला यूरिन लगभग 100ml की मात्रा में एक कांच के बर्तन में इकट्ठा कर ले.
- उसके बाद 1 मिनट के अंदर अंदर उस यूरिन में लगभग एक छोटा चम्मच पिसा हुआ नमक (NaCl) मिला दे.
- 2 मिनट के अंदर अंदर नमक से, यूरीन के अंदर उपस्थित एचसीजी हार्मोन रिएक्शन कर के बुलबुले या झाग के रूप में परिवर्तित हो जाता है.
- झाग या बुलबुले आने पर प्रेगनेंसी है. यह कंफर्म होता है.
- अगर यूरिन में और नमक के बीच में कोई भी रिएक्शन नजर नहीं आता है तो प्रेगनेंसी नहीं है.
- ध्यान रखें काला नमक या सेंधा नमक नहीं लेना है. सफेद नमक ही लेना है.
- प्रेगनेंसी रिजल्ट कंफर्म करने के लिए लगातार दो से 3 दिन इस विधि से प्रेगनेंसी चेक करें.
नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट
नींबू के माध्यम से भी प्रेगनेंसी चेक की जाती है. यह भी एक घरेलू तरीका है.
- निंबू से प्रेगनेंसी चेक करने के लिए आपको सुबह का पहला यूरिन लेना है.
- आप यूरिन एक कांच के गिलास में एकत्र कर ले.
- यह यूरिन लगभग एक चम्मच होना चाहिए.
- यूरिन में कुछ बूंदे नींबू की डाल दें.
- 2 से 3 मिनट तक इंतजार करें अगर यूरिन का रंग हरा होने लगता है तो यह प्रेगनेंसी की तरफ इशारा करता है.
- यूरिन और नींबू की बूंदे मिलने के बाद यूरिन के रंग में कोई अंतर नहीं आता है. अर्थात वह हरा नहीं होता है, या उसका रंग नहीं बदलता है, तो प्रेगनेंसी नहीं है.
- प्रेगनेंसी रिजल्ट कंफर्म करने के लिए लगातार दो से 3 दिन इस विधि से प्रेगनेंसी चेक करें.
साबुन से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें
घर पर साबुन के माध्यम से भी महिला अपनी प्रेगनेंसी कंफर्म कर सकती है. हालांकि यह तरीका वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है, लेकिन समाज में इस तरीके पर विश्वास किया जाता है.
- सुबह का सबसे पहला यूरीन जिसमें एचसीजी हार्मोन की मात्रा सबसे अधिक होती है. लगभग आधा गिलास अर्थात 100ml यूरिन एक कांच के गिलास में एकत्र कर ले.
- एक साबुन के टुकड़े को उस यूरिन के अंदर डाल दें और 5 से 10 मिनट तक इंतजार करें.
- अगर धीरे-धीरे यूनियन के अंदर साबुन के साथ झाग बनने लगते हैं. तो यह प्रेगनेंसी होने की तरफ इशारा करता है. साथ ही साथ आप देखेंगे कि सॉल्यूशन का रंग नीला पड़ रहा है. यह प्रेगनेंसी की तरफ इशारा करता है.
- अगर प्रेगनेंसी नहीं है, तो यूरिन के अंदर एचसीजी हार्मोन उपस्थित नहीं होगा और इस कारण से झाग और रंग में परिवर्तन नहीं आएगा.
- ध्यान रखें नीले रंग का कपड़े धोने वाले साबुन का प्रयोग नहीं करें. आप भूरे रंग के कपड़े धोने वाले साबुन का प्रयोग करें.
- साबुन कई प्रकार के केमिकल से बनाया जाता है. इसलिए यूरिन का रंग नीले के स्थान पर थोड़ा अलग रंग का भी आ सकता है.
- बिल्कुल सही रिजल्ट के लिए लगातार तीन दिन इस प्रयोग को करें और नतीजे पर पहुंचे.
शैंपू से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें
शैम्पू से प्रेगनेंसी टेस्ट करना अत्यधिक आसान है. आइए जानते हैं यह किस प्रकार से करना है.
- आप एक कांच के बर्तन में लगभग 20 से 25 ml सुबह का पहला यूरिन एकत्र कर ले. क्योंकि इसमें एचसीजी हार्मोन की मात्रा उच्चतम रहती है.
- एक कांच के बाउल में 5 चम्मच पानी के साथ शैंपू की 5-10 बूंदे मिक्स कर ले. ध्यान रहे झाग नहीं आने चाहिए.
- मिक्सर के अंदर अब इस मिक्सचर के अंदर आप दो चम्मच यूरिन मिला दे.
- अगर यूरिन के अंदर एचसीजी हार्मोन की मात्रा उपस्थित होती है तो वह शैंपू से रिएक्शन करता है, और बुलबुले बनने लगते हैं. आप कह सकते हैं कि झाग बनने लगते हैं. यह प्रेगनेंसी हैं. इस तरफ इशारा करता है.
- अगर इस सलूशन के अंदर किसी भी प्रकार से कोई रिएक्शन नहीं नजर आती है, तो प्रेगनेंसी नहीं होती है.
- प्रेगनेंसी कंफर्म करने के लिए 2 से 3 दिन लगातार इस विधि से चेक करें और उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचे.
चीनी से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करे
चीनी से प्रेगनेंसी टेस्ट करना एक आसान और घरेलू तरीका है. यह बिल्कुल भी प्रमाणिक विधि नहीं है. लेकिन इससे प्रेगनेंसी रिजल्ट प्राप्त किया जा सकता है.
- चीनी से प्रेगनेंसी चेक करने के लिए आपको 20 से 25 ml यूरिन कांच के गिलास में एकत्र करें करना चाहिए.
- यूरिन के अंदर चीनी की 5 से 10 दाने डाल दें.
- 2 से 5 मिनट तक इंतजार करें
- अगर चीनी के दानों के चारों ओर बुलबुलों के गुच्छे बनने लगते हैं, तो यह प्रेग्नेंसी है. इस तरफ इशारा करता है.
- अगर यूरिन के चीनी के दानों के चारों ओर बुलबुलों के गुच्छे नहीं बनते हैं तो प्रेगनेंसी नहीं है.
- प्रेगनेंसी कंफर्म करने के लिए 2 से 3 दिन लगातार इस विधि से चेक करें और उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचे.
टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट
टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी चेक करना काफी आसान होता है.
- आप 25ML सुबह का पहला यूरिन एक कांच के गिलास में एकत्र कर ले.
- यूरिन के अंदर एक चने के दाने के बराबर सफेद टूथपेस्ट डाल दें.
- 4 से 5 मिनट तक इंतजार करें.
- आप देखेंगे कि टूथपेस्ट के चारों तरफ झाग बनने लगे हैं.
- यह झाग टूथपेस्ट और एचसीजी हार्मोन के रिएक्शन के कारण आते हैं. आप गर्भवती हैं.
- अगर यूरिन और टूथपेस्ट के बीच में रिएक्शन नहीं होती है. आप गर्भवती नहीं है.
- प्रेगनेंसी कंफर्म करने के लिए 2 से 3 दिन लगातार इस विधि से चेक करें और उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचे.
कोलगेट से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करते हैं
कोलगेट से प्रेगनेंसी चेक करना काफी आसान होता है. कोलगेट टूथपेस्ट ही होता है. इसलिए टूथपेस्ट विधि से ही इसके द्वारा प्रेगनेंसी चेक की जाती है.
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यह सभी प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय भारतीय समाज में बड़ी मात्रा में प्रयोग में लाए जाते हैं, और समाज में इन पर विश्वास भी किया जाता है. हालांकि यह सभी तरीके मेडिकल साइंस द्वारा बिल्कुल भी अप्रूव्ड नहीं है. मेडिकल साइंस इन पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करती है. मेडिकल साइंस के द्वारा प्रेगनेंसी टेस्ट किट से प्रेगनेंसी चेक करना सही माना जाता है.
प्रेगनेंसी टेस्ट किट से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करते हैं
प्रेगनेंसी टेस्ट किट से प्रेगनेंसी टेस्ट करना एक मेडिकली अप्रूव्ड है. यह डॉक्टर के द्वारा प्रयोग किया जाने वाला सबसे पॉपुलर तरीका है.
प्रेगनेंसी टेस्ट किट बंडल एक प्रेगनेंसी टेस्ट किट और एक ड्रॉपर के साथ आता है.
मॉर्निंग के सबसे पहले यूरिन में प्रेगनेंसी हारमोंस की सबसे अधिक मात्रा होती है. इसलिए मॉर्निंग का पहला यूरिन एक कांच के बर्तन में एकत्र कर ले.
ड्रॉपर की मदद से प्रेगनेंसी टेस्ट किट के अंदर यूरिन की 4 से 5 बूंदे पास कर दें.
प्रेगनेंसी टेस्ट किट पर कुछ लाइन उभर कर आती है. इन्हीं लाइन के माध्यम से प्रेगनेंसी कंफर्म की जाती है.
प्रेगनेंसी टेस्ट में 1 लाइन का मतलब
प्रेगनेंसी टेस्ट किट के द्वारा प्रेगनेंसी टेस्ट में 1 लाइन का मतलब दो प्रकार से एक्सप्लेन किया जा सकता है.
प्रेगनेंसी टेस्ट किट में C & T नाम की दो लाइने यूरीन पास करने के बाद किट में उभरकर आती है. प्रेगनेंसी टेस्ट में किट में C & T में से कोई एक लाइन अगर आती है तो……
C लाइन उभर कर आती है तो इसके दो मतलब होते हैं
पहला कंट्रोल लाइन अर्थात सी लाइन उभर कर आई है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट किट में प्रयोग किया जाने वाला केमिकल बिल्कुल सही है. इसके रिजल्ट पर भरोसा किया जा सकता है. अर्थात प्रेगनेंसी टेस्ट किट के रिजल्ट पर भरोसा कर सकते हैं.
इसका दूसरा मतलब यह है, कि T लाइन उभर कर नहीं आई है अर्थात यूरिन के अंदर एचसीजी हार्मोन उपस्थित नहीं है. प्रेगनेंसी नेगेटिव है.
T लाइन उभर कर आती है, अर्थात C लाइन उभर कर नहीं आई है. C लाइन उभर कर नहीं आती है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट किट खराब है. यह माना जाता है.
उसके बाद T लाइन उभर कर आए या नहीं आए इसका कोई मतलब नहीं होता है. किट खराब है. दूसरी किट का प्रयोग करें.
प्रेगनेंसी टेस्ट में 1 लाइन का मतलब परिस्थिति के अनुसार अलग-अलग होता है.
प्रेगनेंसी टेस्ट में 2 लाइन का मतलब
प्रेगनेंसी टेस्ट किट में यूरिन पास करने के बाद 2 से 5 मिनट के अंदर प्रेगनेंसी टेस्ट किट पर 2 लाइनें उभरकर आती है तो, प्रेगनेंसी टेस्ट में 2 लाइन का मतलब यही होता है कि —
प्रेगनेंसी टेस्ट किट बिल्कुल सही रिजल्ट दे रही है, और
यूरिन में एचसीजी हार्मोन भी उपस्थित है. प्रेगनेंसी पॉजिटिव है.
आपके प्रश्न
Q. प्रेगनेंसी टेस्ट में 3 लाइन का मतलब क्या होता है?
Ans: मुख्यतः भारत में प्रयोग होने वाली प्रेगनेंसी टेस्ट किट के अंदर दो ही लाइन उभर कर आती है. यहां 3 लाइन का कांसेप्ट अभी तक देखने में नहीं आया है.
Q. अनवांटेड किट खाने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?
Ans: अनवांटेड किट तभी खाई जाती है, जब महिला को प्रेगनेंसी होती है, और वह प्रेगनेंसी को आगे लेकर नहीं जाना चाहती है.
अर्थात महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हारमोंस प्रचुर मात्रा में होते हैं. जैसे ही अनवांटेड किट के द्वारा गर्भपात कराया जाता है, तो महिला के शरीर से प्रेगनेंसी हारमोंस धीरे-धीरे कम होने लगते हैं, और लगभग 10 दिन के बाद वह ना के बराबर रह जाते हैं.
आप अनवांटेड किट खाने के 10 दिन बाद अपनी प्रेगनेंसी दोबारा से चेक करें. प्रेगनेंसी नेगेटिव आनी चाहिए अर्थात आपका गर्भपात सुरक्षित तरीके से हो गया है.
Q. प्रेगनेंसी टेस्ट में १ लाइन डार्क और दूसरी फीकी होने का क्या मतलब है?
Ans: प्रेगनेंसी टेस्ट किट में एक लाइन डार्क अर्थात कंट्रोल लाइन जिसे C लाइन भी कहा जाता है, डार्क आती है. इसका मतलब है, प्रेगनेंसी किट सही तरीके से कार्य कर रही है. इसके रिजल्ट पर विश्वास किया जा सकता है. इस लाइन का और कोई मतलब नहीं होता है.
अगर इसके बगल वाली दूसरी लाइन डार्क नहीं आती है, तो महिला की प्रेगनेंसी नेगेटिव मानी जाती है. अगर लाइन हल्की सी नजर आती है, तो यह एनवायरमेंट में उपस्थित केमिकल से रिएक्शन के कारण यह रिजल्ट आता है. इस रिजल्ट का कोई मतलब नहीं होता, प्रेगनेंसी नेगेटिव ही मानी जाएगी.
प्रेगनेंसी रिजल्ट 5 मिनट के अंदर अंदर आ जाता है. उसके बाद प्रेगनेंसी टेस्ट किट में कोई भी परिवर्तन रिजल्ट में काउंट नहीं होता है.
Q. घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें?
Ans: प्रेगनेंसी टेस्ट किट के द्वारा घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट की जाती है. इसमें इस माध्यम से प्रेगनेंसी चेक करने में किसी भी दूसरे व्यक्ति की आवश्यकता नहीं होती है.
मात्र सुबह के पहले यूरिन से प्रेगनेंसी चेक हो जाती है. यूरिन के चार से पांच बूंदों को प्रेगनेंसी टेस्ट किट में पास करना होता है, और रिजल्ट 5 मिनट के अंदर आ जाता है.
Q. पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे?
Ans: जल्दी से जल्दी प्रेगनेंसी टेस्ट का समय हर महिला के लिए अलग-अलग होता है. लेकिन पीरियड मिस होने के एक हफ्ते बाद कोई भी महिला अपनी प्रेगनेंसी चेक कर सकती है, तो रिजल्ट हमेशा सही आता है. यह समय हर महिला के लिए मान्य होता है.
Q. प्रेगनेंसी टेस्ट कितने दिन बाद करना चाहिए?
Ans: जल्दी से जल्दी प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें, ताकि रिजल्ट सही आए. यह समय हर एक महिला के लिए अलग-अलग होता है. इसके पीछे कुछ कारण है जैसे कि —
- महिला ओवुलेशन पीरियड कब आता है.
- महिला की मंथली साइकिल कितनी लंबी है, और
- महिला के शरीर में प्रेगनेंसी हारमोंस की प्रोडक्शन दर कितनी तेज है.
इन सब बातों पर प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट निर्भर करता है, लेकिन पीरियड मिस होने के एक हफ्ते बाद हर महिला के शरीर में इतना प्रेगनेंसी हारमोंस प्रोड्यूस हो जाता है, कि वह प्रेगनेंसी चेक कर सकती है.